HindiKiDuniyacom

रक्षा बंधन पर निबंध (Raksha Bandhan Essay in Hindi)

रक्षा बंधन का शाब्दिक अर्थ रक्षा करने वाला बंधन मतलब धागा है। इस पर्व में बहनें अपने भाई के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और बदले में भाई जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं। रक्षा बंधन को राखी या सावन के महिने में पड़ने के वजह से श्रावणी व सलोनी भी कहा जाता है। यह श्रावण माह के पूर्णिमा में पड़ने वाला हिंदू तथा जैन धर्म का प्रमुख त्योहार है।

रक्षा बंधन पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Raksha Bandhan in Hindi, Raksha Bandhan par Nibandh Hindi mein)

रक्षा बंधन पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द)- raksha bandhan par nibandh.

श्रावणी पूर्णिमा में, रेशम के धागे से बहन द्वारा भाई के कलाई पर बंधन बांधे जाने की रीत को रक्षा बंधन कहते हैं। पहले के समय में, रक्षा के वचन का यह पर्व विभिन्न रिश्तों के अंतर्गत निभाया जाता था पर समय बीतने के साथ यह भाई बहन के बीच का प्यार बन गया है।

रक्षा बंधन का इतिहास

एक बार की बात है, देवताओं और असुरों में युद्ध आरंभ हुआ। युद्ध में हार के परिणाम स्वरूप, देवताओं ने अपना राज-पाठ सब युद्ध में गवा दिया। अपना राज-पाठ पुनः प्राप्त करने की इच्छा से देवराज इंद्र देवगुरु बृहस्पति से मदद की गुहार करने लगे। तत्पश्चात देव गुरु बृहस्पति ने श्रावण मास के पूर्णिमा के प्रातः काल में निम्न मंत्र से रक्षा विधान संपन्न किया।

“येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबलः।

तेन त्वामभिवध्नामि रक्षे मा चल मा चलः।”

इस पुजा से प्राप्त सूत्र को इंद्राणी ने इंद्र के हाथ पर बांध दिया। जिससे युद्ध में इंद्र को विजय प्राप्त हुआ और उन्हें अपना हारा हुआ राज पाठ दुबारा मिल गया। तब से रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाने लगा।

रक्षा बंधन पर सरकारी प्रबंध

भारत सरकार द्वारा रक्षा बंधन के अवसर पर डाक सेवा पर छूट दी जाती है। इस दिन के लिए खास तौर पर 10 रुपये वाले लिफाफे की बिक्री की जाती है। इस 50 ग्राम के लिफाफे में बहनें एक साथ 4-5 राखी भाई को भेज सकती हैं। जबकी सामान्य 20 ग्राम के लिफाफे में एक राखी ही भेजी जा सकती है। यह ऑफर डॉक विभाग द्वारा बहनों को भेट है अतः यह सुविधा रक्षाबंधन तक ही अपलब्ध रहता है। और दिल्ली में बस, ट्रेन तथा मेट्रो में राखी के अवसर पर महिलाओं से टिकट नहीं लिया जाता है।

उपयुक्त पौराणिक कथा से यह स्पष्ट है की रेशम के धागे को केवल बहन ही नहीं अपितु गुरु भी अपने यजमान की सलामति की कामना करते हुए उसे बांध सकते हैं।

इसे यूट्यूब पर देखें : रक्षा बंधन

रक्षाबंधन पर निबंध– 2 (400 शब्द)

वर्तमान समय में आपसी रंजिश दूर करने हेतु अनेक राजनेताओं द्वारा एक दूसरे को राखी बांधी जा रही है। साथ ही लोग पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़-पौधों को भी राखी के अवसर पर राखी बांधते हैं। प्राचीन समय में ब्राह्मणों व गुरुओं द्वारा अपने शिष्य और यजमान को राखी बांधी जाती थी। पर अब राखी का स्वरूप पहले की अपेक्षा परिवर्तित हो गया है।

रक्षा बंधन मनाने की परंपरागत विधि

इस पर्व पर बहनें सुबह स्नान करके पूजा की थाल सजाती हैं, पूजा की थाल में कुमकुम, राखी, रोली, अक्षत, दीपक तथा मिठाई रखी जाती है। तत्पश्चात घर के पूर्व दिशा में भाई को बैठा कर उसकी आरती उतारी जाती है, सिर पर अक्षत डाला जाता है, माथे पर कुमकुम का तिलक किया जाता है फिर कलाई पर राखी बांधी जाती है। अंत में मीठा खिलाया जाता है। भाई के छोटे होने पर बहनें भाई को उपहार देती हैं अपितु भाई बहनों को उपहार देते हैं।

आधुनिकरण में रक्षा बंधन के विधि का बदलता स्वरूप

पुराने समय में घर की छोटी बेटी द्वारा पिता को राखी बांधी जाती थी इसके साथ ही गुरुओं द्वारा अपने यजमान को भी रक्षा सूत्र बांधा जाता था पर अब बहनें ही भाई के कलाई पर यह बांधती हैं। इसके साथ ही समय की व्यस्तता के कारण राखी के पर्व की पूजा पद्धति में भी बदलाव आया है। अब लोग पहले के अपेक्षा इस पर्व में कम सक्रिय नज़र आते हैं। राखी के अवसर पर अब भाई के दूर रहने पर लोगों द्वारा कुरियर के माध्यम से राखी भेज दिया जाता है। इसके अतिरिक्त मोबाइल पर ही राखी की शुभकामनाएं दे दी जाती हैं।

प्यार के धागे का महंगे मोतियों में बदल जाना

रक्षा बंधन में सर्वाधिक महत्वपूर्ण रेशम का धागा है, जिसे महिलाएं भावपूर्ण होकर भाई के कलाई पर बांधती हैं पर आज बाजार में अनेक प्रकार की राखियां उपलब्ध हैं, जिसमें कुछ तो सोने-चांदी की भी हैं। रेशम के सामान्य धागे से बना यह प्यार का बंधन धीरे-धीरे दिखावें में तबदील हो रहा है।

रक्षा बंधन के महत्व को बचाए रखना आवश्यक है

स्वयं को नये जमाने का दिखाने के लिए, हम शुरु से हमारी सभ्यता को पुराना फैशन कह कर भूलाते आए हैं। हमने हमारी पूजा पद्धति बदली है। अतः अपने संस्कृति के रक्षा हेतु हमें हमारे पर्वों के रीति रिवाज में परिर्वतन नहीं करना चाहिए और राखी के पर्व की महत्व को समझते हुए हमें इस पर्व को बनाए गए पूजा पद्धति के अनुसार करना चाहिए।

हमारे पूर्वजों द्वारा बनाए गए पर्वों, त्योहारों व उपवास के विधि-विधान हमारी सभ्यता, संस्कृति के रक्षक है। इन सब से हमारी पहचान है अतः हमें इसे बदलने का प्रयास नहीं करना चाहिए।

Raksha Bandhan par Nibandh – 3 (500 शब्द)

“बहना ने भाई के कलाई से प्यार बांधा है, प्यार के दो तार से संसार बांधा है” सुमन कल्याणपुर के इस लोकप्रिय गीत ने इन दो पंक्ति में राखी के महत्व का वर्णन किया है। आज महिलाओं द्वारा देश की सुरक्षा में तैनात सैनिकों को सीमा पर जाकर राखी बांधी जाती है क्योंकि वह बाह्य शक्ति से हमारी रक्षा करते हैं। राखी का त्योहार भाई बहन को भावनात्मक तौर पर जोड़ता है।

Essay on Raksha Bandhan in Hindi

रक्षा बंधन किस-किस स्थान पर मनाया जाता है

राखी का पर्व मुख्य रूप से भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है। इसके अतिरिक्त मलेशिया तथा अन्य देशों में (जहां भारतीय निवास करते हैं) मनाया जाता है।

रक्षा बंधन का महत्व

यह पर्व भाई-बहन को और समीप ले आता है तथा जिनसे हमारा कोई संबंध नहीं हम उन्हें भी इस पर्व के माध्यम से भाई-बहन बना सकते हैं। राखी के पर्व का महत्व, इतिहास के इस कहानी से लगाया जा सकता है।

चित्तौड़गढ़ की रानी कर्णावती ने जब देखा की उनकी सैनिक बहादुर शाह के सैन्य बल के आगे नहीं टिक पाएगी। ऐसे में रानी कर्णावती ने बहादुर शाह से मेवाड़ की रक्षा हेतु हुमायूँ को राखी भेजा। सम्राट हुमायूँ अन्य धर्म से संबंध रखने के बावजूद राखी के महत्व के वजह से बहादुर शाँह से युद्ध कर रानी कर्णावती को युद्ध में विजय दिलवाया।

राखी के महत्व से जुड़ी प्रसिद्ध पौराणिक कथा

राखी का इतिहास बहुत पुराना है। राखी के प्रचलित कहानियों में द्वापर की यह कहानी सर्वाधिक प्रचलित है, एक बार श्री कृष्ण के उंगली कट जाने पर द्रौपदी ने अपनी साड़ी के एक कोने को फाड़ कर कृष्ण के हाथ पर बांध दिया। कथानुसार द्रौपदी के सबसे मुश्किल समय में श्री कृष्ण ने उस साड़ी के एक टुकड़े का कर्ज, द्रौपदी का चीर हरण होने से बचा कर निभाया। वह साड़ी का टुकड़ा कृष्ण ने राखी समझ कर स्वीकार किया था।

स्कूल में राखी का त्योहार

राखी का पर्व अपने घर के अतिरिक्त स्कूलों में उतने ही प्यार से मनाया जाता है। यह विद्यालयों में राखी के अवकाश से एक दिन पहले आयोजित किया जाता है। इसमें बालकों की पूरी कलाई बालिकाओं द्वारा रंग-बिरंगी राखी से भर दिया जाता है। कुछ बालकों की इसमें सहमति नहीं होती है परन्तु परिस्थिति के अनुसार उन्हें यह करना पड़ता है। सच में यह रोचक दृश्य होता है।

जैन धर्म में रक्षा बंधन क्यों और कैसे मनाते हैं ?

जैन धर्म मे रक्षा बंधन का दिन बहुत शुभ माना जाता है इस दिन एक मुनि ने 700 मुनियों के प्राण बचाए थे। इस वजह से जैन धर्म से संबंध रखने वाले लोग इस दिवस पर हाथ में सूत का डोर बांधते हैं।

राखी के पर्व पर भाई-बहन क्या-क्या कर सकते हैं

  • भाई-बहन जहां भी निवास कर रहे हो राखी के समय पर एक-दूसरे से मिल सकते हैं और अवश्य ही मिलना चाहिए।
  • राखी के त्योहार को और ख़ास बनाने हेतु भाई बहन कहीं बाहर घुमने जा सकते हैं।
  • अपने-अपने जीवन में एक-दूसरे के महत्व को बताने के लिए वह उनके पसंद का उपहार उन्हें दे सकते हैं।
  • किसी पुरुष द्वारा महिला के प्रति भाई का फर्ज निभाने पर राखी के अवसर पर महिला उसे विशेष महसूस कराने के लिए राखी बांध सकती हैं।

बहन भाई का रिश्ता खट्टा-मीठा होता है। जिसमें वह आपस में बहुत झगड़ते हैं पर एक-दूसरे से बात किए बिना नहीं रह सकते। राखी का पर्व उनके जीवन में एक-दूसरे के महत्व को बताने का कार्य करता है अतः हम सभी को यह उत्सव परंपरागत विधि से मनाना चाहिए।

Essay on Raksha Bandhan in Hindi

FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – रक्षा बंधन भाई बहनों के बीच निःस्वार्थ प्रेम का त्योहार है।

उत्तर – रक्षा बंधन की शुरुआत लगभग 6 हजार वर्ष पहले होने का अनुमान लगाया जाता है।

उत्तर – रक्षा बंधन श्रावण महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

Leave a comment.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

CollegeDekho

Frequently Search

Couldn’t find the answer? Post your query here

  • एजुकेशन आर्टिकल्स
  • रक्षाबंधन पर निबंध (Raksha Bandhan Essay in Hindi) - कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के लिए रक्षा बंधन पर निबंध

Updated On: July 15, 2024 01:03 pm IST

रक्षाबंधन कब है (Rakshabandhan Kab Hai?)

  • रक्षाबंधन पर निबंध 200 शब्दों में (Raksha Bandhan Essay in …
  • रक्षाबंधन पर निबंध 500+ शब्दों में (Raksha Bandhan Essay in …
  • रक्षाबंधन पर निबंध 10 लाइनों में (Raksha Bandhan Essay in …

निष्कर्ष (Conclusion)

रक्षाबंधन पर निबंध

रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Raksha Bandhan): श्रावणी पूर्णिमा के दिन रेशम के धागे से बहन द्वारा भाई के कलाई पर बंधन बांधे जाने की रीत को 'रक्षा बंधन' कहते हैं। पहले के समय में, रक्षा के वचन का यह पर्व विभिन्न रिश्तों के अंतर्गत निभाया जाता था पर समय बीतने के साथ यह भाई बहन के बीच का प्यार बन गया है। जिसे बड़ी ही खुशी के साथ मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, जिससे भाई उसकी सुरक्षा का वचन देता है। यह पर्व उनके प्यार और संबंध को मजबूती देता है। इसके साथ ही भाई बहनों को उपहार भी देते हैं और खुशियों का त्योहार मनाते हैं। यह पर्व हमारे संबंधों को मजबूत बनाने का एक अच्छा मौका लेकर आता है और परिवार के बंधनों को मजबूत बनाता है। ये भी पढ़ें - महात्मा गांधी पर निबंध

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त (Auspicious time to tie Rakhi)

  • राखी बांधने का शुभ मुहूर्त आरंभ - दोपहर 01:30 के बाद
  • राखी बांधने का शुभ मुहूर्त  समापन- रात्रि 09:07 तक

रक्षाबंधन पर निबंध 200 शब्दों में (Raksha Bandhan Essay in Hindi in 200 words)

रक्षाबंधन पर निबंध 200 शब्दों में कुछ इस प्रकार है-

“रक्षाबंधन” भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है जो भाई-बहन के प्यार और संबंध को मनाता है। यह पर्व श्रावण मास के पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, जिसका मतलब होता है कि भाई अपनी बहन की रक्षा करेगा। इसके साथ भाई अपनी बहन को उपहार भी देता है।

राखी का यह परंपरागत आचरण भाई-बहन के प्यार और संबंध की महत्वपूर्णता को प्रकट करता है। रक्षाबंधन एक परिवार में खुशियों और एकता की भावना को बढ़ावा देता है। यह दिन भाई-बहन के बीच विशेष संबंध को मजबूती देता है और उनके प्यार को और भी गहराई देता है। इसके साथ ही, यह पर्व भाई-बहन के आपसी समर्थन और साथीपन की महत्वपूर्णता को भी प्रकट करता है। इस दिन प्रातः स्नानादि करके लड़कियाँ और महिलाएँ पूजा की थाली सजाती हैं। थाली में राखी के साथ रोली या हल्दी, चावल, दीपक, मिठाई, फूल और कुछ पैसे भी होते हैं। लड़के और पुरुष तैयार होकर टीका करवाने के लिये पूजा या किसी उपयुक्त स्थान पर बैठते हैं। पहले अभीष्ट देवता की पूजा की जाती है, इसके बाद रोली या हल्दी से भाई का टीका करके चावल को टीके पर लगाया जाता है और सिर पर फूलों को छिड़का जाता है, उसकी आरती उतारी जाती है और दाहिनी कलाई पर राखी बाँधी जाती है। भाई बहन को उपहार या धन देता है। इस प्रकार रक्षाबन्धन के अनुष्ठान को पूरा करने के बाद ही भोजन किया जाता है। प्रत्येक पर्व की तरह उपहारों और खाने-पीने के विशेष पकवानों का महत्त्व रक्षाबन्धन में भी होता है। आमतौर पर दोपहर का भोजन महत्त्वपूर्ण होता है और रक्षाबन्धन का अनुष्ठान पूरा होने तक बहनों द्वारा व्रत रखने की भी परम्परा है। यह पर्व भारतीय समाज में इतनी व्यापकता और गहराई से समाया हुआ है कि इसका सामाजिक महत्त्व तो है ही, धर्म, पुराण, इतिहास, साहित्य और फ़िल्में भी इससे अछूते नहीं हैं। यह बहुत ही खास त्योहार होता है। इस त्योहार को बहुत खुशी से मनाते है और सभी रश्में पूरी करते है।

समारोह और खास त्योहारी व्यंजन इस दिन को और भी ज्यादा यादगार बनाते हैं। रक्षाबंधन के माध्यम से हम अपने परिवार के महत्वपूर्ण सदस्यों के साथ समय बिता सकते हैं और उनके साथ खुशियाँ मना सकते हैं। समानता, समर्पण और प्यार की भावना से भरपूर यह पर्व हमें एक दूसरे के प्रति आदर्श संबंधों की महत्वपूर्णता को याद दिलाता है। इस त्योहार के माध्यम से हम भाई-बहन के बंधन को मजबूती देने के साथ-साथ परिवार के बंधनों की महत्वपूर्णता को भी समझते हैं। भाषण पर हिंदी में लेख पढ़ें-

रक्षाबंधन पर निबंध 500+ शब्दों में (Raksha Bandhan Essay in Hindi in 500+ Words)

हमारा देश अनेक रिश्तों के बंधनों में बंधा हुआ देश है, जिसमें से एक पवित्र रिश्ता भाई और बहन का भी है, जो प्रेम की एक ऐसी अटूट डोर से बंधा हुआ है जिसे चाह कर भी कभी तोड़ा नहीं जा सकता। रक्षाबंधन के दिन राखी का विशेष महत्त्व होता है। वैसे तो राखी कच्चे धागे से बनी होती है, पर जब ये रक्षाबंधन पर्व के दिन भाई की दाहिनी कलाई में बंधती है, तो वह बहन का रक्षासूत्र बन जाती है। जिसमें बहनें अपने भाइयों की दीर्घायु की कामना करती हैं और भाई भी जीवनभर अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं। श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाये जाने वाले रक्षाबंधन के पर्व को राखी (Rakhi) का त्योहार भी कहते हैं।

रक्षाबंधन कब मनाया जाता है (When is Raksha Bandhan celebrated?)

रक्षाबन्धन भारतीय धर्म संस्कृति के अनुसार रक्षाबन्धन का त्योहार श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार भाई-बहन को स्नेह की डोर में बांधता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार रक्षाबंधन श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है वहीं अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह तिथि अगस्त के महीने में आती है। इस दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका लगाकर रक्षा का बन्धन बांधती है, जिसे राखी कहते हैं। यह एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) भी कहते हैं। रक्षाबन्धन में राखी या रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्त्व होता है। राखी कच्चे सूत जैसे सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, तथा सोने या चाँदी जैसी मँहगी वस्तु तक की हो सकती है। राखी सामान्यतः बहनें भाई को ही बाँधती हैं परन्तु ब्राह्मणों, गुरुओं और परिवार में छोटी लड़कियों द्वारा सम्मानित सम्बंधियों (जैसे पुत्री द्वारा पिता को) भी बाँधी जाती है। कभी-कभी सार्वजनिक रूप से किसी नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी राखी बाँधी जाती है। रक्षाबंधन के दिन बाजार मे कई सारे उपहार बिकते है, उपहार और नए कपड़े खरीदने के लिए बाज़ार मे लोगों की सुबह से शाम तक भीड़ होती है और घर मे मेहमानों का आना जाना रहता है।

रक्षाबंधन पर निबंध (Raksha Bandhan Essay in Hindi) - भाई-बहन के प्यार का प्रतीक

रक्षाबंधन का पर्व भाई और बहन के बीच पवित्र प्रेम के प्रतीक को सदियों से दर्शाता हुआ चला आ रहा है। रक्षाबंधन का अर्थ होता है रक्षा का बंधन। जब एक भाई रक्षासूत्र के समान राखी अपनी कलाई में बांध लेता है, तो वह इस पवित्र प्रेम बंधन से बंध जाता है और अपने प्राणों की चिंता किये बिना भी हर हाल में अपनी बहन की रक्षा करता है। रक्षाबंधन भाई और बहन के पवित्र प्रेम के प्रतीक के साथ-साथ भाई-बहन के रिश्ते की अटूट डोर का भी प्रतीक है। रक्षाबंधन का त्योहार भावनाओं और संवेदनाओ का त्योहार है, जिसमें हर भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन उसे देता है। हर भाई-बहन को रक्षाबंधन के दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है जिसे बड़ें ही खुशियों के साथ मनाते है।

रक्षाबंधन की तैयारियाँ (Preparations for Rakshabandhan)

इस दिन बहने प्रात: काल में स्नानादि करके, कई प्रकार के पकवान बनाती है, इसके बाद पूजा की थाली सजाई जाती है। पूजा की थाली में राखी के साथ कुमकुम रोली, हल्दी, चावल, दीपक, अगरबती, मिठाई रखी जाती है। भाई को बिठाने के लिये उपयुक्त स्थान का चयन किया जाता है।

सबसे पहले अपने ईष्ट देव की पूजा की जाती है। भाई को चयनित स्थान पर बिठाया जाता है, इसके बाद कुमकुम हल्दी से भाई का टीका करके चावल का टीका लगाया जाता है और अक्षत सिर पर छिडके जाते है, आरती उतारी जाती है और भाई की दाहिनी कलाई पर राखी बांधी जाती है। सब अनूष्ठान पूरा करने के बाद ही भोजन ग्रहण करती है। भारत के अन्य त्यौहारों की तरह इस त्यौहार पर भी उपहार और पकवान अपना विशेष महत्व रखते है।

रक्षाबंधन का महत्त्व (Importance of Raksha Bandhan)

रक्षा बंधन का पर्व विशेष रुप से भावनाओं और संवेदनाओं का पर्व है, यह एक ऐसा बंधन है जो दो जनों को स्नेह की धागे से बांधता है। रक्षा बंधन को भाई - बहन तक ही सीमित रखना सही नहीं होगा बल्कि ऐसा कोई भी बंधन जो किसी को भी बांध सकता है। भाई - बहन के रिश्तों की सीमाओं से आगे बढ़ते हुए यह बंधन आज गुरु का शिष्य को राखी बांधना, एक भाई का दूसरे भाई को, बहनों का आपस में राखी बांधना और दो मित्रों का एक-दूसरे को राखी बांधना, माता-पिता का संतान को राखी बांधना हो सकता है। आज के परिपेक्ष्य में राखी केवल बहन का रिश्ता स्वीकारना नहीं है अपितु राखी का अर्थ है, जो यह श्रद्धा व विश्वास का धागा बांधता है वह राखी बंधवाने वाले व्यक्ति के दायित्वों को स्वीकार करता है उस रिश्ते को पूरी निष्ठा से निभाने की कोशिश करता है।

रक्षाबंधन का पौराणिक प्रसंग (Mythological of Raksha-Bandhan)

राखी का त्योहार कब शुरू हुआ यह कोई नहीं जानता। लेकिन भविष्य पुराण में वर्णन मिलता है कि देव और दानवों में जब युद्ध शुरू हुआ तब दानव हावी होते नज़र आने लगे। एक बार दैत्‍य वृत्रासुर ने इंद्र का सिंहासन हासिल करने के लिए स्‍वर्ग पर चढ़ाई कर दी, वृत्रासुर बहुत ताकतवर था और उसे हराना आसान नहीं था। युद्ध में देवराज इंद्र की रक्षा के लिए उनकी बहन इंद्राणी ने अपने तपोबल से एक रक्षासूत्र तैयार किया और इंद्र की कलाई पर बांध दिया। युद्ध में देवराज इंद्र की रक्षा के लिए उनकी बहन इंद्राणी ने अपने तपोबल से एक रक्षासूत्र तैयार किया और इंद्र की कलाई पर बांध दिया।संयोग से वह श्रावण पूर्णिमा का दिन था। लोगों का विश्वास है कि इन्द्र इस लड़ाई में इसी धागे की मन्त्र शक्ति से ही विजयी हुए थे। उसी दिन से श्रावण पूर्णिमा के दिन यह धागा बाँधने की प्रथा चली आ रही है। यह धागा धन, शक्ति, हर्ष और विजय देने में पूरी तरह समर्थ माना जाता है। इतिहास में श्री कृष्ण और द्रौपदी की कहानी भी प्रसिद्ध है, जिसमें जब कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से शिशुपाल का वध किया तब उनकी तर्जनी में चोट आ गई। द्रौपदी ने उस समय अपनी साड़ी फाड़कर उनकी उँगली पर पट्टी बाँध दी, और इस उपकार के बदले श्री कृष्ण ने द्रौपदी को किसी भी संकट में द्रौपदी की सहायता करने का वचन दिया था और उसी के चलते कृष्ण ने इस उपकार का बदला बाद में चीरहरण के समय उनकी साड़ी को बढ़ाकर चुकाया। कहते हैं परस्पर एक दूसरे की रक्षा और सहयोग की भावना रक्षाबन्धन के पर्व में यहीं से प्रारम्भ हुई।

रक्षाबंधन का ऐतिहासिक प्रसंग (Historical context of Raksha-Bandhan)

रक्षाबंधन का साहित्यिक प्रसंग (literary context of raksha-bandhan), रक्षाबंधन का सामाजिक प्रसंग (social context of raksha bandhan).

ऐसा माना जाता है कि राखी के रंगबिरंगे धागे भाई-बहन के प्यार के बन्धन को मज़बूत करते है। यह एक ऐसा पावन पर्व है जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को पूरा आदर और सम्मान देता है। रक्षाबन्धन आत्मीयता और स्नेह के बन्धन से रिश्तों को मज़बूती प्रदान करने का पर्व है। रक्षाबन्धन आत्मीयता और स्नेह के बन्धन से रिश्तों को मज़बूती प्रदान करने का पर्व है। यही कारण है कि इस अवसर पर न केवल बहन भाई को ही अपितु अन्य सम्बन्धों में भी रक्षा (या राखी) बाँधने का प्रचलन है। गुरु शिष्य को रक्षासूत्र बाँधता है तो शिष्य गुरु को। भारत में प्राचीन काल में जब स्नातक अपनी शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात गुरुकुल से विदा लेता था तो वह आचार्य का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उसे रक्षासूत्र बाँधता था। जबकि आचार्य अपने विद्यार्थी को इस कामना के साथ रक्षासूत्र बाँधता था कि उसने जो ज्ञान प्राप्त किया है वह अपने भावी जीवन में उसका समुचित ढंग से प्रयोग करे ताकि वह अपने ज्ञान के साथ-साथ आचार्य की गरिमा की रक्षा करने में भी सफल हो। इसी परम्परा के अनुरूप आज भी किसी धार्मिक विधि विधान से पूर्व पुरोहित यजमान को रक्षासूत्र बाँधता है और यजमान पुरोहित को। इस प्रकार दोनों एक दूसरे के सम्मान की रक्षा करने के लिये परस्पर एक दूसरे को अपने बन्धन में बाँधते हैं। रक्षाबन्धन पर्व सामाजिक और पारिवारिक एकबद्धता या एकसूत्रता का सांस्कृतिक उपाय रहा है।

स्वतंत्रता संग्राम में रक्षाबंधन की भूमिका (Role of Raksha-Bandhan in Freedom Struggle)

स्वतंत्रता संग्राम काल में रक्षाबंधन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है, जो भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान राष्ट्रीय एकता और आत्मनिर्भरता को संरक्षित करता था।

राष्ट्रीय एकता को समर्थन: स्वतंत्रता संग्राम के समय, रक्षा बंधन ने लोगों को राष्ट्रीय एकता और समरसता की भावना के साथ एकजुट किया। भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में भारतीयों ने एकत्र होकर विदेशी शासन से मुक्ति के लिए संघर्ष किया। रक्षा बंधन के अवसर पर भाई-बहन एक-दूसरे के साथ आदर्श एकता का प्रतीक बन जाते थे। राष्ट्रीय भाव को उत्साहित करना: रक्षा बंधन स्वतंत्रता संग्राम के समय राष्ट्रीय भाव को उत्साहित करता था। भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए जान की बाजी लगाई थी, और रक्षा बंधन के अवसर पर उन्हें समर्थन मिलता था और उनके लिए दुआएं बनती थी।

आत्मनिर्भरता की प्रेरणा: स्वतंत्रता संग्राम के समय रक्षा बंधन ने भारतीयों को आत्मनिर्भरता की प्रेरणा दी। देश को स्वतंत्र बनाने के लिए, भारतीयों को अपने आप को सशक्त बनाने और देश के लिए स्वयं को समर्पित करने की जरूरत थी। रक्षा बंधन ने इस आत्मनिर्भरता की भावना को प्रोत्साहित किया और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को शक्तिशाली बनाया। संबंधों को मजबूत करना: रक्षा बंधन के त्योहार ने भारतीयों के संबंधों को मजबूत किया। भाई-बहन के प्रेम और सम्मान को बढ़ावा देने से उनके बीच एक गहरा बंधन बनता था, जो आपसी समरसता को बढ़ावा देता था।

रक्षाबंधन पर सरकारी प्रबंध (Government arrangements on Raksha Bandhan)

भारत सरकार द्वारा रक्षा बंधन के अवसर पर डाक सेवा पर छूट दी जाती है। इस दिन के लिए खास तौर पर 10 रुपये वाले लिफाफे की बिक्री की जाती है। इस 50 ग्राम के लिफाफे में बहनें एक साथ 4-5 राखी भाई को भेज सकती हैं। जबकी सामान्य 20 ग्राम के लिफाफे में एक राखी ही भेजी जा सकती है। यह ऑफर डॉक विभाग द्वारा बहनों को भेट है अतः यह सुविधा रक्षाबंधन तक ही अपलब्ध रहता है। और दिल्ली में बस, ट्रेन तथा मेट्रो में राखी के अवसर पर महिलाओं से टिकट नहीं लिया जाता है। इसके अलावा और भी प्रदेशों में राखी के दिन महिलाओं के लिए बस की सुविधा फ्री की जाती है।

राखी और आधुनिक तकनीकी माध्यम (Rakhi and modern technical means)

आज के आधुनिक तकनीकी युग एवं सूचना सम्प्रेषण युग का प्रभाव राखी जैसे त्योहार पर भी पड़ा है। बहुत सारे भारतीय आजकल विदेश में रहते हैं एवं उनके परिवार वाले (भाई एवं बहन) अभी भी भारत या अन्य देशों में हैं। इण्टरनेट के आने के बाद कई सारी ई-कॉमर्स साइट खुल गयी हैं, जो ऑनलाइन आर्डर लेकर राखी दिये गये पते पर पहुँचाती है। इससे देश-विदेश रहने वाले भाई-बहनों के लिए भी यह त्योहार मनाना आसान हो गया है। इस तरह आज के आधुनिक विकास के कारण दूर-दराज़ में रहने वाले भाई-बहन जो राखी पर मिल नहीं सकते, आधुनिक तरीकों से एक दूसरे को देख और सुन कर इस पर्व को सहर्ष मनाते हैं।

उपसंहार (Epilogue)

रक्षाबंधन पर निबंध 10 लाइनों में (raksha bandhan essay in hindi in 10 lines).

  • रक्षा बंधन का त्योहार सावन के महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है।
  • रक्षा बंधन का त्योहार भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है, जिससे कई प्राचीन कहानियां जुड़ी हुई हैं।
  • राखी के साथ ही बहन अपने भाई को आशीर्वाद देती है और भाई भी उसकी सुरक्षा का वादा करता है।
  • इस त्योहार का महत्व न केवल प्यार और समर्थन को प्रकट करने में है, बल्कि यह भाई-बहन के बीच आदर्श संबंध की महत्वपूर्णता को भी दिखाता है।
  • इस दिन बहनें खासकर अपने भाई की रक्षा के लिए तैयारी करती हैं और भाई भी उन्हें उपहार और आशीर्वाद देते हैं।
  • रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहनों के प्रेम के साथ साथ एक-दूसरे के प्रति अपने कर्तव्यों का एहसास भी कराता है।
  • रक्षा बंधन पर बहने अपने भाई के लिए उपवास राखित है और उन्हें राखी बंधने के बाद अपना व्रत तोड़ती है।
  • जो बहनें अपने भाइयों के साथ नहीं रहती, वह अपने भाई को राखी डाक, ईमेल और ऑनलाइन भेजती हैं।
  • रक्षाबंधन पर सारे बाजार सज जाते हैं और दुकानों पर रंग बिरंगी मिठाइयां भी सजी होती है, हर तरफ प्यार का माहौल होता है।
  • हिंदू धर्म ग्रन्थों में रक्षा बंधन के पर्व का महत्व बताया गया है और इंद्रा देव और राजा बली की कहानी भी प्रचलित है।

अतः रक्षाबंधन आपसी प्यार सम्मान और एकजुटता को दर्शाने वाला त्यौहार है जिसके मनाने के तर्क तो बहुत है परंतु सब का उद्देश्य आपसी प्यार ही है। भाई बहन को मिलकर इस त्यौहार को बड़े प्यार से और अपनेपन के साथ पुराने सभी गिले-शिकवे भुलाते हुए मनाना चाहिए। समग्रता और सामाजिक सद्भावना के साथ, रक्षाबंधन एक परिवार के बंधनों को मजबूत करने का अद्वितीय अवसर प्रदान करता है। इस त्योहार से हमें यह सीखने को मिलता है कि परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताना कितना महत्वपूर्ण है और हमें उनके साथ खुशियाँ मनानी चाहिए। ऐसे ही और निबंध के लिए CollegeDekho के साथ जुड़ें रहें। निबंध संबधित आर्टिकल्स पढ़ें-

निबंध संबधित आर्टिकल्स पढ़ें

Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?

Say goodbye to confusion and hello to a bright future!

रक्षाबंधन  30 और 31 अगस्त दोनों ही दिन मनाया जायेगा लेकिन भद्रा के साए की वजह से शुभ मुहूर्त का खास ख्याल रखना होगा। 30 अगस्त को लगभग पूरे दिन ही भद्रा का साया रहेगा और 31 अगस्त को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सिर्फ सुबह कुछ देर तक ही है। 

रक्षाबंधन का पर्व प्रेम और पवित्रता का पर्व है। यह पर्व भाई और बहनों के लिए एक दूसरे की लंबी उम्र और सुखद जीवन की कामना करने का दिन होता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई उन्हें कोई तोहफा देने के साथ-साथ जीवन भर के सुख-दुख में उनका साथ देने का वादा करते हैं। इस पर्व की वजह से भाई-बहनों के रिश्तों में और मजबूती आती है।

क्षा बंधन मनाने के पीछे की कहानी यह है कि जब यमुना ने यम को राखी बांधी, तो मृत्यु के देवता ने उसे अमरता प्रदान की। ऐसा कहा जाता है कि वह इस भाव से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने घोषणा की कि जो भी भाई राखी बांधेगा और अपनी बहन की रक्षा करने की पेशकश करेगा, वह भी अमर हो जाएगा।

राखी बांधने के बाद बहनें अपने भाइयों को रोली (लाल तिलक), अक्षत और दीपक लगाती हैं। इस अवसर पर बहनें अपने भाइयों की कलाई पर पवित्र धागा बांधती हैं, ऐसा माना जाता है कि इससे भाई-बहन का रिश्ता मजबूत होता है। बदले में, भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और जीवन भर उनकी रक्षा करने का वादा करते हैं।

इतिहास के पन्नों को देखें तो इस त्योहार की शुरुआत की उत्पत्ति लगभग 6 हजार साल पहले बताई गई है। इसके कई साक्ष्य भी इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। रक्षाबंधन की शुरुआत का सबसे पहला साक्ष्य रानी कर्णावती व सम्राट हुमायूँ हैं।

रक्षा बंधन का शाब्दिक अर्थ रक्षा करने वाला बंधन है। इस पर्व में बहनें अपने भाई के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और बदले में भाई जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं। रक्षा बंधन को राखी या सावन के महिने में पड़ने के वजह से श्रावणी व सलोनी भी कहा जाता है।

क्या यह लेख सहायक था ?

सबसे पहले जाने.

लेटेस्ट अपडेट प्राप्त करें

Related Questions

Mca me addmison lena h mila sakta h kya.

Bsc me admission lena h mil skta h kya

Hostel fees la scholarship bhetii ka at Loknete Shri Dadapatil Pharate College of Pharmacy?

Dear student,

Loknete Shri Dadapatil Pharate College of Pharmacy does not offer any scholarships for students. However, students are free to apply for scholarships offered by the state government and the central government. For example, the post-matric scholarship offered to students of Loknete Shri Dadapatil Pharate College of Pharmacy will help you get a scholarship for hostel fees as well as course fees. However, keep in mind that the hostel scholarship component of this is offered to students only if the college has its own hostel under its administration. 

I scored 14000 in AP EAMCET. Which colleges are available for 14000 in AP EAMCET?

For 14000 in AP EAMCET, the available BTech courses available are Electrical and Electronics Engineering ,  Electrical Engineering ,  Chemical Engineering ,  Computer Science Engineering ,  Civil Engineering , etc. The  list of colleges with 10,000 to 25,000 Ranks in AP EAPCET (EAMCET)  are  listed below. 

  • Gayathri Vidya Parishad College of Engineering
  • Anil Neerukonda Institute Of Technology and Science
  • S R K R Engineering College
  • JNTUK College of Engineering, Narsaraopeta
  • JNTUK College of Engineering, Kakinada
  • Vasireddy Venkatadri Institute of Technology
  • JNTUK College of Engineering, Vizianagaram
  • NTUA College of Engineering, Anantapuramu
  • Vishnu Group of Institutions - Vishnu Institute of Technology

क्या आपके कोई सवाल हैं? हमसे पूछें.

24-48 घंटों के बीच सामान्य प्रतिक्रिया

व्यक्तिगत प्रतिक्रिया प्राप्त करें

बिना किसी मूल्य के

समुदाय तक पहुंचे

समरूप आर्टिकल्स

  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के लिए सीयूईटी कटऑफ 2024 (Banaras Hindu University CUET Cutoff 2024): पिछले रुझानों के आधार पर देखें अपेक्षित कटऑफ
  • बिहार बी.एड सीईटी 2024 रैंक 50,000 से 75,000 के लिए कॉलेजों की लिस्ट (List of Colleges for Bihar B.Ed CET 2024 Rank 50,000 to 75,000)
  • सीटेट ओएमआर शीट 2024 (CTET OMR Sheet 2024): जुलाई सत्र के लिए ओएमआर शीट जारी, इंस्ट्रक्शंस, स्कोर कैलकुलेशन और सैंपल
  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त पर निबंध, महत्व, इतिहास जानें
  • रीट रिजल्ट 2024 (REET Result 2024 in Hindi): रीट रिजल्ट 2024 जारी, डायरेक्ट लिंक के साथ कैसे चेक करें यहां जानें
  • सीटीईटी एग्जाम 2024 के बाद करियर के अवसर (Career Opportunities After CTET Exam 2024): नौकरियां, वेतनमान, शिक्षण पद जानें

नवीनतम आर्टिकल्स

  • महात्मा गांधी पर निबंध (Essay on Mahatma Gandhi in Hindi): गांधी जयंती पर निबंध 10 लाइनें, 100, 200, 500 शब्दों में निबंध लिखना सीखें
  • सीयूईटी परीक्षा 2024 में अच्छे अंक लाने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स और ट्रिक्स जानें (Important Tips and Tricks to Score Good Marks in CUET Exam 2024)
  • बाल दिवस पर हिंदी में निबंध (Essay on Children's Day in Hindi) - 200 से 500 शब्दों में हिंदी में बाल दिवस पर निबंध
  • दिवाली पर निबंध (Essay on Diwali in Hindi) - हिंदी में दीपावली पर निबंध कक्षा 1 से 8 तक के लिए 200 से 500 शब्दों में यहां देखें
  • प्रदूषण पर निबंध (Essay on Pollution in Hindi): हिंदी में प्रदूषण पर 200-500 शब्दों में निबंध
  • स्वामी विवेकानंद पर निबंध (Essay on Swami Vivekananda in Hindi): 200 और 500+ शब्दों में निबंध लिखना सीखें
  • वसुधैव कुटुंबकम् पर निबंध (Vasudhaiva Kutumbakam Essay in Hindi) - 100, 200 और 500 शब्दों में
  • यूपी में सीयूईटी स्वीकार करने वाले कॉलेज (Colleges Accepting CUET in UP): केंद्रीय, राज्य, डीम्ड और निजी विश्वविद्यालयों की लिस्ट
  • रीट सिलेबस 2024 (REET Syllabus 2024 in Hindi) - रीट लेवल 1 और 2 का सब्जेक्ट वाइज सिलेबस हिंदी में डाउनलोड करें
  • बिहार में सीयूईटी स्वीकार करने वाले कॉलेज (Colleges Accepting CUET in Bihar): केंद्रीय और निजी विश्वविद्यालयों की लिस्ट
  • यूपी के गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेजों की लिस्ट (List of Government Polytechnic Colleges in UP)
  • यूजीसी नेट हिंदी सिलेबस 2024 (UGC NET Hindi Syllabus 2024): इंपार्टेंट टॉपिक के साथ यूजीसी नेट के लिए हिंदी सिलेबस का पीडीएफ
  • हरियाणा में सीयूईटी स्वीकार करने वाले कॉलेज (Colleges Accepting CUET in Haryana): डीम्ड, राज्य, केंद्रीय और निजी विश्वविद्यालयों की लिस्ट
  • मध्य प्रदेश में सीयूईटी स्वीकार करने वाले कॉलेज (Colleges Accepting CUET in MP): राज्य, केंद्रीय, डीम्ड और प्राइवेट कॉलेजों की लिस्ट यहां देखें
  • राजस्थान में सीयूईटी स्वीकार करने वाले कॉलेज (Colleges Accepting CUET in Rajasthan): केंद्रीय, डीम्ड, राज्य और निजी विश्वविद्यालयों की लिस्ट यहां देखें
  • बीएड एडमिशन 2024 (B.Ed Admission 2024): आवेदन तारीख, पात्रता, चयन प्रक्रिया और टॉप कॉलेज
  • दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए सीयूईटी कटऑफ 2024 (Delhi University CUET Cutoff 2024): टॉप कॉलेजों के लिए अपेक्षित कटऑफ
  • सीयूईटी 2024 में अच्छा स्कोर क्या है? (What is a Good Score in CUET 2024?)
  • बिहार बीएड एडमिशन 2024 (Bihar B.Ed Admission 2024): एग्जाम डेट, पात्रता, आवेदन, चयन प्रक्रिया, टॉप कॉलेज
  • राजस्थान पीटीईटी 2024 कटऑफ (Rajasthan PTET 2024 Expected Cut Off) - PTET का अनुमानित कट ऑफ देखें
  • 10वीं के बाद यूपी पॉलिटेक्निक एडमिशन 2024 (UP Polytechnic Admission 2024 After 10th)
  • हरियाणा बीएड एडमिशन 2024 (Haryana B.Ed Admission 2024): एप्लीकेशन फॉर्म, पात्रता मानदंड, मेरिट लिस्ट, काउंसलिंग प्रक्रिया और सीट आवंटन
  • एमपी प्री बीएड परीक्षा 2024 (MP Pre B.Ed Exam 2024): तारीखें, एप्लीकेशन फॉर्म, पात्रता, पैटर्न और सिलेबस यहां देखें

नवीनतम समाचार

  • BSTC Result 2024: राजस्थान प्री डीएलएड रिजल्ट जारी, डायरेक्ट लिंक यहां देखें

ट्रेंडिंग न्यूज़

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के लिए सीयूईटी कटऑफ 2024 (Banaras Hindu University CUET Cutoff 2024): पिछले रुझानों के आधार पर देखें अपेक्षित कटऑफ

Subscribe to CollegeDekho News

  • Select Program Type UG PG Diploma Ph.D Certificate

Top 10 Education Colleges in India

  • Approved by: UGC, NAAC, National Assessment and Accreditation Council (NAAC)
  • Type: Private Aided
  • Download Brochure
  • Approved by: ISO, NAAC, AICTE
  • Type: Private UnAided
  • Get Free Counselling
  • Approved by: UGC, NAAC
  • Type: Public
  • Type: Private
  • Approved by: Bar Council of India, AIU, NCTE, Pharmacy Council of India, NABL, IAP, UGC-AICTE-DEC ( Joint committee), ICAR, Indian Association of Physiotherapists, NCTE, ACU, UGC, ACBSP, NAAC, COA, National Assessment and Accreditation Council (NAAC), IAU, Punjab State Council For Agricultural Education (PSCAE), Institute Of Town Planners, ITPI
  • Approved by: UGC, National Assessment and Accreditation Council (NAAC)
  • Type: Government
  • Approved by: UGC, AIU, ISO, RCI, ICAR, NCTE, ACU, BCI, PCI
  • Approved by: UGC, AICTE, BCI, AIU, NCTE, NAAC

Popular Degrees

  • B.Ed. (Bachelor of Education)
  • M.Ed. (Master of Education)
  • B.Ed. + M.Ed.

कॉलेजदेखो के विशेषज्ञ आपकी सभी शंकाओं में आपकी मदद कर सकते हैं

  • Enter a Valid Name
  • Enter a Valid Mobile
  • Enter a Valid Email
  • Select Level UG PG Diploma Ph.D Certificate
  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy

शामिल हों और विशेष शिक्षा अपडेट प्राप्त करें !

Details Saved

essay on raksha bandhan hindi

Your College Admissions journey has just begun !

Try our AI-powered College Finder. Feed in your preferences, let the AI match them against millions of data points & voila! you get what you are looking for, saving you hours of research & also earn rewards

For every question answered, you get a REWARD POINT that can be used as a DISCOUNT in your CAF fee. Isn’t that great?

1 Reward Point = 1 Rupee

Basis your Preference we have build your recommendation.

  • CBSE Class 10th

CBSE Class 12th

  • UP Board 10th
  • UP Board 12th
  • Bihar Board 10th
  • Bihar Board 12th
  • Top Schools
  • Top Schools in India
  • Top Schools in Delhi
  • Top Schools in Mumbai
  • Top Schools in Chennai
  • Top Schools in Hyderabad
  • Top Schools in Kolkata
  • Top Schools in Pune
  • Top Schools in Bangalore

Products & Resources

  • JEE Main Knockout April
  • Free Sample Papers
  • Free Ebooks
  • NCERT Notes

NCERT Syllabus

  • NCERT Books
  • RD Sharma Solutions
  • Navodaya Vidyalaya Admission 2024-25

NCERT Solutions

  • NCERT Solutions for Class 12
  • NCERT Solutions for Class 11
  • NCERT solutions for Class 10
  • NCERT solutions for Class 9
  • NCERT solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 7
  • JEE Main Exam
  • JEE Advanced Exam
  • BITSAT Exam
  • View All Engineering Exams
  • Colleges Accepting B.Tech Applications
  • Top Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in Tamil Nadu
  • Engineering Colleges Accepting JEE Main
  • Top IITs in India
  • Top NITs in India
  • Top IIITs in India
  • JEE Main College Predictor
  • JEE Main Rank Predictor
  • MHT CET College Predictor
  • AP EAMCET College Predictor
  • GATE College Predictor
  • KCET College Predictor
  • JEE Advanced College Predictor
  • View All College Predictors
  • JEE Advanced Cutoff
  • JEE Main Cutoff
  • GATE Registration 2025
  • JEE Main Syllabus 2025
  • Download E-Books and Sample Papers
  • Compare Colleges
  • B.Tech College Applications
  • JEE Main Question Papers
  • MAH MBA CET Exam
  • View All Management Exams

Colleges & Courses

  • MBA College Admissions
  • MBA Colleges in India
  • Top IIMs Colleges in India
  • Top Online MBA Colleges in India
  • MBA Colleges Accepting XAT Score
  • BBA Colleges in India
  • XAT College Predictor 2025
  • SNAP College Predictor
  • NMAT College Predictor
  • MAT College Predictor 2024
  • CMAT College Predictor 2024
  • CAT Percentile Predictor 2024
  • CAT 2024 College Predictor
  • Top MBA Entrance Exams 2024
  • AP ICET Counselling 2024
  • GD Topics for MBA
  • CAT Exam Date 2024
  • Download Helpful Ebooks
  • List of Popular Branches
  • QnA - Get answers to your doubts
  • IIM Fees Structure
  • AIIMS Nursing
  • Top Medical Colleges in India
  • Top Medical Colleges in India accepting NEET Score
  • Medical Colleges accepting NEET
  • List of Medical Colleges in India
  • List of AIIMS Colleges In India
  • Medical Colleges in Maharashtra
  • Medical Colleges in India Accepting NEET PG
  • NEET College Predictor
  • NEET PG College Predictor
  • NEET MDS College Predictor
  • NEET Rank Predictor
  • DNB PDCET College Predictor
  • NEET Result 2024
  • NEET Asnwer Key 2024
  • NEET Cut off
  • NEET Online Preparation
  • Download Helpful E-books
  • Colleges Accepting Admissions
  • Top Law Colleges in India
  • Law College Accepting CLAT Score
  • List of Law Colleges in India
  • Top Law Colleges in Delhi
  • Top NLUs Colleges in India
  • Top Law Colleges in Chandigarh
  • Top Law Collages in Lucknow

Predictors & E-Books

  • CLAT College Predictor
  • MHCET Law ( 5 Year L.L.B) College Predictor
  • AILET College Predictor
  • Sample Papers
  • Compare Law Collages
  • Careers360 Youtube Channel
  • CLAT Syllabus 2025
  • CLAT Previous Year Question Paper
  • NID DAT Exam
  • Pearl Academy Exam

Predictors & Articles

  • NIFT College Predictor
  • UCEED College Predictor
  • NID DAT College Predictor
  • NID DAT Syllabus 2025
  • NID DAT 2025
  • Design Colleges in India
  • Top NIFT Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in India
  • Top Interior Design Colleges in India
  • Top Graphic Designing Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in Delhi
  • Fashion Design Colleges in Mumbai
  • Top Interior Design Colleges in Bangalore
  • NIFT Result 2024
  • NIFT Fees Structure
  • NIFT Syllabus 2025
  • Free Design E-books
  • List of Branches
  • Careers360 Youtube channel
  • IPU CET BJMC 2024
  • JMI Mass Communication Entrance Exam 2024
  • IIMC Entrance Exam 2024
  • Media & Journalism colleges in Delhi
  • Media & Journalism colleges in Bangalore
  • Media & Journalism colleges in Mumbai
  • List of Media & Journalism Colleges in India
  • CA Intermediate
  • CA Foundation
  • CS Executive
  • CS Professional
  • Difference between CA and CS
  • Difference between CA and CMA
  • CA Full form
  • CMA Full form
  • CS Full form
  • CA Salary In India

Top Courses & Careers

  • Bachelor of Commerce (B.Com)
  • Master of Commerce (M.Com)
  • Company Secretary
  • Cost Accountant
  • Charted Accountant
  • Credit Manager
  • Financial Advisor
  • Top Commerce Colleges in India
  • Top Government Commerce Colleges in India
  • Top Private Commerce Colleges in India
  • Top M.Com Colleges in Mumbai
  • Top B.Com Colleges in India
  • IT Colleges in Tamil Nadu
  • IT Colleges in Uttar Pradesh
  • MCA Colleges in India
  • BCA Colleges in India

Quick Links

  • Information Technology Courses
  • Programming Courses
  • Web Development Courses
  • Data Analytics Courses
  • Big Data Analytics Courses
  • RUHS Pharmacy Admission Test
  • Top Pharmacy Colleges in India
  • Pharmacy Colleges in Pune
  • Pharmacy Colleges in Mumbai
  • Colleges Accepting GPAT Score
  • Pharmacy Colleges in Lucknow
  • List of Pharmacy Colleges in Nagpur
  • GPAT Result
  • GPAT 2024 Admit Card
  • GPAT Question Papers
  • NCHMCT JEE 2024
  • Mah BHMCT CET
  • Top Hotel Management Colleges in Delhi
  • Top Hotel Management Colleges in Hyderabad
  • Top Hotel Management Colleges in Mumbai
  • Top Hotel Management Colleges in Tamil Nadu
  • Top Hotel Management Colleges in Maharashtra
  • B.Sc Hotel Management
  • Hotel Management
  • Diploma in Hotel Management and Catering Technology

Diploma Colleges

  • Top Diploma Colleges in Maharashtra
  • UPSC IAS 2024
  • SSC CGL 2024
  • IBPS RRB 2024
  • Previous Year Sample Papers
  • Free Competition E-books
  • Sarkari Result
  • QnA- Get your doubts answered
  • UPSC Previous Year Sample Papers
  • CTET Previous Year Sample Papers
  • SBI Clerk Previous Year Sample Papers
  • NDA Previous Year Sample Papers

Upcoming Events

  • NDA Application Form 2024
  • UPSC IAS Application Form 2024
  • CDS Application Form 2024
  • CTET Admit card 2024
  • HP TET Result 2023
  • SSC GD Constable Admit Card 2024
  • UPTET Notification 2024
  • SBI Clerk Result 2024

Other Exams

  • SSC CHSL 2024
  • UP PCS 2024
  • UGC NET 2024
  • RRB NTPC 2024
  • IBPS PO 2024
  • IBPS Clerk 2024
  • IBPS SO 2024
  • Top University in USA
  • Top University in Canada
  • Top University in Ireland
  • Top Universities in UK
  • Top Universities in Australia
  • Best MBA Colleges in Abroad
  • Business Management Studies Colleges

Top Countries

  • Study in USA
  • Study in UK
  • Study in Canada
  • Study in Australia
  • Study in Ireland
  • Study in Germany
  • Study in China
  • Study in Europe

Student Visas

  • Student Visa Canada
  • Student Visa UK
  • Student Visa USA
  • Student Visa Australia
  • Student Visa Germany
  • Student Visa New Zealand
  • Student Visa Ireland
  • CUET PG 2025
  • IGNOU B.Ed Admission 2024
  • DU Admission 2024
  • UP B.Ed JEE 2024
  • LPU NEST 2024
  • IIT JAM 2025
  • AP OAMDC 2024
  • Universities in India
  • Top Universities in India 2024
  • Top Colleges in India
  • Top Universities in Uttar Pradesh 2024
  • Top Universities in Bihar
  • Top Universities in Madhya Pradesh 2024
  • Top Universities in Tamil Nadu 2024
  • Central Universities in India
  • CUET DU Cut off 2024
  • IGNOU Date Sheet 2024
  • CUET DU CSAS Portal 2024
  • CUET Response Sheet 2024
  • CUET Result 2024
  • CUET Participating Universities 2024
  • CUET Previous Year Question Paper
  • IGNOU Result 2024
  • E-Books and Sample Papers
  • CUET College Predictor 2024
  • CUET Exam Date 2024
  • CUET Cut Off 2024
  • NIRF Ranking 2024
  • IGNOU Exam Form 2024
  • CUET PG Counselling 2024
  • CUET Answer Key 2024

Engineering Preparation

  • Knockout JEE Main 2024
  • Test Series JEE Main 2024
  • JEE Main 2024 Rank Booster

Medical Preparation

  • Knockout NEET 2024
  • Test Series NEET 2024
  • Rank Booster NEET 2024

Online Courses

  • JEE Main One Month Course
  • NEET One Month Course
  • IBSAT Free Mock Tests
  • IIT JEE Foundation Course
  • Knockout BITSAT 2024
  • Career Guidance Tool

Top Streams

  • IT & Software Certification Courses
  • Engineering and Architecture Certification Courses
  • Programming And Development Certification Courses
  • Business and Management Certification Courses
  • Marketing Certification Courses
  • Health and Fitness Certification Courses
  • Design Certification Courses

Specializations

  • Digital Marketing Certification Courses
  • Cyber Security Certification Courses
  • Artificial Intelligence Certification Courses
  • Business Analytics Certification Courses
  • Data Science Certification Courses
  • Cloud Computing Certification Courses
  • Machine Learning Certification Courses
  • View All Certification Courses
  • UG Degree Courses
  • PG Degree Courses
  • Short Term Courses
  • Free Courses
  • Online Degrees and Diplomas
  • Compare Courses

Top Providers

  • Coursera Courses
  • Udemy Courses
  • Edx Courses
  • Swayam Courses
  • upGrad Courses
  • Simplilearn Courses
  • Great Learning Courses

रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Raksha Bandhan in Hindi) - रक्षाबंधन पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें

रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Rakshabandhan in hindi): भारत त्योहारों का देश है। एक ऐसा देश जहां विभिन्न संस्कृतियाँ, धर्म, संप्रदाय एक साथ फल-फूल रहे हैं। रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। तमाम विविधताओं के बावजूद रक्षाबंधन (rakshabandhan) एक ऐसा त्योहार है, जो धर्म, संप्रदाय तथा संस्कृतियों की सभी दीवारों को तोड़ कर सभी त्योहारों के बीच एक अलग ही स्थान रखता है। अपने सांस्कृतिक मूल्यों और प्रेमभाव की वजह से देशभर में रक्षाबंधन को सभी उत्साह से मनाते हैं। इस रक्षाबंधन निबंध (Essay on Rakshabandhan in hindi) में रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है, रक्षाबंधन कैसे मनाया जाना चाहिए, रक्षाबंधन 2024 का शुभ मुहूर्त (Rakhi shubmuhurat 2024) रक्षाबंधन के दिन में भद्रा कब है जैसे प्रश्नों के उत्तर भी मिलेंगे।

रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Raksha Bandhan in Hindi) - रक्षाबंधन पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें

ये भी पढ़ें :

  • हिंदी में पत्र लेखन सीखें ।
  • हिंदी में निबंध- भाषा कौशल, लिखने का तरीका जानें

रक्षाबंधन का त्योहार का महत्व भाई-बहन के आपसी स्नेह के चलते है। इसे मनाने के दौरान बहन अपने भाई को आसन पर बिठाकर तिलक लगाकर आरती करी हैं और भाई के सुखी और समृद्ध तथा लंबे जीवन की ईश्वर से प्रार्थना करते हुए भाई की कलाई पर राखी बाँधती हैं। रक्षाबंधन मंत्र (Rakshabandhan mantra 2024)- "ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामभि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल" का पाठ करते हुए बहनें रक्षा सूत्र भाई की कलाई पर बाँधती हैं। श्रावण पूर्णिमा 2024 की शुरुआत 19 अगस्त 2024 को सुबह 3.04 बजे से हो रही है लेकिन राखी का त्योहार मनाते समय शुभमुहूर्त और भद्राकाल का विशेष ध्यान रखकर राखी बाँधी जानी चाहिए। पूर्णामासी की तिथि 19 अगस्त को रात 11.55 बजे तक रहेगी। रक्षाबंधन पर निबंध (essay on rakshabandhan in hindi) के जरिए रक्षाबंधन 2024 त्योहार के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी जाएगी।

महत्वपूर्ण लेख :

  • गणतंत्र दिवस पर भाषण
  • प्रदूषण पर निबंध
  • वायु प्रदूषण पर हिंदी में निबंध

रक्षाबंधन पर निबंध - राखी 2024 शुभ मुहूर्त (Rakhi 2024 Shubh muhurat)

रक्षाबंधन के लिए एक शुभ मुहूर्त होता है इस हिंदी रक्षाबंधन निबंध (Essay on Raksha Bandhan in Hindi) में रक्षाबंधन के शुभ समय की जानकारी दी गई है जिसके दौरान भाई को रक्षासूत्र बाँधने पर शुभ परिणाम मिलते हैं। भद्रा अवधि को अशुभ माना जाता है। भद्राकाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। ऐसे में भद्रा के समय राखी नहीं बाँधी जानी चाहिए। रावण की बहन ने भद्राकाल में रावण को राखी बाँधी थी, कहते हैं इसके प्रभाव से पूरे कुल का विनाश हो गया। 19 अगस्त, 2024 श्रावणी पूर्णिमा है और इसी दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। 2024 में भी राखी पर भद्रा का साया रहेगा। रक्षा बंधन के दिन भद्राकाल के कारण राखी बांधने का शुभ मुहूर्त कब है इस बारे में प्रश्न किए जा रहे हैं।

19 अगस्त को राखी बांधने का पहला शुभ मुहूर्त दोपहर 1:32 बजे से आरंभ है और रात 9:07 बजे तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है। हालांकि सूर्यास्त के बाद राखी नहीं बांधी जाती है। दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर 1.42 बजे से शाम 4.19 मिनट तक है।

रक्षा बंधन डेट 2024 राखी बांधने का समय

ईवेंटरक्षाबंधन 2024
अन्य लोकप्रिय नामराखी
महत्वभाई-बहन के आपसी प्रेम का पर्व
रक्षाबंधन 2024 कब मनाया जाएगा19 अगस्त, 2024
रक्षाबंधन 2024 भद्राकाल19 अगस्त सुबह 5:52 बजे से दोपहर 1:32 बजे तक
रक्षाबंधन मुहूर्त 2024 शुभमुहूर्त19 अगस्त 2024- दोपहर 1:42 बजे के बाद

अन्य लेख पढ़ें-

  • दशहरा पर निबंध
  • होली का निबंध

रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Rakhsabandhan in Hindi) और विद्यार्थी

हिंदी में रक्षाबंधन पर निबंध (essay on raksha bandhan in hindi) का एक रोचक पहलू यह है कि इस त्योहार की जानकारी बच्चों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने में भी मददगार होती है। छोटी कक्षाओं की परीक्षा में कई बार रक्षाबंधन पर निबंध (Rakshabandhan Essay in hindi) लिखने से संबंधित प्रश्न पूछा जाता है जो कि पेपर की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में अक्सर कई छात्र जिन्हें निबंध लिखना नहीं आता, वे इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि रक्षाबंधन पर निबंध कैसे लिखें, या फिर ऐसे छात्र जिन्हें हिंदी विषय कठिन लगता है, वे भी इस दुविधा में रहते हैं कि रक्षाबंधन पर हिंदी में निबंध (rakshabandhan essay in hindi) कैसे लिखा जाए?

कई बार छात्रों को अभिभावक या शिक्षक हिंदी में रक्षाबंधन पर निबंध (essay on raksha bandhan in hindi) या राखी पर निबंध (essay on rakhi in hindi) लिखने के लिए भी कह देते हैं। रक्षाबंधन पर निबंध (essay on rakshabandhan in hindi) छात्रों को इस त्योहार का महत्व बताने का भी काम करेगा। हिंदी में लिखा गया यहा रक्षाबंधन निबंध (essay on raksha bandhan in hindi) छात्रों के लिए सहायक होगा, ऐसी हम आशा करते हैं। इसलिए हम आपके लिए यह हिंदी रक्षाबंधन निबंध (Essay on Raksha Bandhan in Hindi) लेकर आए हैं।

इस हिंदी रक्षाबंधन पर निबंध (rakshabandhan essay in hindi) से आपकी उपर्युक्त सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा, ऐसी हमें आशा है। Essay on Raksha Bandhan in Hindi निबंध से न सिर्फ आपको रक्षाबंधन पर निबंध हिंदी में (essay on rakshabandhan in hindi) लिखने में सहायता मिलेगी, बल्कि आप इस निबंध का विश्लेषण कर निबंध लिखने का तरीका भी समझ सकते हैं। इसके अलावा इस लेख से रक्षाबंधन पर निबंध (essay on raksha bandhan in hindi) लेखन का कौशल बेहतर होगा और रक्षाबंधन (rakshabandhan) के पर्व को लेकर जानकारी भी बढ़ेगी, ऐसी हम उम्मीद करते हैं। हम अनुरोध करते हैं कि आप इस रक्षाबंधन पर निबंध (essay on rakshabandhan in hindi) की पूरी नकल करने से बचें और इस निबंध से लिखने की प्रेरणा लेकर, स्वयं ही रक्षाबंधन पर निबंध हिंदी में (rakshabandhan essay in hindi) लिखने की कोशिश करें। लेख शुरू करने से पहले आपको बता दें कि इस वर्ष यानी रक्षाबंधन 2024 (rakshabandhan 2024) में 19 अगस्त, 2024 को मनाया जाएगा।

  • इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?
  • बाल दिवस पर हिंदी में भाषण
  • गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर भाषण

रक्षाबंधन पर निबंध : रक्षाबंधन 2024 (Rakshabandhan essay in hindi : Rakshabandhan 2024)

भारत को दुनिया भर में त्योहारों के देश के तौर पर जाना जाता है। इसकी एक खास वजह भी है। दरअसल यहां साल भर किसी न किसी त्योहार को लेकर हलचल होती रही होती है। यह सरगर्मी और बाजार व देश में होने वाली हलचल पूरी तरह से त्योहारों के महत्व पर निर्भर करती है। सीधे शब्दों में समझें तो त्योहार जितना बड़ा यानी महत्वपूर्ण होगा, देशभर में उसे लेकर उतनी ही ज्यादा हलचल देखने को मिलेगी। इनमें से ही एक महत्वपूर्ण त्योहार है रक्षाबंधन का यानी राखी का। रक्षाबंधन वैसे तो पूरे भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन उत्तर भारत के लोग इसे विशेष तौर पर मनाते हैं। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लंबी उम्र की कामना करती हैं। इसके बदले में भाई उन्हें कोई तोहफा देने के साथ-साथ मन ही मन एक वचन भी देते हैं कि वे अपने पूरे जीवन उनका सुख-दुख व मुश्किलों में साथ देंगे।

  • मेरा प्रिय खेल पर निबंध
  • मेरा प्रिय मित्र
  • अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध

इसके अलावा इस दिन भारत के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को छोटी-छोटी बच्चियाँ राखी बांधती हैं। अब तो कई जगह पर इस दिन पर्यावरण प्रेमियों द्वारा पेड़ों को भी राखी बांधने की परंपरा शुरू हो गई है। वैसे सही मायनों में देखा जाए, तो रक्षाबंधन असल में दो शब्दों के मेल से बना है, रक्षा और बंधन। रक्षा जिसका शाब्दिक अर्थ है सुरक्षा और बंधन का अर्थ है बांधना। ऐसे में इस शब्द का मतलब ही यह है कि ऐसा धागा जो सुरक्षा की कामना के साथ बांधा गया हो।

रक्षाबंधन के अलग-अलग नाम

रक्षाबंधन का यह त्योहार कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है। चूंकि यह प्रत्येक वर्ष हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन महीने के पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है इसलिए कई जगह पर इसे राखी पूर्णिमा भी कहा जाता है। महाराष्ट्र में इसे श्रावणी या फिर नारियल पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र व ओडिशा के ब्राह्मणों के बीच यह पर्व अवनि अवित्तम के नाम से भी प्रसिद्ध है। वहीं कुछ इलाकों में इसका एक और नया नाम उपक्रमण भी है। कई जगहों पर इसे श्रावण पूजन के तौर पर भी मनाया जाता है। माना जाता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम के पिता राजा दशरथ के हाथों गलती से श्रवण कुमार की हत्या हो गई थी, जिसके बाद राजा दशरथ ने पश्चाताप करने के लिए इस दिन को श्रावणी पूर्णिमा के तौर पर मनाने की परंपरा शुरू की। मगर रक्षाबंधन के त्योहार के पीछे महज एक नहीं, बल्कि कई लोकप्रिय कथा प्रचलित हैं।

रक्षाबंधन के लिए प्रचलित कथाएं

एक कथा के अनुसार द्रौपदी ने भगवान कृष्ण के हाथ पर चोट लगने पर, अपने साड़ी का एक हिस्सा फाड़कर उनके हाथों पर बांध दिया था, जिसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को उसकी रक्षा का वचन दिया था। ऐसे में जब द्रौपदी का चीरहरण किया जा रहा था, तब भगवान श्री कृष्ण ने उनकी रक्षा कर, अपना वचन पूरा किया। एक अन्य लोकप्रिय कहानी यह है कि इस दिन चित्तौड़ की रानी कर्णावती ने मुग़ल सम्राट हुमायूँ को रक्षाबंधन भिजवाया था, जिसके बाद हुमायूँ ने अपने भाई होने का कर्तव्य निभाते हुए गुजरात के सम्राट से चित्तौड़ की रक्षा में रानी कर्णावती की मदद की थी। हालांकि रक्षाबंधन के बारे में कहा जाता है कि यह प्रमुख तौर पर हिंदुओं का त्योहार है, लेकिन इस त्योहार की उत्पत्ति की एक कहानी जैन धर्म से भी जुड़ी है जिसके अनुसार बिष्णुकुमार नामक मुनिराज ने इस दिन 700 जैन मुनियों की रक्षा की थी जिसके बाद से ही रक्षाबंधन मनाने का सिलसिला शुरू हुआ।

जैन धर्म से जुड़ी रक्षाबंधन की कहानी को अगर छोड़ दें, तो रक्षाबंधन की इन कहानियों में भले ही हमें तमाम तरह की विविधता देखने को मिलती है, लेकिन एक चीज जो समान रूप से सभी कहानियों में मौजूद है, वह है भाइयों का अपनी बहनों की रक्षा हेतु वादा तथा समय आने पर उस वादे पर अटल रहने की इच्छाशक्ति। भाइयों की ये इच्छाशक्ति और बहनों का प्रेम ही इस पर्व को और भी खास व पवित्र बना देता है। यह पर्व न सिर्फ भाई और बहनों के बीच मौजूद प्रेम को और भी गहरा करता है, बल्कि जीवन भर उनके साथ इसकी यादें भी जुड़ी रहती हैं, जिसकी वजह से उन्हें कभी भी अकेलेपन का एहसास नहीं होता है।

  • बिहार बोर्ड 10वीं टाइमटेबल देखें
  • छत्तीसगढ़ बोर्ड 10वीं टाइम टेबल
  • एमपी बोर्ड 10वीं टाईमटेबल देखें
  • एमपी बोर्ड 12वीं टाईमटेबल देखें

इस दिन कई जगहों पर मेले लगते हैं। बाज़ारों में इस दिन की रौनक देखते ही बनती है। मगर आज के दौर में एक कड़वा सच यह भी है कि रक्षाबंधन एक पर्व से ज्यादा दिखावटी संस्कृति हो चला है, जहां कलाई पर बांधी जाने वाली रक्षासूत्र की जगह फ़ैन्सी राखियों ने ले ली है और बहनों को किए जाने वाले वादे की जगह आकर्षक तोहफों और सोशल मीडिया पर हँसती-मुसकुराती तस्वीरों ने ले ली है। भाई और बहन के इस पवित्र पर्व पर व्यापारीकरण हावी हो चला है। बाजार में और टीवी पर इस दौरान दुनिया भर के लुभावने उत्पादों का विज्ञापन चलाकर इस पर्व को इस तरह से पेश किया जाता है कि यदि आपने ये उपहार इस रक्षाबंधन अपनी बहन या भाई को न दिया, तो फिर इस त्योहार का महत्व ही नहीं रह जाएगा।

  • दिवाली पर निबंध
  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
  • मेरा प्रिय नेता: एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध

जबकि इस पर्व का संदेश और सार इनसब चीजों से अलग, भाई और बहन के रिश्ते को और भी मजबूत करने से जुड़ा है। यह प्रेम का पर्व है, पवित्रता का पर्व है, जहां महंगे कपड़ों, उपहार, फ़ैन्सी राखियों से ज्यादा एक बहन का अपने भाई की कलाई पर धागा बांधना और भाई का इसके बदले अपनी बहन को उसकी मुश्किलों से दूर रखने के वादे का महत्व है। रक्षाबंधन साल में एक बार आता है, लेकिन भाई-बहनों का संबंध जीवन भर के लिए रहता है। मुमकिन है कि समय बीतने के साथ एक वक्त ऐसा भी आए जब भाई-बहन साथ न रहें, मगर उन दोनों के बीच चाहे कितनी भी दूरी हो जाए, वो हमेशा भावनाओं की एक डोर से जुड़े रहते हैं। यही भावनाओं की डोर रक्षाबंधन के दिन मन से निकल कर भाइयों की कलाई पर सजती है। यह पर्व एक तरह से उन भाई-बहनों के लिए भी साल भर में एक बार मिलने का एक बहाना भी बन जाता है, जिनके बहनों का विवाह हो गया है या फिर किसी भी वजह से उन दोनों को दूर-दूर रहना पड़ता है। निश्चित ही रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहनों के लिए किसी महापर्व से कम नहीं है।

हम उम्मीद करते हैं कि उपर्युक्त रक्षाबंधन पर निबंध (Rakshabandhan Essay in hindi) के माध्यम से रक्षाबंधन पर निबंध (Rakshabandhan Essay in hindi) से संबंधित आपकी सभी समस्याओं का समाधान हो गया होगा। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग कर आप भविषय में रक्षाबंधन पर निबंध लिखने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं महसूस करेंगे। धन्यवाद।

इन्हें भी देखें :

  • सीबीएसई क्लास 10वीं सैंपल पेपर
  • यूके बोर्ड 10वीं डेट शीट
  • यूपी बोर्ड 10वीं एडमिट कार्ड
  • आरबीएसई 10वीं का सिलेबस
  • अग्निपथ योजना एडमिट कार्ड

Frequently Asked Question (FAQs)

रक्षा बंधन के लिए एक शुभ मुहूर्त होता है जिसके दौरान भाई को रक्षासूत्र बाँधने पर शुभ परिणाम मिलते हैं। भद्रा अवधि को अशुभ माना जाता है। भद्राकाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इसी कारण भद्रा के समय रक्षाबंधन नहीं बाँधा जाता है। रावण की बहन ने भद्राकाल में रावण को राखी बाँधी थी, कहते हैं इसके प्रभाव से पूरे कुल का विनाश हो गया था। 

19 अगस्त को राखी बांधने का पहला शुभ मुहूर्त दोपहर 1:32 बजे से आरंभ है और रात 9:07 बजे तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है। हालांकि सूर्यास्त के बाद राखी नहीं बांधी जाती है। दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर 1.42 बजे से 4.19 मिनट तक है।

सही ढंग से रक्षाबंधन मनाने के लिए राखी बंधवाने के समय भाई का मुख पूर्व दिशा की और बहन का पश्चिम दिशा में होना चाहिए। सबसे पहले भाई को रोली, अक्षत का टीका लगाकर घी के दीपक से आरती उतारी जाती है, उसके बाद मिष्ठान खिलाकर भाई के दाहिने कलाई पर राखी बाँधनी होती है। रक्षाबंधन मंत्र - ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामभि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल; का पाठ करते हुए राखी बाँधनी होती है। रक्षाबंधन 2024 शुभ त्योहार के अवसर पर बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लंबे उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई इस दिन बहनों को तोहफा देने के अलावा यह वचन भी देते हैं कि वे जीवनभर एक-दूसरे के सुख-दुख में उनका साथ देंगे। बहनें इस दिन अपने भाइयों के लिए उपवास भी रखती हैं। रक्षाबंधन बांधने के बाद भाई-बहन एक दूसरे का मुंह मीठा करवाते हैं। रक्षा बंधन पर निबंध 2024 के जरिए इस पर्व को सही तरीके से मनाने की जानकारी ऊपर लेख में दी गई है। 

साल 2024 में रक्षाबंधन (rakshabandhan 2024) का पर्व सोमवार के दिन 19 अगस्त, 2024 को मनाया जाएगा। हिंदू कैलेंडर के अनुसार प्रत्येक वर्ष इस पर्व को श्रावण माह के पूर्णिमा पर मनाया जाता है।

रक्षाबंधन मंत्र का पाठ करते हुए रक्षाबंधन 2024 को भाई की कलाई पर बाँधा जाना चाहिए। नीचे रक्षाबंधन मंत्र दिया गया है।

येन बद्धो बलिः राजा दानवेंद्रो महाबल। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।

इस मंत्र का पाठ करते हुए पुरोहित भी अपने यजमान को रक्षासूत्र बाँधते हैं।

रक्षाबंधन का पर्व प्रेम और पवित्रता का पर्व है। यह पर्व भाई और बहनों के लिए एक दूसरे की लंबी उम्र और सुखद जीवन की कामना करने का दिन होता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई उन्हें कोई तोहफा देने के साथ-साथ जीवन भर के सुख-दुख में उनका साथ देने का वादा करते हैं। इस पर्व की वजह से भाई-बहनों के रिश्तों में प्रगाढ़ता आती है।

किसी भी लेख को लिखने के लिए जरूरी है कि उसके बारे में जरूरी जानकारी जुटाई जाए। इस लेख में रक्षाबंधन पर निबंध उपलब्ध है। इस निबंध को पढ़ कर राखी पर निबंध (essay on rakhi) लिखने की जानकारी मिल जाएगी।

रक्षाबंधन को लेकर कई कहानियाँ मौजूद हैं। उनमें से ऐतिहासिक तौर पर एक लोकप्रिय कथा यह है कि चित्तौड़ की महारानी कर्णवती ने मुग़ल सम्राट हुमायूँ को राखी भेज कर उनसे बहादुर शाह के हमले से सुरक्षा के लिए मदद मांगी थी, रक्षाबंधन के फ़र्ज को निभाने के लिए हुमायूँ ने चित्तौड़ की रक्षा के लिए सैन्य मदद भेजी।

रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। बचपन के इस चुलबुले,  इस संबंध को प्रगाढ़ बनाने और एक-दूसरे के लिए संकट की हर घड़ी में साथ रहने के वादे को सशक्त बनाने के लिए रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। रक्षाबंधन का त्योहार रिश्तों को मजबूत बनाने और दो परिवारों को घनिष्ठता के सूत्र में बाँधने का काम करता है। रक्षाबंधन को लेकर कई प्रचलित कहानियाँ मौजूद हैं जोकि इस लेख में दी गई हैं। हालांकि इसे हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है, लेकिन इस पर्व के शुरुआत की एक कहानी जैन धर्म में भी सुनने को मिलती है।

सबसे पहले रक्षाबंधन के बारे में बताएं कि रक्षाबंधन भाई-बहनों का वह त्योहार है। यह मुख्यत: हिन्दुओं में प्रचलित है पर इसे भारत के सभी धर्मों के लोग समान उत्साह और भाव से मनाते हैं। पूरे भारत में इस दिन का माहौल देखने लायक होता है। यह एक ऐसा विशेष दिन है जो भाई-बहनों के लिए बना है। आज ही के दिन यज्ञोपवीत बदला जाता है।

  • Latest Articles
  • Popular Articles

Upcoming School Exams

National means cum-merit scholarship.

Application Date : 15 July,2024 - 14 August,2024

National Institute of Open Schooling 12th Examination

Late Fee Application Date : 22 July,2024 - 31 July,2024

National Institute of Open Schooling 10th examination

Chhattisgarh board of secondary education 12th examination.

Exam Date : 23 July,2024 - 12 August,2024

Chhattisgarh Board of Secondary Education 10th Examination

Exam Date : 24 July,2024 - 08 August,2024

Applications for Admissions are open.

Tallentex 2025 - ALLEN's Talent Encouragement Exam

Tallentex 2025 - ALLEN's Talent Encouragement Exam

Register for Tallentex '25 - One of The Biggest Talent Encouragement Exam

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Get up to 90% scholarship on NEET, JEE & Foundation courses

JEE Main Important Physics formulas

JEE Main Important Physics formulas

As per latest 2024 syllabus. Physics formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

JEE Main Important Chemistry formulas

JEE Main Important Chemistry formulas

As per latest 2024 syllabus. Chemistry formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

TOEFL ® Registrations 2024

TOEFL ® Registrations 2024

Accepted by more than 11,000 universities in over 150 countries worldwide

PTE Exam 2024 Registrations

PTE Exam 2024 Registrations

Register now for PTE & Save 5% on English Proficiency Tests with ApplyShop Gift Cards

Explore on Careers360

  • Board Exams
  • Navodaya Vidyalaya
  • NCERT Solutions for Class 10
  • NCERT Solutions for Class 9
  • NCERT Solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 6

NCERT Exemplars

  • NCERT Exemplar
  • NCERT Exemplar Class 9 solutions
  • NCERT Exemplar Class 10 solutions
  • NCERT Exemplar Class 11 Solutions
  • NCERT Exemplar Class 12 Solutions
  • NCERT Books for class 6
  • NCERT Books for class 7
  • NCERT Books for class 8
  • NCERT Books for class 9
  • NCERT Books for Class 10
  • NCERT Books for Class 11
  • NCERT Books for Class 12
  • NCERT Notes for Class 9
  • NCERT Notes for Class 10
  • NCERT Notes for Class 11
  • NCERT Notes for Class 12
  • NCERT Syllabus for Class 6
  • NCERT Syllabus for Class 7
  • NCERT Syllabus for class 8
  • NCERT Syllabus for class 9
  • NCERT Syllabus for Class 10
  • NCERT Syllabus for Class 11
  • NCERT Syllabus for Class 12
  • CBSE Date Sheet
  • CBSE Syllabus
  • CBSE Admit Card
  • CBSE Result
  • CBSE Result Name and State Wise
  • CBSE Passing Marks

CBSE Class 10

  • CBSE Board Class 10th
  • CBSE Class 10 Date Sheet
  • CBSE Class 10 Syllabus
  • CBSE 10th Exam Pattern
  • CBSE Class 10 Answer Key
  • CBSE 10th Admit Card
  • CBSE 10th Result
  • CBSE 10th Toppers
  • CBSE Board Class 12th
  • CBSE Class 12 Date Sheet
  • CBSE Class 12 Admit Card
  • CBSE Class 12 Syllabus
  • CBSE Class 12 Exam Pattern
  • CBSE Class 12 Answer Key
  • CBSE 12th Result
  • CBSE Class 12 Toppers

CISCE Board 10th

  • ICSE 10th time table
  • ICSE 10th Syllabus
  • ICSE 10th exam pattern
  • ICSE 10th Question Papers
  • ICSE 10th Result
  • ICSE 10th Toppers
  • ISC 12th Board
  • ISC 12th Time Table
  • ISC Syllabus
  • ISC 12th Question Papers
  • ISC 12th Result
  • IMO Syllabus
  • IMO Sample Papers
  • IMO Answer Key
  • IEO Syllabus
  • IEO Answer Key
  • NSO Syllabus
  • NSO Sample Papers
  • NSO Answer Key
  • NMMS Application form
  • NMMS Scholarship
  • NMMS Eligibility
  • NMMS Exam Pattern
  • NMMS Admit Card
  • NMMS Question Paper
  • NMMS Answer Key
  • NMMS Syllabus
  • NMMS Result
  • NTSE Application Form
  • NTSE Eligibility Criteria
  • NTSE Exam Pattern
  • NTSE Admit Card
  • NTSE Syllabus
  • NTSE Question Papers
  • NTSE Answer Key
  • NTSE Cutoff
  • NTSE Result

Schools By Medium

  • Malayalam Medium Schools in India
  • Urdu Medium Schools in India
  • Telugu Medium Schools in India
  • Karnataka Board PUE Schools in India
  • Bengali Medium Schools in India
  • Marathi Medium Schools in India

By Ownership

  • Central Government Schools in India
  • Private Schools in India
  • Schools in Delhi
  • Schools in Lucknow
  • Schools in Kolkata
  • Schools in Pune
  • Schools in Bangalore
  • Schools in Chennai
  • Schools in Mumbai
  • Schools in Hyderabad
  • Schools in Gurgaon
  • Schools in Ahmedabad
  • Schools in Uttar Pradesh
  • Schools in Maharashtra
  • Schools in Karnataka
  • Schools in Haryana
  • Schools in Punjab
  • Schools in Andhra Pradesh
  • Schools in Madhya Pradesh
  • Schools in Rajasthan
  • Schools in Tamil Nadu
  • NVS Admit Card
  • Navodaya Result
  • Navodaya Exam Date
  • Navodaya Vidyalaya Admission Class 6
  • JNVST admit card for class 6
  • JNVST class 6 answer key
  • JNVST class 6 Result
  • JNVST Class 6 Exam Pattern
  • Navodaya Vidyalaya Admission
  • JNVST class 9 exam pattern
  • JNVST class 9 answer key
  • JNVST class 9 Result

Download Careers360 App's

Regular exam updates, QnA, Predictors, College Applications & E-books now on your Mobile

student

Certifications

student

We Appeared in

Economic Times

  • School Life

रक्षाबंधन पर निबंध हिंदी में - Raksha Bandhan Essay in Hindi

रक्षाबंधन पर निबंध (raksha bandhan essay in hindi): रक्षाबंधन भाइयों और बहनों के बंधन का त्योहार है। इस लेख में हम आपके लिए स्कूल और कॉलेज छात्रों के लिए हिंदी में आसान और सरल रक्षाबंधन निबंध लेकर आए हैं।.

Pragya Sagar

रक्षा बंधन भाइयों और बहनों का एक हिंदू त्योहार है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं। राखी सुरक्षा और प्रेम का प्रतीक है। बदले में, भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं। यह पर्व भाई-बहन के रिश्तों के मूल्य को प्रदर्शित करता है।
रक्षा बंधन त्योहार, भाई-बहनों के बीच के बंधन का जश्न है। बहनें सुरक्षा और प्रेम के प्रतीक के रूप में अपने भाइयों की कलाई पर "राखी" बांधती हैं। भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का वादा करते हैं। यह परंपरा भाइयों बहनों के मजबूत संबंधों को दर्शाती है। रक्षा बंधन पूरे परिवार के लिए खुशी का अवसर है। इस दिन सिर्फ सेज भाई बेहेन नहीं बल्कि सभी रिश्तेदार भाई-बहन के बंधन का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं। यह त्यौहार परिवार के सभी सदस्यों के बीच एकता और प्रेम की भावना को बढ़ावा देता है।

RELATED ARTICLES:

Rakshabandhan Essay in English for School Students

Get here latest School , CBSE and Govt Jobs notification and articles in English and Hindi for Sarkari Naukari , Sarkari Result and Exam Preparation . Download the Jagran Josh Sarkari Naukri App .

  • UP Police Costable Re Exam Date 2024
  • CSIR NET Life Sciences Exam Analysis 2024
  • AFCAT Admit Card 2024
  • CTET Answer Key 2024
  • CSIR NET Exam Analysis 2024
  • SSC Stenographer 2024
  • SSC CHSL Answer Key 2024
  • OSSC CHSL Answer Key 2024
  • India Post GDS Cut Off
  • Education News

Latest Education News

Andhra Pradesh Board Class 10 English Third Language Sample Paper 2024-25: Download Free PDF!

CTET Result 2024: Check July Scorecard Expected Date and Latest Updates

Best Optional Subject for UPSC 2024: Most Preferred Subjects are Political Science, Geography and Sociology

GSEB HSC Result 2024: Check Gujarat Board 12th Result Online at gseb.org

Important Days in July 2024: National and International Special Dates List

GSEB SSC Result 2024: Check Gujarat Board 10th Result Online at gseb.org

gseb.org GSEB Supplementary Result 2024 Out: Official Website Link to Check Gujarat Board SSC, HSC Supply Results Online Here

UP Police Constable Syllabus, Exam Pattern 2024: यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा के लिए सिलेबस और एग्जाम पैटर्न यहाँ से करें चेक

GSEB Supplementary Result 2024 Declared: Check 10th, 12th Supply Results at gseb.org

Paris Olympics 2024: गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा कब दिखेंगे एक्शन में, क्या है पूरा एथलेटिक्स शेड्यूल देखें यहां

Assam Board AHSEC Class 12 Chemistry Syllabus 2024-25: Download PDF for Free!

Vocabulary for Bank Exams 2024: Top Antonyms and Synonyms for Bank Clerk and PO Exams

[Latest] Paris 2024 Olympics Medal Tally India: पेरिस में किन भारतीयों ने जीते पदक, यहां देखें पूरी लिस्ट 

exams.nta.ac.in CUET UG 2024 Result Declared: Official Website Link to Check CUET UG Results Online by Application Number and Date of Birth

RBSE Supplementary Exam Date 2024 OUT: राजस्थान बोर्ड 10वीं, 12वीं सप्लीमेंट्री परीक्षा तिथि घोषित, यहां देखें पूरा शेड्यूल PDF

Cheapest Flight: कैब से भी सस्ता है इन दो शहरों के बीच का फ्लाइट टिकट, देखें डिटेल्स

UPSSSC Instructor Result 2024 OUT at upsssc.gov.in: Here's Direct Link

ICAI CA Foundation Result 2024 LIVE: CA Foundation June Results Today at icai.nic.in, Check Scorecards by Roll and Registration Number

RRB ALP Online Form Correction 2024 Window Opens, Direct Link for Form Modification Here

MP Board Supplementary Result 2024 Releasing Soon at mpbse.nic.in, Get Latest Updates

AOL logo

  • कोविड देखभाल कार्यक्रम
  • कोविड राहत प्रयास
  • मिशन ज़िन्दगी
  • ऑनलाइन प्राणायाम एवं ध्यान शिविर
  • हैप्पीनेस प्रोग्राम
  • युवाओं के लिए हैप्पीनेस प्रोग्राम
  • अनिद्रा एवं चिंता
  • शिक्षक बनें
  • कॉर्पोरेट योग
  • श्री श्री योग रिट्रीट
  • प्रज्ञा योग - अंत:प्रज्ञा प्रक्रिया
  • ऑनलाइन उत्कर्ष योग
  • ऑनलाइन मेधा योग स्तर 1
  • ऑनलाइन मेधा योग स्तर 2
  • अपने बच्चों को जानें
  • अपने किशोर को जानें
  • तनावमुक्त परीक्षा
  • वेलनेस (कल्याण) कार्यक्रम
  • मेरुदंड के लिए योग कार्यक्रम
  • नशामुक्ति मॉड्यूल
  • एम एस एम् ई
  • शिक्षक प्रशिक्षण
  • स्वयंसेवक प्रशिक्षण
  • श्री श्री योग शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम
  • सुदर्शन क्रिया
  • अष्टावक्र गीता
  • भक्ति सूत्र
  • योग रिट्रीट
  • शुरुआती लोगों के लिए योग
  • महिलाओं के लिए योग
  • सहज समाधि ध्यान
  • साइलेंस कार्यक्रम
  • निर्देशित ध्यान
  • विश्रामदायक संगीत
  • शुरुआती लोगों के लिए ध्यान
  • लज़ीज़ व्यंजन
  • गुरुदेव के दिए स्वास्थ्य के नुस्खे
  • श्री श्री तत्व
  • पुरस्कार और सम्मान
  • यात्रा कार्यक्रम
  • कोविड राहत परियोजना
  • शिक्षा परियोजना
  • आपदा राहत परियोजना
  • ग्रामीण परियोजना
  • महिला सशक्तिकरण परियोजना
  • जेल परियोजना
  • शांति प्रयास
  • प्रोजेक्ट भारत
  • कृषि परियोजना
  • श्री श्री रवि शंकर विद्या मंदिर
  • श्री श्री यूनिवर्सिटी
  • अंतरराष्ट्रीय
  • कार्यक्रम खोजें शॉप
  • अपना स्थानीय केन्द्र खोजे

अंतर्राष्ट्रीय

  • What are you looking for?

Find Courses

  • IN City Centers
  • Search Website

Change Country Site

  • Change Country Website
  • Retreat Centers
  • Global Website

Search Courses By Name

Search courses by location, select a retreat center.

  • Canada - Montreal
  • Germany - Bad Antogast
  • India - Bangalore
  • USA - Boone, NC

केंद्र खोजिए

  • --> --> -->