- अन्वेषण करें हमारे बारे में समुदाय विविध लेख श्रेणियाँ
- श्रेणियाँ (categories) खोजें
- विकिहाउ के बारे में
- लॉग इन/ खाता बनाएं
- शिक्षा और संचार
कैसे एक अच्छी कहानी लिखें (Write a Good Story)
इस आर्टिकल के सहायक लेखक (co-author) हमारी बहुत ही अनुभवी एडिटर और रिसर्चर्स (researchers) टीम से हैं जो इस आर्टिकल में शामिल प्रत्येक जानकारी की सटीकता और व्यापकता की अच्छी तरह से जाँच करते हैं। wikiHow's Content Management Team बहुत ही सावधानी से हमारे एडिटोरियल स्टाफ (editorial staff) द्वारा किये गए कार्य को मॉनिटर करती है ये सुनिश्चित करने के लिए कि सभी आर्टिकल्स में दी गई जानकारी उच्च गुणवत्ता की है कि नहीं। यह आर्टिकल २,३३,९३४ बार देखा गया है।
सभी इंसान अच्छे कहानीकार (स्टोरीटेलर्स) होते हैं और अगर नहीं हैं, तो बन भी सकते हैं। लेकिन बात जब एक अच्छी कहानी लिखने की होती है, तब फिर चाहे आप कितनी भी अच्छी कल्पना क्यों न कर लेते हों और आपके पास में हजारों अच्छे आइडिया ही क्यों न हों, लेकिन फिर भी हो सकता है, कि आप एकदम कन्फ़्यूज हो जाएँ। आपको कुछ एकदम ओरिजिनल बनाना है, न कि किसी की नकल करना है! एक अच्छी कहानी लिखने के लिए आपको प्रेरणा की तलाश करनी होगी, अपना कंटेन्ट तैयार करना होगा और फिर अपने द्वारा किए हुए काम को तब तक रिवाइज करते रहना (दोहराना) है, जब तक कि आप आपकी क्षमता के हिसाब से बेस्ट कहानी न लिख डालें। अगर आप एक अच्छी कहानी लिखना चाहते हैं, तो बस इन आसान से स्टेप्स को फॉलो करें।
प्रेरणा पाना (Getting Inspired)
- एक बुक पढ़ें। अनुभव से ही मदद मिलती है। पढ़ना दिमाग के लिए भी अच्छा होता है, ये आपको इस बारे में जानकारी देगा, कि आखिर एक पब्लिश हुई बुक कैसी नजर आती है। बेशक, आपको न जाने कितनी सारी बुक्स मिल जाएंगी, लेकिन जहां तक हो सके, अपनी लोकल लाइब्रेरी जाकर तलाशने की कोशिश करें और वहाँ से ही एक ऐसी बुक तलाश करें, जो आपकी रुचि के हिसाब से एकदम फिट बैठती हो। हर एक बुक और इंसान अलग होते हैं। हो सकता है, कि एक बुक से आपको अच्छे सेंटेन्स स्टार्टर्स (शुरुआत करने लायक वाक्य), प्रेरणा और आप जिस तरह के टेक्स्ट को लिखना चाहते हैं, वही मिल जाए। अपनी वोकेबुलरी (शब्दावली) को बढ़ाने के लिए अलग-अलग तरह की बुक्स को पढ़ने की पुष्टि कर लें। अगली बात जो आप जानते हैं, वो ये, कि अब आपके पास एक कहानी का आधार होगा।
- कुछ रोचक किरदारों की खासियत पर ध्यान दें। हो सकता है, आपने कभी भी आपके पड़ोसी को उसके पौधों के साथ में बात करते हुए सुना हो या फिर उसे उसकी बिल्ली को हर सुबह वॉक पर ले जाते हुए देखा हो। ये, फिर से, अपने आसपास के लोगों के ऊपर ही ध्यान देना होता है। क्या आपकी सिस्टर बहुत ज्यादा इंटेलिजेंट (गीकी) टाइप है? हो सकता है, आपका अगला इंटेलिजेंट किरदार उसी की पर्सनालिटी पर आधारित हो। इस तरह के लोगों की ज़िंदगी के अंदर झाँककर देखने की कोशिश करें और देखें अगर कोई कहानी बन पाए।
- अपने आसपास के माहौल पर ध्यान दें। एक वॉक पर चले जाएँ या फिर किसी पार्क में बैठकर, वहाँ पर नजर बनाकर कुछ वक़्त बिताएँ और देखें अगर आपको कुछ मिल जाए। हो सकता है, कि आपको किसी गटर के ठीक सामने, गुलाबों से सजा हुआ एक बुके नजर आ जाए या फिर एक पार्क बेंच पर एकदम नए स्नीकर्स दिख जाएँ। खूबसूरत वो वहाँ पर कैसे पहुंचे? अब अपनी खुली आँखों से सपने देखना शुरू कर दें!
- लोग जब बात करें, तब उन्हें सुनें। बस आते-जाते सुना हुआ एक दिलचस्प वाक्य भी आपको एक पूरी कहानी लिखने को प्रेरित कर सकता है। हो सकता है, कि आप किसी को ऐसा कहते हुए सुने, "कोई मुझे नहीं समझता......" या "मेरा डॉग मेरे घर में आने वाले सभी लोगों को बहुत परेशान करता है..." क्या ये एक कहानी लिखने के लिए काफी है? बेशक!
- आप जब कहानी लिखना शुरू करते हैं, तब जरूरी नहीं है, कि आपको आपकी कहानी का अंत मालूम ही होना चाहिए। असल में, कहानी लिखना शुरू करते वक़्त ही, कहानी के बारे में सब-कुछ नहीं मालूम होना, आपको और भी क्रिएटिव संभावनाएं खोजने में मदद कर सकता है और ये आपकी कहानी को और भी मजबूती भी देगा।
- ये जो "ऐसा होता, तो क्या होता" सिनारियो है, ये कुछ प्रैक्टिकल (असलियत से जुड़ा) भी हो सकता है या फिर ये एकदम कुछ अजीब सा भी हो सकता है। आप चाहें तो खुद से पूछ सकते हैं, कि "कैसा हो, अगर मेरा डॉग मुझ से बात करने लग जाए?" या "कैसा हो, अगर मेरे डॉग पर हमेशा नाराज होने वाला मेरा पड़ोसी, किसी दिन उसका किड्नैप (अपहरण) कर लें?"
- बहुत से लोग आप से कहेंगे, कि "आपको सिर्फ वही लिखना चाहिए, जिसके बारे में आपको मालूम है।" एक खयाल के हिसाब से भी माना जाता है, कि अगर आपने आपका बचपन पंजाब के खेत खलिहानों में रहकर बिताया है, या फिर आपने आपकी ज़िंदगी के 10 वर्ष कोंकण की हरियाली में पेंटिंग करने की कोशिश करते हुए बिताए हैं, तो ऐसे में आपको किसी अनजानी जगह पर किसी के जीवन के बीतने के अनुभव के बारे में लिखने के बजाय, आपके अपने इन्हीं अनुभवों के बारे में लिखना चाहिए।
- कुछ रायटरर्स (लेखक) ऐसा कहेंगे, कि आपको उन्हीं चीजों के बारे में लिखना चाहिए, "जिन्हें आप जानते तो हैं, लेकिन पूरी तरह से नहीं।" इसका मतलब, आपको पहले आपके किसी जाने-माने क्षेत्र से शुरुआत करना चाहिए और फिर किसी ऐसी चीज़ के बारे में तलाशना शुरू करें जिसके बारे में हमेशा आपके मन में कोई उत्सुकता हो या जिसके बारे में आपको ज्यादा कुछ मालूम न हो।
- अगर आप असल में घटित हुई घटनाओं के बारे में लिखने को लेकर बहुत ज्यादा कम्फ़र्टेबल हो जाते हैं, तो फिर आपके पास उसमें क्रिएटिविटी शामिल करने लायक जगह ही नहीं रह जाएगी। उदारण के लिए, हो सकता है, आपका कोई एक ऐसा बचपन का फ्रेंड हो, जो आपको बताए बिना कहीं दूर चला गया हो या फिर शायद आप अपने बचपन में हमेशा से ही रोलर-कोस्टर को देखकर अचंभित हुआ करते थे, और जानना चाहते थे, कि आखिर ये सब होता कैसे है। इस दुनिया पर ही गौर करें और फिर उसी से कुछ बना लें।
- जब आपका कोई फ्रेंड आप से ऐसा कहता है, "तुम मानोगे नहीं, लास्ट वीक मेरे साथ क्या हुआ..." उस पर ध्यान दें। यहीं पर आपको आपकी शॉर्ट स्टोरी की शुरुआत मिल सकती हैं।
- एक कहानी किसी भी अनचाही जगह से भी आ सकती है। हो सकता है, कि एक रेडियो डीजे (radio DJ) बस कुछ ही लाइंस में उसके बचपन की यादों को ताजा कर रहा हो, और आप खुद को उसकी कही हुई बातें सुनकर, उसकी लाइफ की कल्पना करते हुए पाते हैं।
- एक बात का ध्यान रखें: अगर आपकी पहचान एक ऐसे लेखक की तरह बन गई है, जो हमेशा ही लोगों के द्वारा सुनाई हुई कहानियाँ की "चोरी" करता है और उन से ही फिक्शन तैयार कर लेता है, तो फिर लोग आपके सामने अपनी बातें शेयर करने में कतराने लग जाएंगे।
- किसी एक जगह के बारे में लिखना, आपको एक मजेदार किरदार बनाने की दिशा में लेकर जाने मदद कर सकता है।
- इस तरह के ओपनिंग सेंटेन्स से कहानी लिखना शुरू करें: "मैंने आज से पहले ये किसी को भी नहीं बताया है।" अगर आपकी कहानी फर्स्ट पर्सन से नहीं बताई जा रही है, तो इसे इस तरह से शुरू कर सकते हैं, "उसने दरवाजा बंद कर दिया। उसके चेहरे पर आंसुओं की धार सी लग गई। क्या किसी ने उसे धोखा दिया है?"
- किसी जगह पर लगी हुई एक खलिहान की तस्वीर पर ध्यान दें। फिर, उसे किसी ऐसे इंसान के नजरिए से डिस्क्राइब करें, जिसने अभी एक मर्डर किया है। अब फिर से किसी एक ऐसी लड़की के नजरिए से ऐसा करें, जिसने अभी-अभी अपनी माँ को खो दिया है। देखें, किस तरह अलग-अलग लोगों के विचार के द्वारा दुनिया को देखने का नजरिया बदल रहा है। आप खुद को ही उस किरदार की जगह पर रखकर देखें!
- बस कुछ 10-15 मिनट्स के लिए लिखें। आपने अपनी गलती को सुधारने के लिए जो भी लिखा है, उसे एक बार फिर से देखें।
- अपनी ज़िंदगी में से किसी एक ऐसे इंसान को चुन लें, जिसे आप बिल्कुल भी पसंद नहीं करते हैं। अब, उस इंसान के नजरिए से एक कहानी लिखना शुरू करें। जितना हो सके उसे पढ़ने वाले के मन में उसके लिए सहानुभूति बनाने की कोशिश करें। यार रखें-ये आपकी कहानी है!
- किसी किरदार को आपको सरप्राइज़ (आश्चर्य) में डालने दें। एक ऐसे किरदार के बारे में लिखें, जिसे आप अच्छी तरह से जानते हैं और फिर इस इंसान को कुछ ऐसा करने दें, जिसके करने के बारे में आपको बिल्कुल भी संभावना न हो। देखें, ये आपको कहाँ तक लेकर जाता है। ये आपकी कहानी को और भी दिलचस्प बना देता है।
- बहस (तर्क)। ऐसे दो किरदार रखें, जो एकदम अलग ही बहस कर रहे हैं, जैसे कि कौन कचरे को बाहर रखने वाला है या कौन मूवी के लिए पे करने वाला है। इस बात को स्पष्ट कर दें, कि ये जो बहस है, वो असल में किसी एक बड़ी और और ज्यादा सीरियस चीज़ के बारे में है, जैसे कि कौन रिश्ते को पहले खत्म करने वाला है या कौन बहुत ज्यादा दे रहा है, लेकिन इसके बदले में उसे कुछ भी नहीं मिल रहा है। जहां तक हो सके, डाइलॉग को ही सारा काम करने दें। हालांकि, उसे बोरिंग भी मत बनाएँ।
- बॉडी लेंग्वेज। ऐसे करीब 500 शब्द लिखें, जो एक-दूसरे के सामने बैठे हुए दो किरदारों के बारे में डिस्क्राइब करते हों। बिना डाइलॉग यूज किए, आपके रीडर्स को खुद ही देखने दें, कि ये दोनों किरदार आखिर एक-दूसरे के बारे में क्या फील करते हैं।
- रोकेया सखावत हुसैन की "Sultana’s Dream"
- प्रज्वल परजुल की "The Cleft"
- आर.के. नारायण की "An Astrologer’s Day"
- प्रेमचंद की "Lottery"
- मृणाल पांडे की "Girls"
- झुम्पा लहिरी की "Interpreter of Maladies"
- रस्किन बॉन्ड की "A Tiger in the House"
- शशि थरूर की "The Political Murder"
- नयनतारा सहगल की "Rich Like Us"
- अनीता नायर की "The Ladies Coupe"
- अरुंधति रॉय की "The God Of Small Things"
- झुम्पा लहिरी की "A Temporary Matter"
- किरण देसाई की "The Inheritance Of Loss"
- मंजु कपूर की "Difficult Daughters"
- मीनाक्षी रेड्डी माधवन की "You Are Here"
अपनी कहानी लिखने की कला को सुधारना
- उदाहरण के लिए, मान लीजिए, आपके पास में पर्पल पर्दे हैं। आपके पर्दे कैसे नजर आते हैं? वो आपको किस की याद दिलाते हैं? वो आपके रूम में कहाँ पर लगे हुए हैं?
- हालांकि, आपको बहुत ज्यादा भी स्पष्ट नहीं करना है, क्योंकि बहुत ज्यादा स्पष्ट करने की वजह से आपकी कहानी धीमी पड़ जाएगी। बस आपको अपने रीडर के मन में एक वास्तविक तस्वीर बनाने की कोशिश करना है।
- कंस्ट्रक्टिव क्रिटिसिज़्म (निर्माणकारी आलोचनाओं) को सुनें और समझें, कि कब आपको आपकी राइटिंग स्किल्स में सुधार करने की जरूरत है। इसके साथ, ये भी जानना सीखें, कि कब ये सिर्फ जैलसी है। प्रैक्टिस के जरिए आप इसे करना सीख जाएंगे।
अपनी कहानी तैयार करना
- फर्स्ट पर्सन: फर्स्ट पर्सन को एक ऐसे किरदार के नजरिए से व्यक्त किया जाता है, जो खुद का जिक्र करने के लिए "मैं (I)" का यूज करता है। "मैंने इससे पहले कभी किसी को इसके बारे में नहीं बताया है," ये फर्स्ट-पर्सन राइटिंग का एक उदाहरण है। अगर आप किसी एक किरदार के विचारों और नजरियों पर ही सारा ध्यान लगाना चाहते हैं, तो आपके लिए फर्स्ट पर्सन यूज करना सबसे अच्छा होगा, लेकिन अगर उस किरदार के नजरिया बहुत सीमित होगा, तो ये आपके लिए भी बहुत सीमित हो सकता है। अगर आप अभी शुरुआत ही कर रहे हैं, तो आपके लिए अभी फर्स्ट पर्सन का नजरिया बहुत आसान हो सकता है।
- थर्ड पर्सन: थर्ड पर्सन, उस वक़्त यूज होता है, जब आप "वह" या "वो" लिखकर, बाहरी नजरिए से किसी एक किरदार के बारे में लिखते हैं, जैसे कि, कहना, "वो थक गया था।" थर्ड-पर्सन में, लेखक या तो किरदार के विचारों के एकदम करीब पहुँच जाएगा या फिर किरदार से एकदम दूरी बना सकता है।
- सेकंड पर्सन: सेकंड पर्सन सीधे तौर पर रीडर को "तुम/आप" कहकर संबोधित करता है। जैसे कि, "आप ऑफिस तक जा रहे हैं।" ये रीडर को थामे रखने की अच्छी टेक्निक होती है, लेकिन ये कभी-कभी जरूरत से ज्यादा भी यूज हो सकता है।
- राइजिंग एक्शन/एक्सपोजीशन: ये आमतौर पर शॉर्ट स्टोरी की शुरुआत में आता है, जब रीडर को मुख्य किरदारों, सेटिंग और केंद्रीय संघर्ष से अवगत किया जाता है। हालांकि, कुछ कहानियाँ एक्शन के ठीक बीच में भी शुरू हुआ करती हैं और रीडर्स के मन में, असल में पहले क्या हुआ था, जानने के लिए जिज्ञासा जगाता है।
- संघर्ष: कहानी की असली बाजी। हर कहानी के अंदर कोई न कोई एक दांव होना ही चाहिए नहीं तो रीडर इसे पढ़ ही नहीं पाएगा, फिर चाहे आपकी कहानी की भाषा कितनी ही अच्छी क्यों न हो। हर एक कहानी में एक संघर्ष की या फिर तनाव के पल की जरूरत होती ही है; ये दो पुरुषों के, किसी एक ही महिला को पाने की लड़ाई करने या किसी लड़की के मन में, अपने फ्रेंड के द्वारा उसे पार्टी पर बुलाए जाने या न बुलाए जाने की कश्मकश के जितना ड्रामैटिक भी हो सकता है। संघर्ष किस प्रकार का है, ये कोई मायने नहीं रखता -- अगर कुछ मायने रखता है, तो वो ये कि रीडर्स के मन में आगे क्या होने वाला है, की जिज्ञासा।
- नियति (The falling action): कहानी का समाधान। संघर्ष के समाप्त होने या उसके ऊपर चर्चा होने के बाद, कहानी को अब खत्म होना चाहिए। लेकिन ज़्यादातर कहानियों की इतनी अच्छी खुशनुमा एंडिंग नहीं हुआ करती है। ज़्यादातर कहानियाँ ऐसे किसी शब्द या इमेज पर खत्म हो जाती हैं, जो रीडर्स को सोचते हुए छोड़ देती है। अगर आपकी कहानी आखिर में अच्छी तरह से "समाप्त" हो जाती है, तो आपने रहस्य और आकर्षण को कुछ हद तक कम कर लिया है।
- वो क्या कहते हैं, को डिस्क्राइब करें। डाइलॉग की कुछ परफेक्ट लाइंस किसी भी किरदार के असली मकसद की पहचान करा सकती हैं -- खासकर अगर वो डाइलॉग उसकी सोच से मेल न खा रहा हो, तब।
- वो क्या करते हैं, को डिस्क्राइब करें। क्या वो शख्स अलार्म के बिना भी रोज सुबह छह बजे उठ जाता है या फिर वो रोज सुबह उठने से पहले कई बार "स्नूज (snooze)" बटन दबाकर घंटों तक भी बिता देता है? हर एक छोटा सा काम भी उस किरदार को बनाने में मदद कर सकता है, हालांकि ये आपको शुरुआत में जरूर बेकाम का नजर आ सकता है।
- वो कैसे नजर आते हैं, को डिस्क्राइब करें। क्या वो इंसान मार्केट जाते वक़्त बहुत अजीब ढ़ंग से तैयार हुआ करता है या फिर किसी बहुत दर्दभरे लम्हे में भी अजीब ढ़ंग से मुस्कुराता है? किसी भी किरदार का फिजिकल अपीयरेंस, उसकी मानसिक स्थिति की भी गवाही दे सकता है।
- वो दूसरों के साथ में किस तरह से बातचीत करते हैं, के बारे में भी बताएं। क्या आपका किरदार बहुत ज्यादा शर्मीला है या फिर वो इना ज्यादा बॉसी है, कि उसके आसपास मौजूद हर एक इंसान, उसके मुँह खुल जाने को लेकर घबराता है? क्या वो इसी वजह से वेटर्स के साथ में अच्छे से पेश आता है, क्योंकि उसकी माँ भी कभी एक वेट्रेस थीं या फिर वो सभी वेटर्स के साथ में इसलिए बदसलूकी करता है, क्योंकि एक वेट्रेस ने उसका दिल दुखाया है या फिर बस उसे ऐसा करना अच्छा लगता है? किसी किरदार के बारे में जाहिर करना, उसके बारे में काफी कुछ उजागर कर सकता है।
- दो किरदारों के बीच में मौजूद डाइलॉग भी उनके बारे में काफी कुछ उजागर कर सकते हैं।
- जो नहीं बोला जा रहा है, उसके ऊपर भी ध्यान दें। उदाहरण के लिए, अगर कोई एक छोटा बच्चा इस बात से दुखी है, कि उसके फादर ने उसका बेसबाल गेम मिस कर दिया, लेकिन फिर भी जब वो दोनों अगली बार मिलते हैं, तो वो गेम के बारे में कोई बात किए बिना, वो उन से पूछता है, कि "आपका काम कैसा हुआ?" ये भी उसके बारे में काफी कुछ उजागर कर सकता है।
- अपने डाइलॉग को बहुत ज्यादा भी ज़ोर देना अवॉइड करें, जैसे कि "हरी ने कहा..." की जगह पर "हरी ने व्यक्त किया..." लिखना।
- फिर चाहे सेटिंग कहानी के लिए बहुत ज्यादा जरूरी न भी हो, रीडर्स को कन्फ़्यूज मत करें और उन्हें ये समझ आने दें, कि ये घटना किस जगह पर घटित हो रही है, फिर चाहे ये जगह दुनिया के किसी कोने में मौजूद एक छोटी सी झोपड़ी या एक अनजाना सा स्कूल जैसा कुछ भी क्यों न हो।
- टाइम पीरियड भी सेटिंग का एक बहुत जरूरी हिस्सा हो सकता है। अगर आपकी कहानी 1960 के वर्ष की है, तो अपने रीडर्स को इसके बारे में भरपूर संकेत दे दें या फिर आप ही इसे बार-बार बताते जाएँ, ताकि वो आधी से ज्यादा कहानी को आज के दौर की समझकर न पढ़ते जाएँ।
- वॉइस (Voice) लेखक के शब्दों के साउंड होने के तरीके को डिस्क्राइब करता है, न कि किरदार के द्वारा बोले जाने वाले शब्दों के साउंड को। शॉर्ट स्टोरी में लिखा हुए हर एक शब्द, लेखक की अपनी वॉइस की पहचान बनाने में अपना योगदान देता है।
- "जानकारियों का भंडार भरना" अवॉइड करें। अपने रीडर्स को कहानी की शुरुआत में ही वो हर एक बात न बताते जाएँ, जो आपको लगती हैं, कि उन्हें मालूम होनी चाहिए । अगर आप कुछ होने के पहले ही, सिर्फ अपने किरदारों को और घटनाओं को बताने के ऊपर तीन पेज बर्बाद कर देंगे, तो आपके रीडर्स बोर हो जाएंगे।
- ट्रिक एंडिंग (एक चालाकी से समाप्त) करने से बचें। कोई भी इंसान किसी कहानी के आखिर में ये जानकर खुश नहीं होगा, कि अब तक जो भी हुआ, वो तो सिर्फ एक ख्वाब था या फिर इसे तो बस एक दूसरे नजरिए से पेश किया जा रहा था। ओ हेनरी (O. Henry) इसी तरह की एंडिंग के लिए फेमस हुई थी, लेकिन अब उसे एक बकवास की तरह माना जाता है।
- इसे बहुत सिंपल रखें: हो सकता है, कि आप ऐसा सोचें, कि शॉर्ट स्टोरी लिखने के लिए एक उन्नत, बनावटी भाषा ही यूज की जाना चाहिए। अगर आप एक हाइ सोसाइटी लाइफ के बारे में कोई कहानी लिख रहे हैं, तो फिर इसे यूज करना आपके लिए ठीक रहेगा, लेकिन ज़्यादातर कान्सैप्ट के लिए, इसे छोटा और सिंपल ही रखना सही माना जाता है।
- डाइलॉग को बहुत ज्यादा भी फैलाने से बचें। नरेशन, नॉन-डाइलॉग को आपके रीडर्स को आपकी कहानी के बारे में बेसिक जानकारी बताने के लिए यूज किया जाना चाहिए। डाइलॉग का यूज किरदार के बारे में, उसके स्ट्रगल के बारे में, उसके रिश्ते बगैरह के बारे में बताने के लिए ज्यादा से ज्यादा यूज किया जाना चाहिए, लेकिन इसे कहानी की "सच्चाई" के लिए नहीं यूज होना चाहिए। जैसे कि, एक किरदार को ऐसा कभी नहीं बोलना चाहिए, कि "मनु, मुझे लगा, कि तुम 20 साल के हो और ये तुम्हारा मुंबई में दूसरा साल है..." क्योंकि ये एक ऐसी बात है, जो कहानी के किरदारों को पहले से ही मालूम है।
- कहानी के असली दांव को एकदम स्पष्ट रखें। किसी भी रीडर को, आपकी कहानी को पढ़ते वक़्त और उसे पूरा पढ़ लेने के बाद, इस सवाल का जवाब देते आना चाहिए, कि "इस कहानी का असली मकसद क्या है?" अगर कोई रीडर कहानी पूरी पढ़ लेता है और उसे अभी तक यही नहीं समझ आता, कि असली मुद्दा क्या है, तो फिर आपकी कहानी फेल हो चुकी है।
अपनी कहानी को रिवाइज करना (दोहराना)
- कभी-कभी आपके द्वारा लिखी जा रही कहानी को एक वर्ड डॉक्यूमेंट में प्रिंट करके भी आपको इसे एक नए नजरिए से देखने में मदद मिल सकती है।
- अगर आप सच में अपनी कहानी को सुधारना चाहते हैं, लेकिन अभी एकदम स्तब्ध हैं, तो उसे कम से कम एक या दो महीने के लिए एक तरफ रख दें। आप खुद ही इस वक़्त के दौरान अपने नजरिए में आए बदलाव को देखकर अचंभित हो जाएंगे।
- अपने काम को कुछ वक़्त के लिए एक तरफ रख देना, एक अच्छा आइडिया होता है, लेकिन इसे इतने ज्यादा वक़्त के लिए भी एक साइड न रखें, कि आपकी इस पर से दिलचस्पी ही खत्म हो जाए।
- फीडबैक केवल तभी मददगार साबित होंगे, जब आप इन्हें अच्छे से स्वीकार करें। अगर आपको लगता है, कि आपने दुनिया की सबसे अच्छी कहानी लिख ली है, तो फिर आप असल में किसी की एक बात भी नहीं सुन सकेंगे।
- पुष्टि कर लें, कि आप आपकी कहानी को सही रीडर्स को ही दे रहे हैं। अगर आप एक साइंस फिक्शन लिख रहे हैं, लेकिन आप आपकी कहानी को एक ऐसे राइटर फ्रेंड को पढ़ने के लिए दे रहे हैं, जिसने आज तक कभी भी साइंस फिक्शन नहीं लिखी है, तो आपको बेस्ट फीडबैक नहीं मिल सकेगा।
- नजरिए में आने वाले बदलाव को बदलने की जरूरत। हो सकता है, कि पहली बार पढ़ने पर आपको आपकी कहानी फर्स्ट पर्सन में ही सबसे अच्छी लगे, लेकिन दूसरी बार पढ़ने पर, शायद आपको ऐसा लगने लगे, कि आपके द्वारा बताई जाने वाली कहानी के लिए थर्ड पर्सन ज्यादा सही रहेगा।
- शब्दों में कमी करना। एक नियम के हिसाब से, अपनी कहानी में से कुछ 250 (ये कम से कम 10 पेज के बराबर लंबी होनी चाहिए) तक शब्दों को कम करने के बाद आप मान सकते हैं, कि आपकी कहानी पूरी हो गई है। आप खुद ही आपकी कहानी में मौजूद गैर-जरूरी शब्दों को पाकर दंग रह जाएंगे।
- किसी भी कन्फ़्यूजन को अलग कर दें। खुद से पूछें, कि अगर ये कहानी आपने खुद न लिखी होती, तो इसमें जो भी कुछ हो रहा है, वो आपको अच्छे समझ आता या नहीं। हो सकता है कि कहानी का जो कान्सैप्ट है, वो आपको बहुत अच्छे से मालूम हो, लेकिन आपके जो रीडर्स हैं, वो शायद इसकी वजह से बहुत ज्यादा कन्फ़्यूज भी हो सकते हैं।
- इसमें फीलिंग्स, साउंड्स बगैरह को शामिल करने की पुष्टि कर लें। फीलिंग्स किसी भी कहानी में एक जान डाल देती हैं। आखिर, वो कहानी ही क्या, जिसमें कोई फीलिंग्स न हों?
- जरूरत हो, तो और भी रिसर्च करें। अगर आप 60 के दशक में पानीपत के एक गाँव के बारे में कुछ लिखना चाह रहे हैं, और फिर आपको लगता है, कि आपको इस वक़्त के बारे में उतनी भी जानकारी नहीं है, जितनी की आपको जरूरत है, तो फिर इस वक़्त पर आपको इस एरा के बारे में एक ठोस कहानी लिखने के हिसाब से कुछ बुक्स को पढ़कर रिसर्च कर लेना चाहिए।
- सुदृढ़ (पर्सिस्टेंस) रहें। जब भी आप परेशान हो जाएँ, तब खुद को बस एक बात याद दिलाएँ, कि कोई भी कहानी अपने पहले ड्राफ्ट में ही परफेक्ट नहीं बन जाती है -- लेकिन अगर आप एक दूसरा, तीसरा और शायद चौथा ड्राफ्ट भी लिखते हैं, तो आप में एक अमेजिंग शॉर्ट स्टोरी लिखने की क्षमता है।
- आप आपके मुख्य किरदारों को कैसा बनाना चाहते हैं, से अवगत रहें। अगर आपको मालूम है, कि ऐसा नहीं हो सकता, तो फिर किसी एक बेवकूफ से बच्चे को एक ऐसा कूल सेंटेन्स न दें, जो बोलना उसके स्वाभाव में ही न हो। अपने किरदारों को भी ठीक वैसे ही जानें, जैसे कि आप खुद को जानते हैं। किसी दिन अपने किरदार के अंदर ही रहें।
- एडिट करते रहें। बेशक, विराम चिह्न (punctuation), स्पेलिंग, ग्रामर और वाक्य बोध को चेक करें--लेकिन बड़े सवालों को इग्नोर मत करें। क्या आपके किरदारों के एक्शन और रिस्पोंस मुमकिन होने लायक हैं? क्या आपने प्लॉट के लिए कोई शॉर्टकट लिया है, जो उसे सांसारिक या बनावटी बनाता है?
- अगर आप बहुत आसानी से दूसरे लोगों की राइटिंग से प्रभावित हो जाते हैं, तो बहुत ज्यादा मत पढ़ें। सिर्फ उन्हीं बुक्स के साथ जुड़े रहें, जिन से आप अवगत हैं, और पढ़ें, की लेखक ने किस तरह से किरदारों को, प्लॉट को और लक्ष्यों को निर्धारित किया है। हालांकि, आपको अपने आप को पिंजरे में भी बंद करके नहीं रखना है।
- आप जहां भी जाएँ, अपने साथ में हमेशा एक नोटबुक लेकर जाएँ, ताकि आप के मन में जब भी कोई आइडिया आए, तो आप उसे फौरन लिख सकें। अगर आपके पास में खाली वक़्त हो, अपनी नोटबुक को निकाल लें और आपके मन में आने वाली सबसे पहली चीज़ को लिखने लगें।
- जब लिख रहे हों, तब ऐसी जगह पर न रुक जाएँ, जहां आप कुछ भी नहीं सोच पा रहे हैं। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आप आपकी कहानी को कभी भी खत्म नहीं कर पाएंगे। एक ऐसी जगह पर रुकें, जहां आपके दिमाग में कोई प्लान आ रहा हो।
- एकदम फौरन अपनी कहानी की एडिटिंग करना मत शुरू करें, ऐसे में आपके द्वारा गलतियाँ और खामियों को देखे जाने की कम ही संभावना होती है। जब तक आप आपकी कहानी को एक नए नजरिए से देखने लायक न बन जाएँ, तब तक इंतज़ार करें।
- फ़ाइनल कॉपी तैयार करने से पहले ड्राफ्ट्स जरूर तैयार करें। ये आपको एडिटिंग में बहुत मदद करने वाले हैं।
- एक रोचक कहानी लिखने के लिए डाइलॉग और डिटेल्स बहुत जरूरी होती हैं, रीडर्स को आपके किरदारों की जगह पर रखकर देखें।
- जब एक कहानी लिख रहे हों, तब मुख्य किरदार को फोकस करने की पुष्टि कर लें, लेकिन उसके फ्रेंड्स के बारे में भी कहानियाँ बताने की जगह जरूर छोड़ें। हर मुख्य किरदार को सामने आने के लिए टाइम की जरूरत होती है और उसके फ्रेंड्स की हिस्सेदारी भी जरूरी होती है!
- अपने आप को बहुत ज्यादा भी गंभीरता से मत लें।
- अपनी कहानी लिखने से पहले, किरदारों के नाम और वो किस तरह की पर्सनालिटी को दर्शाने वाले हैं, इन सब की एक लिस्ट बना लें।
- काम करते वक़्त ही एडिट मत करें। ये आपकी लिखने की स्पीड को कम कर देता है। इसकी जगह पर बार-बार ब्रेक लेते रहें और जब आप से हो, तब एडिट करें।
- अपनी कहानी को दिलचस्प बनाने के लिए, कभी किसी दूसरे के काम को चोरी न करें। एक अच्छी कहानी लिखने में हमेशा वक़्त लगता है, तो इसलिए आप अपनी तरफ से धैर्य बनाए रखें!
- कहानी को बहुत ज्यादा भी न खींचें। किसी भी सब्जेक्ट को बहुत ज्यादा भी न खींचें। उसके लिए केवल उतनी ही जानकारी दें, जो उसे समझने और रुचि बनाने के हिसाब से सही हो।
- किसी भी चीज़ को पूरी तरह से उल्लेख करने पर आप कभी इसे खत्म नहीं कर पाएंगे ।
- अपने वाक्यों की लंबाई के अलग-अलग होने की पुष्टि कर लें।
- अपनी फैमिली के जैसे, किसी जाने-माने इंसान के बारे में बहुत करीब से जानकारी देना बहुत आसान होता है। या तो अपने परिवार को अपमानित करने से बचने के लिए किरदारों को पर्याप्त रूप से अलग बनाएँ या फिर आगे जो होने वाला है, उसके लिए तैयार रहें।
- बार-बार बहुत बड़े, भारी-भरकम शब्दों का यूज न करें। ये कुछ इस तरह से अनप्रोफेशनल लगते हैं, जैसे कि आपने आपके कंप्यूटर से आपके लिए इन्हें लिखने को कह दिया है, आपको कोशिश यही करना है, कि बार-बार बोरिंग प्लेन शब्दों का कम ही यूज करें।
- राइटर्स ब्लॉक बहुत कॉमन होता है। आप परेशान जरूर हो सकते हैं, लेकिन कभी भी हार नहीं मान सकते हैं; ब्रेक्स लेते रहें और अपने मन को आराम दें। BIC, Bum In Chair को याद रखें, बस इसी पर डटे रहें और ये सब बस BIC के ही बारे में है!
संबंधित लेखों
- ↑ http://mysite.du.edu/~bkiteley/exercises.html
- Include Exciting Vocabulary: Use a Thesaurus to Find New Words!
- Use a Wide Range of Punctuation.
- For example, , ! () :
- Check, Check and Check again for mistakes!
- Engage The Reader with Action, Description or Dialogue!
- Use Conjuctions to move your plot along.
- Don't Include too many Characters.
विकीहाउ के बारे में
- प्रिंट करें
यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?
सम्बंधित लेख.
- हमें कॉन्टैक्ट करें
- यूज़ करने की शर्तें (अंग्रेजी में)
- Do Not Sell or Share My Info
- Not Selling Info
हमें फॉलो करें
151 Hindi short stories with moral for kids बच्चों के लिए प्रेरणादायक लघु कहानियां
Today we are writing Hindi short stories with moral values for kids . These stories are only for kids and also written in that lucid language. These Hindi stories with morals may also be useful for teachers.
We are writing 101 Hindi short stories with moral values for kids here.
151 Short Hindi stories with moral values – शिक्षाप्रद लघु कहानियाँ
नीचे लिखी गयी सभी कहानियां शिक्षाप्रद होने के साथ पढ़ने में भी मजेदार है। हर एक कहानी आपको जीवन को सही तरीके से बीतने की शिक्षा देते हैं।
1. दयालु चींटी और नासमझ टिड्डा
एक समय की बात है, एक हरे-भरे घास के मैदान में, अंजलि नाम की एक चींटी और वैभव नाम का एक टिड्डा रहता था । अंजलि एक मेहनती चींटी थी जो सर्दियों के लिए भोजन इकट्ठा करने में अपना दिन बिताती थी। और वही दूसरी ओर, वैभव ने अपना समय खेलने और गाने में बिताया, और इतनी मेहनत करने के लिए अंजलि का मज़ाक उड़ाया। “तुम इतनी मेहनत क्यों करती हो, अंजलि? आओ और आनंद लो!” वैभव ने कहा.
अंजलि ने उत्तर दिया, “सर्दी आ रही है, गैरी। तैयार रहना महत्वपूर्ण है।”
महीने बीत गए और सर्दी आ गई। घास का मैदान बर्फ से ढक गया, और भोजन दुर्लभ हो गया। टिड्डा वैभव , जिसने सर्दियों के लिए तैयारी नहीं की थी, ठंडा और भूखा था। वह अंजलि के घर गया और खाना मांगा. दयालु होने के कारण अंजलि ने अपना भोजन वैभव के साथ साझा किया। वैभव ने एक मूल्यवान सबक सीखा और तब से कड़ी मेहनत करने और भविष्य के लिए तैयारी करने का फैसला किया।
इस कहानी से हमे क्या नैतिक शिक्षा मिलती है?
उत्तर: तैयार रहना और कड़ी मेहनत करना महत्वपूर्ण है, लेकिन दयालु होना और जरूरतमंदों की मदद करना भी महत्वपूर्ण है।
2. शेर का आसन
( hindi short stories with moral for kids ).
शेर जंगल का राजा होता है। वह अपने जंगल में सब को डरा कर रहता है। शेर भयंकर और बलशाली होता है। एक दिन शहर का राजा जंगल में घूमने गया। शेर ने देखा राजा हाथी पर आसन लगा कर बैठा है। शेर के मन में भी हाथी पर आसन लगाकर बैठने का उपाय सुझा। शेर ने जंगल के सभी जानवरों को बताया और आदेश दिया कि हाथी पर एक आसन लगाया जाए। बस क्या था झट से आसन लग गया। शेर उछलकर हाथी पर लगे आसन मैं जा बैठा। हाथी जैसे ही आगे की ओर चलता है, आसन हिल जाता है और शेर नीचे धड़ाम से गिर जाता है। शेर की टांग टूट गई शेर खड़ा होकर कहने लगा – ‘ पैदल चलना ही ठीक रहता है। ‘
नैतिक शिक्षा –
जिसका काम उसी को साजे , शेर ने आदमी की नक़ल करनी चाही और परिणाम गलत साबित हुआ।
Moral of this short hindi story –
Never leave your own personality. And also not try to copy anyone’s identity.
3. रेलगाड़ी
पिंकी बहुत प्यारी लड़की है। पिंकी कक्षा दूसरी में पढ़ती है। एक दिन उसने अपनी किताब में रेलगाड़ी देखी। उसे अपनी रेल – यात्रा याद आ गई, जो कुछ दिन पहले पापा-मम्मी के साथ की थी। पिंकी ने चौक उठाई और फिर क्या था, दीवार पर रेलगाड़ी का इंजन बना दिया। उसमें पहला डब्बा जुड़ गया , दूसरा डब्बा जुड़ गया , जुड़ते – जुड़ते कई सारे डिब्बे जुड़ गए। जब चौक खत्म हो गया पिंकी उठी उसने देखा कक्षा के आधी दीवार पर रेलगाड़ी बन चुकी थी। फिर क्या हुआ – रेलगाड़ी दिल्ली गई , मुंबई गई , अमेरिका गई , नानी के घर गई , और दादाजी के घर भी गई।
नैतिक शिक्षा – बच्चों के मनोबल को बढ़ाइए कल के भविष्य का निर्माण आज से होने दे।
Moral of this short Hindi story – Boost the confidence of children because they are the future.
Hindi stories for class 8
Hindi stories for class 9
4. शरारती चूहा
गोलू के घर में एक शरारती चूहा आ गया। वह बहुत छोटा सा था मगर सारे घर में भागा चलता था। उसने गोलू की किताब भी कुतर डाली थी। कुछ कपड़े भी कुतर दिए थे। गोलू की मम्मी जो खाना बनाती और बिना ढके रख देती , वह चूहा उसे भी चट कर जाता था। चूहा खा – पीकर बड़ा हो गया था। एक दिन गोलू की मम्मी ने एक बोतल में शरबत बनाकर रखा। शरारती चूहे की नज़र बोतल पर पड़ गयी। चूहा कई तरकीब लगाकर थक गया था, उसने शरबत पीना था।
चूहा बोतल पर चढ़ा किसी तरह से ढक्कन को खोलने में सफल हो जाता है। अब उसमें चूहा मुंह घुसाने की कोशिश करता है। बोतल का मुंह छोटा था मुंह नहीं घुसता। फिर चूहे को आइडिया आया उसने अपनी पूंछ बोतल में डाली। पूंछ शरबत से गीली हो जाती है उसे चाट-चाट कर चूहे का पेट भर गया। अब वह गोलू के तकिए के नीचे बने अपने बिस्तर पर जा कर आराम से करने लगा।
नैतिक शिक्षा – मेहनत करने से कोई कार्य असम्भव नहीं होता।
Moral of this short hindi story – Hard work with smartness is the key to success. Always focus on smart work.
विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक कहानियां Motivational Story For Students
बुद्धिमान राजकुमार की कहानी Rajkumar ki kahani
5. बिल्ली बच गई
ढोलू-मोलू दो भाई थे। दोनों खूब खेलते, पढ़ाई करते और कभी-कभी खूब लड़ाई भी करते थे। एक दिन दोनों अपने घर के पीछे खेल रहे थे। वहां एक कमरे में बिल्ली के दो छोटे-छोटे बच्चे थे। बिल्ली की मां कहीं गई हुई थी , दोनों बच्चे अकेले थे। उन्हें भूख लगी हुई थी इसलिए खूब रो रहे थे। ढोलू-मोलू ने दोनों बिल्ली के बच्चों की आवाज सुनी और अपने दादाजी को बुला कर लाए।
दादा जी ने देखा दोनों बिल्ली के बच्चे भूखे थे। दादा जी ने उन दोनों बिल्ली के बच्चों को खाना खिलाया और एक एक कटोरी दूध पिलाई। अब बिल्ली की भूख शांत हो गई। वह दोनों आपस में खेलने लगे। इसे देखकर ढोलू-मोलू बोले बिल्ली बच गई दादाजी ने ढोलू-मोलू को शाबाशी दी।
नैतिक शिक्षा – दूसरों की भलाई करने से ख़ुशी मिलती है।
Moral of this short hindi story – Always try to help others. It will give real pleasure.
6. रितेश के तीन खरगोश राजा
रितेश का कक्षा तीसरी में पढ़ता था। उसके पास तीन छोटे प्यारे प्यारे खरगोश थे। रितेश अपने खरगोश को बहुत प्यार करता था। वह स्कूल जाने से पहले पाक से हरे-भरे कोमल घास लाकर अपने खरगोश को खिलाता था। और फिर स्कूल जाता था। स्कूल से आकर भी उसके लिए घास लाता था।
एक दिन की बात है रितेश को स्कूल के लिए देरी हो रही थी। वह घास नहीं ला सका, और स्कूल चला गया। जब स्कूल से आया तो खरगोश अपने घर में नहीं था। रितेश ने खूब ढूंढा परंतु कहीं नहीं मिला। सब लोगों से पूछा मगर खरगोश कहीं भी नहीं मिला।
रितेश उदास हो गया रो-रोकर आंखें लाल हो गई। रितेश अब पार्क में बैठ कर रोने लगा। कुछ देर बाद वह देखता है कि उसके तीनों खरगोश घास खा रहे थे , और खेल रहे थे। रितेश को खुशी हुई और वह समझ गया कि इन को भूख लगी थी इसलिए यह पार्क में आए हैं। मुझे भूख लगती है तो मैं मां से खाना मांग लेता हूं। पर इनकी तो मैं भी नहीं है। उसे दुख भी हुआ और खरगोश को मिलने की खुशी हुई।
नैतिक शिक्षा – जो दूसरों के दर्द को समझता है उसे दुःख छू भी नहीं पता।
Moral of this short hindi story – Understand the agony of others. You will never feel any sorrow.
9 Motivational story in Hindi for students
3 Best Story In Hindi For kids With Moral Values
7. दोस्त का महत्व
वेद गर्मी की छुट्टी में अपनी नानी के घर जाता है। वहां वेद को खूब मजा आता है , क्योंकि नानी के आम का बगीचा है। वहां वेद ढेर सारे आम खाता है और खेलता है। उसके पांच दोस्त भी हैं, पर उन्हें बेद आम नहीं खिलाता है।
एक दिन की बात है, वेद को खेलते खेलते चोट लग गई। वेद के दोस्तों ने वेद को उठाकर घर पहुंचाया और उसकी मम्मी से उसके चोट लगने की बात बताई, इस पर वेद को मालिश किया गया।
मम्मी ने उन दोस्तों को धन्यवाद किया और उन्हें ढेर सारे आम खिलाएं। वेद जब ठीक हुआ तो उसे दोस्त का महत्व समझ में आ गया था। अब वह उनके साथ खेलता और खूब आम खाता था।
नैतिक शिक्षा – दोस्त सुख-दुःख के साथी होते है। उनसे प्यार करना चाहिए कोई बात छुपाना नहीं चाहिए।
Moral of this story
Always love your best friend. And take the time to choose your friends or company of friends. Because this company with friends will decide your behavior towards the situation in life.
8. मां की ममता – Short Hindi stories with moral
आम के पेड़ पर एक सुरीली नाम की चिड़िया रहती थी। उसने खूब सुंदर घोंसला बनाया हुआ था। जिसमें उसके छोटे-छोटे बच्चे साथ में रहते थे। वह बच्चे अभी उड़ना नहीं जानते थे, इसीलिए सुरीली उन सभी को खाना ला कर खिलाती थी।
एक दिन जब बरसात तेज हो रही थी। तभी सुरीली के बच्चों को जोर से भूख लगने लगी। बच्चे खूब जोर से रोने लगे, इतना जोर की देखते-देखते सभी बच्चे रो रहे थे। सुरीली से अपने बच्चों के रोना अच्छा नहीं लग रहा था। वह उन्हें चुप करा रही थी, किंतु बच्चे भूख से तड़प रहे थे इसलिए वह चुप नहीं हो रहे थे।
सुरीली सोच में पड़ गई , इतनी तेज बारिश में खाना कहां से लाऊंगी। मगर खाना नहीं लाया तो बच्चों का भूख कैसे शांत होगा। काफी देर सोचने के बाद सुरीली ने एक लंबी उड़ान भरी और पंडित जी के घर पहुंच गई।
पंडित जी ने प्रसाद में मिले चावल दाल और फलों को आंगन में रखा हुआ था। चिड़िया ने देखा और बच्चों के लिए अपने मुंह में ढेर सारा चावल रख लिया। और झटपट वहां से उड़ गई।
घोसले में पहुंचकर चिड़िया ने सभी बच्चों को चावल का दाना खिलाया। बच्चों का पेट भर गया, वह सब चुप हो गए और आपस में खेलने लगे।
मोरल – संसार में मां की ममता का कोई जोड़ नहीं है अपनी जान विपत्ति में डालकर भी अपने बच्चों के हित में कार्य करती है।
5 मछली की कहानी नैतिक शिक्षा के साथ
9. रानी की शक्ति
रानी एक चींटी का नाम है जो अपने दल से भटक चुकी है। घर का रास्ता नहीं मिलने के कारण , वह काफी देर से परेशान हो रही थी। रानी के घर वाले एक सीध में जा रहे थे। तभी जोर की हवा चली, सभी बिखर गए। रानी भी अपने परिवार से दूर हो गई। वह अपने घर का रास्ता ढूंढने में परेशान थी।
काफी देर भटकने के बाद उसे जोर से भूख और प्यास लगी।
रानी जोर से रोती हुई जा रही थी।
रास्ते में उसे गोलू के जेब से गिरी हुई टॉफी मिल गई। रानी के भाग्य खुल गए। उसे भूख लग रही थी और खाने को टॉफी मिल गया था। रानी ने जी भर के टोपी खाया अब उसका पेट भर गया।
रानी ने सोचा क्यों ना इसे घर ले चलूँ , घर वाले भी खाएंगे।
टॉफी बड़ा थी, रानी उठाने की कोशिश करती और गिर जाती। रानी ने हिम्मत नहीं हारी। वह दोनों हाथ और मुंह से टॉफी को मजबूती से पकड़ लेती है ।
घसीटते -घसीटते वह अपने घर पहुंच गई। उसके मम्मी – पापा और भाई-बहनों ने देखा तो वह भी दौड़कर आ गए। टॉफी उठाकर अपने घर के अंदर ले गए।
फिर क्या था ?
सभी की पार्टी शुरू हो गई।
मोरल – लक्ष्य कितना भी बड़ा हो निरंतर संघर्ष करने से अवश्य प्राप्त होता है।
Hindi Panchatantra stories पंचतंत्र की कहानिया
5 Famous Kahaniya In Hindi With Morals
10. मोती का मित्र
मोती तीसरी कक्षा में पढ़ता है। वह स्कूल जाते समय अपने साथ दो रोटी लेकर जाता था। रास्ते में मंदिर के बाहर एक छोटी सी गाय रहती थी। वह दोनों रोटी उस गाय को खिलाया करता था।
मोती कभी भी गाय को रोटी खिलाना नहीं भूलता। कभी-कभी स्कूल के लिए देर होती तब भी वह बिना रोटी खिलाए नहीं जाता ।
स्कूल में लेट होने के कारण मैडम डांट भी लगाती थी।
वह गाय इतनी प्यारी थी, मोती को देखकर बहुत खुश हो जाती ।
मोती भी उसको अपने हाथों से रोटी खिलाता।
दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे।
एक दिन की बात है मोती बाजार से सामान लेकर लौट रहा था।
मंदिर के बाहर कुछ लड़कों ने उसे पकड़ लिया।
मोती से सामान छीनने लगे। गाय ने मोती को संकट में देख उसको बचाने के लिए दौड़ी।
गाय को अपनी ओर आता देख सभी लड़के नौ-दो-ग्यारह हो गए।
मोती ने गाय को गले लगा लिया, बचाने के लिए धन्यवाद कहा।
- गहरी मित्रता सदैव सुखदाई होती है।
- निस्वार्थ भाव से व्यक्ति को मित्रता करनी चाहिए। संकट में मित्र ही काम आता है।
3 majedar bhoot ki Kahani Hindi mai
Bedtime stories in hindi
11. बलवान कछुए की मूर्खता
एक सरोवर में विशाल नाम का एक कछुआ रहा करता था। उसके पास एक मजबूत कवच था। यह कवच शत्रुओं से बचाता था। कितनी बार उसकी जान कवच के कारण बची थी।
एक बार भैंस तालाब पर पानी पीने आई थी। भैंस का पैर विशाल पर पड़ गया था। फिर भी विशाल को नहीं हुआ। उसकी जान कवच से बची थी। उसे काफी खुशी हुई क्योंकि बार-बार उसकी जान बच रही थी।
यह कवच विशाल को कुछ दिनों में भारी लगने लगा। उसने सोचा इस कवच से बाहर निकल कर जिंदगी को जीना चाहिए। अब मैं बलवान हो गया हूं , मुझे कवच की जरूरत नहीं है।
विशाल ने अगले ही दिन कवच को तालाब में छोड़कर आसपास घूमने लगा।
अचानक हिरण का झुंड तालाब में पानी पीने आया। ढेर सारी हिरनिया अपने बच्चों के साथ पानी पीने आई थी।
उन हिरणियों के पैरों से विशाल को चोट लगी, वह रोने लगा।
आज उसने अपना कवच नहीं पहना था। जिसके कारण काफी चोट जोर से लग रही थी।
विशाल रोता-रोता वापस तालाब में गया और कवच को पहन लिया। कम से कम कवच से जान तो बचती है।
प्रकृति से मिली हुई चीज को सम्मान पूर्वक स्वीकार करना चाहिए वरना जान खतरे में पड़ सकती है।
12. राजू की समझदारी – Laghu kahani
जतनपुर में लोग बीमार हो रहे थे। डॉक्टर ने बीमारी का कारण मक्खी को बताया। जतनपुर के पास एक कूड़ेदान है। उस पर ढेर सारी मक्खियां रहती है। वह उड़कर सभी घरों में जाती, वहां रखा खाना गंदा कर देती। उस खाने को खाकर लोग बीमार हो रहे थे।
राजू दूसरी क्लास में पढ़ता है। उसकी मैडम ने मक्खियों के कारण फैलने वाले बीमारी को बताया।
राजू ने मक्खियों को भगाने की ठान ली।
घर आकर मां को मक्खियों के बारे में बताया। वह हमारे खाने को गंदा कर देती है। घर में आकर गंदगी फैल आती है। इसे घर से बाहर भगाना चाहिए।
राजू बाजार से एक फिनाइल लेकर आया।
उसके पानी से घर में साफ सफाई हुई। रसोई घर में खाना को ढकवा दिया। जिसके कारण मक्खियों को खाना नहीं मिल पाया।
दो दिन में मक्खियां घर से बाहर भाग गई।
फिर घर के अंदर कभी नहीं आई।
मोरल – स्वयं की सतर्कता से बड़ी-बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है।
संत तिरुवल्लुवर की कहानी
Akbar Birbal Stories in Hindi with moral
13. चुनमुन के बच्चे
बच्चों की प्यारी गोरैया चिड़िया । यह सबके घर में प्यार से रहती है। जो दाना-पानी देता है, उसके घर तो मस्ती से रहती है। कूलर के पीछे चुनमुन का घोंसला है। उसके तीन बच्चे है , यह अभी उड़ना नहीं जानते।
चुनमुन के बच्चों ने उड़ना सिखाने के लिए तंग कर दिया।
चुनमुन कहती अभी थोड़ी और बड़ी हो जाओ तब सिखाएंगे। बच्चे दिनभर ची ची ची ची करके चुनमुन को परेशान करते।
एक दिन चुनमुन ने बच्चों को उड़ना सिखाने के लिए कहा।
अपने दोनों हाथों में उठाकर आसमान में ले गई। उन्हें छोड़ दिया, वह धीरे-धीरे उड़ रही थी।
जब बच्चे गिरने लगते चुनमुन उन्हें अपने पीठ पर बैठा लेती। फिर उड़ने के लिए कहती।
ऐसा करते करते चुनमुन के बच्चे आसमान में उड़ने लगे थे।
चुनमुन ने सभी को घर चलने के लिए कहा।
सब मां के पीछे-पीछे घर लौट आए।
मोरल – अभ्यास किसी भी कार्य की सफलता की पहली सीढ़ी होती है।
जादुई नगरी का रहस्य – Jadui Kahani
Hindi funny story for everyone haasya Kahani
14. कालिया को मिली सजा
कालिया से पूरा गली परेशान था। गली से निकलने वाले लोगों को कभी भों भों करके डराता। कभी काटने दौड़ता था। डर से बच्चों ने उस गली में अकेले जाना छोड़ दिया था।
कोई बच्चा गलती से उस गली में निकल जाता तो , उसके हाथों से खाने की चीज छीन कर भाग जाता ।
कालिया ने अपने दोस्तों को भी परेशान किया हुआ था।
सब को डरा कर वाह अपने को गली का सेट समझने लगा था। उसके झुंड में एक छोटा सा शेरू नाम का डॉगी भी था।
वह किसी को परेशान नहीं करता, छोटे बच्चे भी उसे खूब प्यार करते थे।
एक दिन शेरू को राहुल ने एक रोटी ला कर दिया।
शेरू बहुत खुश हुआ उस रोटी को लेकर गाड़ी के नीचे भाग गया। वहीं बैठ कर खाने लगा।
कालिया ने शेरू को रोटी खाता हुआ देख जोर से झटका और रोटी लेकर भाग गया।
शेरू जोर-जोर से रोने लगा।
राहुल ने अपने पापा से बताया। उसके पापा कालिया की हरकत को जानते थे। वह पहले भी देख चुके थे।
उन्हें काफी गुस्सा आया।
एक लाठी निकाली और कालिया की मरम्मत कर दी।
कालिया को अब अपनी नानी याद आ गई थी।
वह इतना सुधर गया था , गली में निकलने वालों को परेशान भी नहीं करता।
छोटे बच्चे को देखते ही छुप जाता था।
बुरे काम का बुरा ही नतीजा होता है बुरे कामों से बचना चाहिए।
15. सच्ची मित्रता
अजनार के जंगल में दो बलशाली शेर सूरसिंह और सिंहराज रहते थे। सुरसिंह अब बूढ़ा हो चला था। अब वह अधिक शिकार नहीं कर पाता था।
सिंहराज उसके लिए शिकार करता और भोजन ला कर देता।
सिंहराज जब शिकार पर निकलता , सूरसिंह अकेला हो जाता।
डर के मारे कोई पशु उसके पास नहीं जाते थे ।
आज सुरसिंह को अकेला देख सियार का झुंड टूट पड़ा। आज सियार को बड़ा शिकार मिला था।
चारों तरफ से सियारों ने सुरसिंह को नोच-नोच कर जख्मी कर दिया था।
वह बेहोश की हालत में हो गया।
अचानक सिंहराज वहां दहाड़ता हुआ आ गया।
सिंहराज को वहां आता देख, सियारों के प्राण सूख गए।
सिंह राज ने देखते ही देखते सभी सियारों को खदेड़ दिया। जिसके कारण उसके मित्र सुरसिंह की जान बच सकी
मोरल – सच्ची मित्रता सदैव काम आती है ,जीवन में सच्चे मित्र का होना आवश्यक है।
Subhash chandra bose story in hindi
Motivational Kahani
16. बिच्छू और संत
बिच्छू स्वभाव का उग्र होता है। वह सदैव दूसरों को नुकसान पहुंचाता है। संत स्वभाव से शांत होता है। वह दूसरों का कल्याण करता है।
बरसात का दिन था। एक बिच्छू नाले में तेजी से बेहता जा रहा था।संत ने बिच्छू को नाली में बहता देख।
अपने हाथ से पकड़कर बाहर निकाला।
बिच्छू ने अपने स्वभाव के कारण संत को डंक मारकर नाले में गिर गया।
संत ने बिच्छू को फिर अपने हाथ से निकाला। बिच्छू ने संत को फिर डंक मारा।
ऐसा दो-तीन बार और हुआ।
पास ही वैद्यराज का घर था। वह संत को देख रहे थे। वैद्यराज दौड़ते हुए आए। उन्होंने बिच्छू को एक डंडे के सहारे दूर फेंक दिया।
संत से कहा – आप जानते हैं बिच्छू का स्वभाव नुकसान पहुंचाने का होता है।
फिर भी आपने उसको अपने हाथ से बचाया। आप ऐसा क्यों कर रहे थे ?
संत ने कहा वह अपना स्वभाव नहीं बदल सकता तो, मैं अपना स्वभाव कैसे बदल लूं !
मोरल – विषम परिस्थितियों में भी अपने स्वभाव को नहीं बदलना चाहिए।
17. महात्मा बना विषधर
गांव के बाहर पीपल बड़ा वृक्ष था। यह वृक्ष 200 साल से अधिक पुराना था। गांव के लोग उस वृक्ष के नीचे नहीं जाते थे। वहां एक भयंकर विषधर सांप रहा करता था। कई बार उसने चारा खा रही बकरियों को काट लिया था।
गांव के लोगों में उसका डर था। गांव में रामकृष्ण परमहंस आए हुए थे।
लोगों ने उस विषधर का इलाज करने को कहा।
रामकृष्ण परमहंस उस वृक्ष के नीचे गए और विषधर को बुलाया। विषधर क्रोध में परमहंस जी के सामने आंख खड़ा हुआ। विषधर को जीवन का ज्ञान देकर परमहंस वहां से चले गए।
विषधर अब शांत स्वभाव का हो गया। वह किसी को काटना नहीं था।
गांव के लोग भी बिना डरे उस वृक्ष के नीचे जाने लगे।
एक दिन जब रामकृष्ण परमहंस गांव लौट कर आए।
उन्होंने देखा बच्चे पीपल के पेड़ के नीचे खेल रहे हैं। वह विषधर को परेशान कर रहे थे। विषधर कुछ नहीं कर रहा है।
ऐसा करता देख उन्होंने बच्चों को डांट कर भगाया , और विषधर को अपने साथ ले गए।
मोरल – संत की संगति में दुर्जन भी सज्जन बन जाते हैं।
17 Hindi Stories for kids with morals
Sikandar ki Kahani Hindi mai
Guru ki Mahima Hindi story – गुरु की महिमा
18. चिंटू पिंटू की शरारत
चिंटू-पिंटू दोनों भाई थे, दोनों की उम्र लगभग 2 साल की होगी। दोनों खूब शरारत करते थे। चिंटू ज्यादा शरारती था। वह पिंटू के सूंढ़ को अपने सूंढ़ में लपेटकर खींचता और कभी धक्का देकर गिरा देता।
एक दिन की बात है, दोनों खेल में लड़ते-झगड़ते दौड़ रहे थे।
चिंटू का पैर फिसल जाता है, वह एक गड्ढे में गिर जाता है।
चिंटू काफी मशक्कत करता है फिर भी वह बाहर नहीं निकल पाता।
पिंटू उसे अपने सूंढ़ से ऊपर खींचने की कोशिश करता। मगर उसकी कोशिश नाकाम रहती।
पिंटू दौड़कर अपनी मां को बुला लाता है।
उसकी मां अपने लंबे से सूंढ़ में लपेट कर चिंटू को जमीन पर ले आती है।
चिंटू की शरारत उस पर आज भारी पड़ गई थी।
उसने रोते हुए कहा-आगे से शरारत नहीं करूंगा।
दोनों भाई खेलने लगे, इसको देकर उसकी मां बहुत खुश हुई।
मोरल – अधिक शरारत और दूसरों को तंग करने की आदत सदैव आफत बन जाती है।
19. साहस का परिचय
जंगल में सुंदर-सुंदर हिरण रहा करते थे। उसमें एक सुरीली नाम की हिरनी थी। उसकी बेटी मृगनैनी अभी पांच महीने की थी। मृगनैनी अपनी मां के साथ जंगल में घूमा करती थी।
एक दिन मृगनैनी अपने मां के साथ घूम रही थी, तभी दो गीदड़ आ गए।
वह मृगनैनी को मार कर खाना चाहते थे।
सुरीली दोनों गीदड़ को अपने सिंघ से मार-मार कर रोक रही थी।
मगर गीदड़ मानने को तैयार नहीं थे।
वहां अचानक ढेर सारे हिरनी का झुंड आ गया।
हिरनी गीदड़ के पीछे दौड़ने लगी। गीदड़ अपने प्राण लेकर वहां से रफूचक्कर हो गया।
सुरीली और मृगनैनी की जान आज उसके परिवार ने बचा लिया था।
मोरल – एक साथ मिलकर रहने से बड़ी से बड़ी चुनौती दूर हो जाती है।
Gautam Budh ki Kahani
Tenali Rama stories in Hindi
20. मुकेश की पेंटिंग स्वच्छता के लिए
मुकेश कोई छः – सात साल का होगा। उसे पेंटिंग करना और क्रिकेट खेलना बेहद पसंद है। खाली समय में वह क्रिकेट खेलता और पेंटिंग बनाया करता था।
पेंटिंग की कोई भी प्रतियोगिता स्कूल में होती, तो उसमें वह प्रथम स्थान प्राप्त करता। मुकेश की पेंटिंग की सराहना स्कूल में भी की जाती थी।
मुकेश जब भी स्कूल जाता उसे रास्ते में कूड़ेदान से होकर गुजरना पड़ता था।
लोग पटरियों पर कूड़ा फेंक देते और दीवार के सामने पेशाब भी करते थे, जिसके कारण वहां काफी बदबू आती थी। मुकेश को यह सब अच्छा नहीं लगता था।
एक दिन की बात है प्रधानमंत्री स्वच्छता कार्यक्रम के लिए सभी विद्यार्थियों को सहयोग करने के लिए कह रहे थे। मुकेश को आइडिया आया उसने कूड़ेदान के पास जाकर खूब सारी पेंटिंग दीवार पर बना दी। वह पेंटिंग इतनी खूबसूरत थी कि कोई भी व्यक्ति वहां से गुजरते हुए। उस पेंटिंग की सराहना करते जाता था।
धीरे-धीरे वहां से लोगों ने कूड़ा फेंकना बंद कर दिया, और इतनी खूबसूरत पेंटिंग दीवार पर थी कि कोई अब वहां खड़े होकर पेशाब भी नहीं करता था। देखते ही देखते वह रास्ता साफ हो गया था।
मुकेश को अब स्कूल और घर के बीच किसी प्रकार की गंदगी दिखाई नहीं देती थी। इसे देखकर वह काफी खुश होता था।
कुछ बड़ा कर गुजरने की कोई आयु नहीं होती। अपनी प्रतिभा से समाज को भी बदला जा सकता है।
21. करुणा का प्रहार
अब्दुल के पास एक बकरी थी , उस बकरी का एक छोटा सा बच्चा था। अब्दुल दोनों को प्यार करता उनके लिए खेत से नरम और मुलायम घास लाता।
दोनों बकरियां घास को खाकर खुश रहती थी।
अब्दुल को दूर से देखकर झटपट दौड़ उसके पास पहुंच जाया करती थी।
अब्दुल चौथी कक्षा में पढ़ता था।
एक दिन जब वह स्कूल गया हुआ था।
उसके अम्मी – अब्बू ने बकरी के बच्चे का सौदा सलीम से कर दिया।
सलीम जब उस बच्चे को लेकर जाने लगा बकरी समझ गई। उसके बच्चे को यह लोग ले जा रहे हैं।
बकरी जोर – जोर से चिल्लाने लगी
उसकी आंखों से आंसुओं की धारा बह रही थी। काफी प्रयत्न कर रही थी, किंतु वह रस्सी से बंधी हुई थी।
सलीम बच्चे को लेकर काफी दूर निकल गया।
बच्चा भी जोर जोर से चिल्ला रहा था। वह अपनी मां को पुकार रहा था। मां की करुणा आंसुओं में बह रही थी, किंतु बेबस थी।
बकरी ने अंतिम समय सोचा , अगर अभी प्रयत्न नहीं किया तो वह अपने बच्चे से कभी नहीं मिल पाएगी। ऐसा सोचते हुए एक बार जोरदार प्रयास किया। रस्सी का फंदा बकरी के गले से टूट गया। वह बकरी जान – प्राण लेकर सलीम की ओर भागी।
अपने बच्चे को देखकर बकरी ने सलीम पर जोरदार प्रहार किया। काफी समय सलीम को मशक्कत करते हो गई , किंतु बकरी के प्रहार को रोक नहीं पाया। एकाएक अनेकों प्रहार बकरी करती रही।
अंत में सलीम हार मान गया और बकरी के बच्चे को वहीं छोड़कर। अब्दुल के अम्मी – अब्बू से अपने पैसे लेकर वापस लौट आया।
अब्दुल जब वापस लौट कर आया उसे पड़ोसियों ने पूरी घटना बता दी। जिसके बाद वह अपने मां-बाप से गुस्सा हो गया। मां बाप ने काफी समझाया किंतु उसने किसी की एक न सुनी। क्योंकि वह बकरी उसके लिए अमूल्य थे जिसे वह बेचना चाह रहे थे।
- मां की करुणा के प्रहार से बड़ी से बड़ी शक्तियां पराजित हो जाती है। मां अपने बच्चे के लिए अपना जीवन भी दांव पर लगा देती है।
- बकरी ने अपना जीवन दाव पर लगाकर सलीम पर प्रहार किया था।
स्वामी विवेकानंद जी की कहानियां
गुरु नानक देव जी की प्रसिद्ध कहानियां
22. और बन गई क्रिकेट टीम
राजू पार्क में उदास बैठा था , आज उसके दोस्त खेलने नहीं आए थे। राजू के पास एक गेंद थी , किंतु बैट और मित्र नहीं थे। वह अकेले ही गेंद के साथ मायूसी से खेल रहा था। पार्क में अन्य बालक भी क्रिकेट खेल रहे थे , किंतु राजू उन्हें जानता नहीं था। इसलिए वह अकेला ही कभी गेंद से खेलता और कभी बैठ कर उन बालकों को खेलता हुआ देखता रहता।
कुछ देर बाद सामने खेल रहे बालकों की गेंद पड़ोस के एक बंद घर में जा गिरी।
वहां से गेंद के लौट का आना असंभव था , और कोई बालक उसे लेने के लिए भीतर भी नहीं जा सकता था। अब उन बालकों का भी खेलना बंद हो गया। वह सभी उदास हो गए , क्योंकि अब वह भी क्रिकेट नहीं खेल सकते थे।
उन बालकों की नजर राजू के ऊपर गई , जिसके पास गेंद थी।
फिर क्या था , उन लोगों ने राजू को खेलने के लिए अपने पास बुला लिया। राजू खेलने में अच्छा था। इसलिए काफी बेहतरीन शॉर्ट लगा सकता था। गेंद को पकड़ने के लिए और बालकों की आवश्यकता हुई। जिस पर पार्क में खेल रहे और बालक भी उनसे जुड़ गए। और फिर देखते देखते दो दल बन गया।
इस प्रकार राजू की एक नई क्रिकेट टीम तैयार हो गई।
भगवान महावीर की कहानियां
5 भगवान कृष्ण की कहानियां
23. स्वयं का नुकसान
शहर में एक छोटी सी दुकान , जिसमें कुछ चिप्स , पापड़ , टॉफी , बिस्किट आदि की बिक्री होती थी। यह दुकान अब्दुल मियां की थी। इनकी हालात सभी लोगों को मालूम थी , इसलिए ना चाहते हुए भी आस पड़ोस के लोग कुछ ऐसा सामान ले लिया करते थे। जिससे अब्दुल मियां की कुछ कमाई हो जाए।
दुकान में चूहों ने भी अपना डेरा जमा लिया था। दुकान में एक से बढ़कर एक शरारती चूहे आ गए थे।
इन चूहों ने टॉफी और बिस्किट को नुकसान पहुंचाना चालू कर दिया था।
अब्दुल काफी परेशान हो गया था , उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह इस शरारत से कैसे बचे।
एक दिन की बात है, अब्दुल बैठा हुआ था तीन – चार चूहे आपस में लड़ रहे थे।
अब्दुल को गुस्सा आया उसने एक डंडा उन चूहों की ओर जोर से चलाया।
चूहे उछल कर भाग गए, किंतु वह डंडा इतना तेज चलाया गया था कि टॉफी रखने वाली शीशे की जार टूट गई।
ऐसा करने से और भी बड़ा नुकसान हो गया।
निष्कर्ष – क्रोध में किसी प्रकार का कार्य नहीं करना चाहिए , यह स्वयं के लिए नुकसानदेह होता है।
24. अपने गलती का पछतावा
गोपाल के घर पांच भैंस और एक गाय थी। वह सभी भैंसों की दिनभर देखभाल किया करता था। उनके लिए दूर-दूर से हरी – हरी घास काटकर लाया करता और उनको खिलाता। गाय , भैंस गोपाल की सेवा से खुश थी।
सुबह – शाम इतना दूध हो जाता , गोपाल का परिवार उस दूध को बेचने पर विवश हो जाता।
पूरे गांव में गोपाल के घर से दूध बिकने लगा।
अब गोपाल को काम करने में और भी मजा आ रहा था , क्योंकि इससे उसकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो रही थी।
कुछ दिनों से गोपाल परेशान होने लगा , क्योंकि उसके रसोईघर में एक बड़ी सी बिल्ली ने आंखें जमा ली थी। गोपाल जब भी दूध को रसोई घर में रखकर निश्चिंत होता। बिल्ली दूध पी जाती और उन्हें जूठा भी कर जाती। गोपाल ने कई बार उस बिल्ली को भगाया और मारने के लिए दौड़ाया , किंतु बिल्ली झटपट दीवार चढ़ जाती और भाग जाती।
एक दिन गोपाल ने परेशान होकर बिल्ली को सबक सिखाने की सोंची ।
जूट की बोरी का जाल बिछाया गया , जिसमें बिल्ली आसानी से फंस गई।
अब क्या था गोपाल ने पहले डंडे से उसकी पिटाई करने की सोची।
बिल्ली इतना जोर – जोर से झपट रही थी गोपाल उसके नजदीक नहीं जा सका।
किंतु आज सबक सिखाना था , गोपाल ने एक माचिस की तीली जलाई और उस बोरे पर फेंक दिया।
देखते ही देखते बोरा धू-धू कर जलने लगा , बिल्ली अब पूरी शक्ति लगाकर भागने लगी।
बिल्ली जिधर जिधर भागती , वह आग लगा बोरा उसके पीछे पीछे होता।
देखते ही देखते बिल्ली पूरा गांव दौड़ गई।
पूरे गांव से आग लगी……………….. आग लगी , बुझाओ …….बुझाओ
इस प्रकार की आवाज उठने लगी। बिल्ली ने पूरा गांव जला दिया।
गोपाल का घर भी नहीं बच पाया था।
आवेग और स्वयं की गलती का फल खुद को तो भोगना पड़ता ही है , साथ में दूसरे लोग भी उसकी सजा भुगतते हैं।
महात्मा गाँधी की कहानियां
रविंद्र नाथ टैगोर की हिंदी कहानियां Rabindranath short stories
दीनबंधु की कहानी deenbandhu story in hindi
25. दद्दू की चोट पर हुई किसकी पिटाई
दद्दू और मोहित दोनों भाई थे। दोनों एक ही विद्यालय में पढ़ते थे , मोहित दद्दू से 2 साल बड़ा था। दोनों एक साथ स्कूल जाते , लौटते समय भी दोनों साथ ही आते थे।
एक दिन की बात है दद्दू अपने दोस्तों के साथ साथ , तेज कदमों से घर की ओर लौट रहा था। अचानक उसका पैर एक पत्थर पर पड़ा , कंधे पर किताब – कॉपी का बोझ लदा था , वह संभल नहीं पाया और गिर गया।
दद्दू को चोट लग गई , उसका घुटना छिल गया………….
जिससे दद्दू जोर जोर से रोने लगा।
पीछे मोहित आ रहा था दौड़ कर झट से अपने भाई को उठा लिया।
मोहित समझदार था दद्दू को काफी समझाया किंतु वह चुप नहीं हो रहा था।
मोहित ने झटपट एक उपाय सोचा और सड़क पर 4-5 लात जोर से मारी और दद्दू को कहा लो इसने तुम्हें चोट लगाया था मैंने इसे चोट लगा दिया।
दद्दू अब सोच में पड़ गया , उसने भी 8 -10 लात मारी।
उसके और दोस्त थे ,
वह भी सड़क पर उछलने लगे जिससे सड़क को और चोट लगे।
बस क्या था , अब यह मनोरंजन का साधन बन गया। कुछ देर बाद सभी वहां से जा चुके थे।
घर पहुंच कर मोहित ने दद्दू के चोट को दिखाया और डिटॉल तथा साफ पानी से घाव को साफ किया गया।
संदेश – समय पर लिया गया निर्णय सर्वदा ठीक होता है।
26 कुम्हार का वात्सल्य रूप
आज लकड़ी काटने के लिए मदन घूमता रहा, किंतु उसे कोई सूखा पेड़ नहीं मिला। वह प्रकृति से इतना जुड़ा हुआ था कि वह हरे-भरे वृक्षों को अपने कुल्हाड़ी के चोट से नहीं काटता। पेड़-पौधों को वह बेटे के समान मानता था और बेटे की हत्या मानव कभी कर ही नहीं सकता।
मदन बेहद गरीब था, घर में बुजुर्ग मां-बाप, पत्नी और दो छोटे-छोटे बच्चे थे। उनका भरण-पोषण मदन के कार्य से ही चलता था। मदन दिनभर जंगलों में घूमता लकड़ियां जमा करता और शाम तक बाजार में बेचकर खाने-पीने का सामान घर ले आता। इसी से पूरा घर दो वक्त की रोटी खा पाता था।
न जाने आज कैसा दिन था कि आज उसे कोई सुखी लकड़ी या सुखा पेड़ मिल ही नहीं रहा था। वह थक हार कर एक जगह बैठ गया वह आज बेहद दुखी था कि आज उसे घर ले जाने के लिए अन्य पानी का प्रबंध नहीं हो सका। वह सोचते सोचते बेसुध हो गया और वहीं लेट गया।
प्रकृति सदैव मानव की रक्षा करती है, मानव के जीवन का एक अभिन्न अंग होती है और मनुष्य को प्रकृति पुत्र के समान पालन करती है।
मदन की ऐसी हालत देख प्रकृति में भी उदासी का भाव था। तभी अचानक एक अनोखी घटना घटती है, पेड़ों से शीतल हवा बहने लगती है।
मदन कि अचानक नींद खुलती है तो वह अपने नजदीक एक कपड़े की पोटली पाता है। यह पोटली पेड़ों से चलने वाली हवाओं के साथ मदन के पास आया था।
इस पोटली का रहस्य यह था – कुछ दिन पूर्व एक भले आदमी को लूट कर जंगली डाकू भाग रहे थे, तभी अचानक उनका पैर फिसला और वह पहाड़ों की दुर्गम खाई में जा गिरे जिससे उनकी मृत्यु हो गई। यह पोटली गिरते समय डाकुओं के हाथ से छिटक कर पेड़ पर टंग गई थी। आज आवश्यकता की घड़ी में मदन को उन पैसों से सहायता हो सकी।
मोरल – जब आप किसी की सहायता करते हैं निर्दोष लोगों को परेशान नहीं करते तो प्रकृति भी आपकी सहायता करती है। जब आप प्रकृति का नुकसान पहुंचाते हैं तो प्रकृति भी आप को नुकसान पहुंचाती है, यह नुकसान दीर्घकालिक होता है।
27. बड़े भैया का रुमाल
राजू तीसरी कक्षा में पढ़ता है , उसका बड़ा भाई कार्तिक भी उसी विद्यालय में पांचवी कक्षा में पढ़ता है। दोनों भाई एक साथ विद्यालय जाते-आते थे। रास्ते में दोनों खूब मस्तियां किया करते थे। कार्तिक के पास एक रुमाल था , जिसे वह हमेशा डिटॉल से धोकर साफ-सुथरा रखता था। राजू अपने भैया को हमेशा देखता वह अपने पास सोचता भैया रूमाल को रखते है?
थोड़ी सी भी गंदगी होने पर उसे साफ करते और फिर उसे मोड़ कर अपनी जेब में रख लेते। रुमाल की गंदगी उन्हें पसंद नहीं थी। राजू को इन सब बातों की समझ नहीं थी , वह सोचता रहता था कि बड़े भैया ऐसा क्यों करते हैं , लेकिन कभी उसके समझ में नहीं आया।
एक दिन की बात है राजू झूला झूल रहा था तभी उसके हाथ से झूला छूट गया और वह जमीन पर गिर गया। जमीन पर गिरते ही राजू के घुटने में चोट आ गई जिसके कारण उसके घुटने से खून बहने लगा। कार्तिक ने अपने भाई को देखा तो वह जल्दी से दौड़ता हुआ आया और अपने जेब से रुमाल निकाल कर घाव पर बांध दिया। जिसके कारण खून बहना बंद हो गया। कार्तिक तुरंत अपने भाई को हॉस्पिटल ले गया जहां डॉक्टर ने मरहम-पट्टी कर राजू को बढ़िया कर दिया।
राजू ने देखा भैया जिस रुमाल को बड़े प्यार से साफ-सुथरा करके अपने पास हमेशा रखते थे। जिससे खूब प्यार करते थे , वह अब गंदी हो चुकी थी। बड़े भाई के प्यार के सामने वह रुमाल अधिक प्यारा नहीं था।
और कहानियां पढ़ें
Maha purush ki Kahani
Dahej pratha Hindi Kahani
Jitiya vrat Katha in Hindi – जितिया व्रत कथा हिंदी में
देश प्रेम की कहानी
दिवाली से जुड़ी लोक कथा | Story related to Diwali in Hindi
राजा भोज की कहानी
Prem kahani in hindi – प्रेम कहानिया हिंदी में
Love stories in hindi प्रेम की पहली निशानी
Prem katha love story in Hindi
कोरोना वायरस पर हिंदी कहानियां
करवा चौथ की कहानी
माँ के प्यार की ढेर सारी कहानिया Mother short story in hindi
Child story in hindi with easy to understand moral value
manavta ki kahani मानवता पर आधारित कहानिया
स्वामी विवेकानन्द के शिक्षा दर्शन के आधारभूत सिद्धान्त | Swami vivekanand teachings
Motivational quotes by Swami Vivekanand in hindi
international youth day in hindi
सुविचार जो मानव जीवन को बदलकर रख दे
स्वामी विवेकानंद जी के सुविचार
Shivaji Quotes in Hindi (छत्रपति शिवाजी के अनमोल वचन)
महाराणा प्रताप के वीरता का सन्देश Maharana Pratap Quotes In Hindi
Dayanand Saraswati Quotes in Hindi
28. मुर्गा की अकल ठिकाने
एक समय की बात है, एक गांव में ढेर सारे मुर्गे रहते थे। गांव के बच्चे ने किसी एक मुर्गे को तंग कर दिया था। मुर्गा परेशान हो गया, उसने सोचा अगले दिन सुबह मैं आवाज नहीं करूंगा। सब सोते रहेंगे तब मेरी अहमियत सबको समझ में आएगी, और मुझे तंग नहीं करेंगे। मुर्गा अगली सुबह कुछ नहीं बोला। सभी लोग समय पर उठ कर अपने-अपने काम में लग गए इस पर मुर्गे को समझ में आ गया कि किसी के बिना कोई काम नहीं रुकता। सबका काम चलता रहता है।
Hindi stories for class 1, 2 and 3
Moral Hindi stories for class 4
नैतिक शिक्षा – घमंड नहीं करना चाहिए आपकी अहमियत लोगो को बिना बताये पता चलता है।
Moral of this story – Never be too arrogant. Your work should tell your importance to the world.
161 thoughts on “151 Hindi short stories with moral for kids बच्चों के लिए प्रेरणादायक लघु कहानियां”
Very nice stories in hindi for kids. Even i think it is the best hindi stories written here in hindi . Thanks to writers
Thank you very much shibbu kumar. We are working very hard to make more and more stories in hindi for kids. follow us to get that
Very nice stories and I love it make more and more stories for our children
I like your stories. I love it. Your stories were amazing they help me a lot thanks for these short Hindi stories with great moral values.
Awesome work, nice story
Thanks ankur keep visiting
Awesome story I was given a project by my teacher to write a story on sheet and also learn it I wrote the friends story and got full marks. Hats off to the writers.
Thanks vanshika for appreciation, we love to write these type of contents for you people, just help us to spread our creativity
बहुत अच्छी कहानियां लिखी हैं आपके वेबसाइट पर जिसके कारण मुझे बहुत प्रशंसा मिली और मेरे स्कूल में टीचर भी यह कहानियां पढ़ कर बहुत प्रभावित हुए और मुझे शाबाशी दी. आपके वेबसाइट को मैं बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहती हूं कि आपने इतना अच्छा लिखा और हम जैसे बच्चों को फायदा करवाया।
Thank you hindi vibhag for the best story that is so beautiful story
Very interesting stories.
Thanks shoura kushwaha , we have written more such stories, go read them too.
bahut achha hindi stories hey bro
Thanks rajib. If you want to read other such stories , then go and find out hindi stories section.
sir aapki website bahut acchi lagi, maine bhi ek website blogger par banayi hai lekin samajh nahi aa rha ki without SEO ke website google mei rank kaisse hogi aur mai apni site ko apki website ki tarah attractive kaisse banaoun please help me sir please ?
Ok. We will post an article regarding that to help you. Just stay updated
Very beautiful and amazing short hindi stories are written by you sir. It is just splendid. Hope we will get these type of stuffs regularly in future too.
Thanks mister saxena , we have already uploaded many hindi stories before. You can check them out in our category section. And we will upload more stories in future too. So stay connected with us
Mujhe aapki kahaniya kaafi achhi lagti hai, main Apne chote bhatiji ko sunata hu wo bahut enjoy Karti hai.maine bhi Amazing short stories naam se website create Kiya hai lekin wo rank Nahi ho paa raha hai… Please guide me
If you want a real guide to rank your site then contact us at [email protected] .
Here are very amazing stories for kids.I think you may make some another stories like this sir.I will maken project of these hindi moral stories and i got 5 out of 5.Thank you so much sir.
We are glad to hear this keerthi that you got good marks. BY listening to you we think that our aim of providing quality to the education is on a right way , and we are somewhat successful in our mission. You can read more stories at hindi stories category section in our website.
Very good stories sir. These stories are just marvellous and the you put it there in form of article is superb. Waiting for more such inspirational and short stories on your website.
Thanks for the appreciation prerna. We have already written hundreds of hindi stories related to categories like inspirational motivational. moral stories and every kind of category. You just have to browse category section in our site to read those stories.
THE STORIES ARE EXCELLENT. Please add some more short stories in hindi here. Thank you
Thanks for appreciating our efforts bala. We will add more stories in future.
Mujhe aapki sabhi kahaniya bahuth hi acchi lgi, keep writing
Thanks ankur. We will keep writing such amazing hindi stories on regular basis. Just remain in touch with our website
Thanks Hindi vibag Yesterday my teacher had given me a project to write the stories. I have done it and my teacher praise me again thanks
It is good to know that your teacher praises you. And it is a good feeling that we are helping students.
bahut achchha laga. Sari stories bahut hi bdhiya tarike se short me likhi hui hai. I become fan
Thanks for appreciating our efforts Aman Kumar. Your comments like these inspired us to write amazing content for you all.
Very very very very very very nice. It is very helpful in my holiday homework
Thanks shikha Chaudhary. We are happy to listen this from you. You can check out other stuff too.
Value inculcation is a task. Such stories not only grab the attention of the children but also leave a powerful insight in them that I feel stays life long. Many a thanks for sharing.
You are right disha. And that is why we have added moral values both in Hindi and English language in every story
At least some useful
thank u so much for connecting with hindi vibhag
is this is real name? because i need the poet’s name. if anybody know please tell me.
What names are you talking about? If it is about names in stories, then these all are used to make stories attractive. Not the real names.
Sabhi story acche lage . good work. keep continue.
Thanks rakesh gupta. We will keep continue for sure.
Just awesome. The author is just amazing. And thanks for these short stories . You dont know how much it helped me. I become a fan of hindi vibhag for sure.
Thanks arun. Keep loving keep supporting
all stories are very nice. Some mistakes are there but thanks a lot
Thanks sumit for your wonderful comment. We will look into it and will fix soon
Nyc hindi stories. Every story written here is just awesome. Please upload more such stories related posts in future too. Thank you
Thanks poonam kumari. Yes, we will definitely add and write more such new hindi stories. Just stay updated with us.
Nice collection of stories
Thanks ankur rathi. Read our other posts too.
This is very helpful Thank u hindi vibhag
Thanks ashi for your inspiring comment. We have written other such stories based articles you can read them too and tell your views there too.
I like these storys
Thanks and I want writer and sampadak of the story
Story very good
Good Stories for kids
Wooooooo what a nice stoires
Very nice stories
संर आपका आर्टिकल बहुत अच्छा है सर आप इसी तरह काम करते रहै
Stories are very nice
Thanks , your stories helped me a lot. They are funny and have morals also.
excellent stories!!!!!!!!!!!i got exactly what i wanted..thank you so much for these beautiful stories…..it will really help me for my holiday homework
Very nice short stories. Me and my son read this in this summer vacation. He liked all stories. But there are some writing mistakes. Hope u will check them.
Hindi Vibhag please tell me your real name
Really, this is a very good story. I loved them. Every story has a meaning that’s awesome.
Wonderful Stories. Keep up the good work mate.
Please send me the name of writer of these stories
Thank u Hindi vibhag it was very helpful in doing my project
These stories just ROCK to the max
very nice stories, my teacher loved it
wow awesome stories I liked very and I also wrote 7th stories
bahoot hi achha post hai sir thanks for sharing
suppob but i cannnot copy it
Thanks for this wonderful moral stories. Keep it up!!!
Fabulous stories are given above with moral with them
Good stories thank you Hindi vibhag
aap bahot hi badhiya story likhate hai.padh kar maja aa jata hai.
These short stories are awesome. Please write more such content. I love your website very much.
Your 7th story is good but because of spelling mistake or Grammer the story become other
No grammar or spelling mistakes at all
bahut hi shandar kahaniyon ka sankalan hai. bahut bahut shukriya
Nice bhot Accha hai mere pass bhi bhot saari stories hai.
Hi. Thanks You very much for all writing all the stories and sharing with us. I like all the stories.
सर आपकी कहानियां बहुत ही अच्छी होती हे मेने भी अपना एक ब्लॉग बनाया हे Motivation पर lekin रैंक नहीं हो रही कोई मदद करे
Thank you so much itni interesting stories share karne ke liye. Sher ka Aasan aur Billi bach gayi – ye 2 sabse best lagi mujhe. Kaafi informative stories hain bachon ke liye bhi aur humare liye bhi. Thanks a lot for sharing
Amazing – sach mein. Aapki kahaniyan itni seekh deti hai bachon ko aur sahi mein bachon ke vikaas mein kaafi madad karti hai. Thanks, please keep writing great stories like these.
Nice stories,but we need the name of writers of the story. Then it will be more better.
Nice. It is helpful . Thanks
I like all the moral stories thanks for help us
Awesome stories for kids. Please add some more stories which are short & easy to read for small children.thank you for helping us.
good, helped in my project………..
I like dhosth Ka mahatv stories another stories also good
Nice stories in hindi for kids. Please write more and more such stories.
Thanks for these stories.keep it up. yesterday my teacher gave ma a project to a moral story in Hindi. By writing this story I got 5 out of 5. Thank u very much.
Bahut achchi kahaniyan hai. Alag hai . Nai hai.
I’m using this hindi short story to translate into English… to improve my speaking skills.
Thank you so much Hindi vibhag
Very nice moral short stories. I like your way of writing. Please be continue in sharing such type of stories for children.
Thank you. For helping me. A good website.
Every time I read such I feel Like a Kid and remember the days when mom and das used to tell us the bedtime stories. Great work keep it up
Superb stories for students with morals and values in their life.
Bahot acchi stories hai well done
Nice story collection,i love your all stories. very impactful stories and thanks for uploading these stories.
यह सभी कहानियां मुझे बहुत अच्छी लगी और इन सभी कहानियों ने मेरी बहुत मदद करी है मेरा प्रोजेक्ट पूरा करने में। आपकी वेबसाइट बहुत अच्छी है और मेरा आपको दिल से धन्यवाद।
aapne jo bhi stories share ki sabhi bahut achi hai. or apka blog bhi bahuta acha hai…
The stories are very short and very interesting to read. thanks for sharing.
These short stories in Hindi are just great and helpful for me. I want to thank the writer.
My son has read a lot of stories on your website. One gets to learn something new while reading Hindi story. Your stories are really good. Thank you
बहुत अच्छी कहानियां लिखी है सर आपने. मुझे पढ़कर बहुत अच्छा लगा और मैंने शेयर भी किया है.
Nice stories please add more stories like this
Bohot acche kahaniyan hai,very helpful
They were great stories, i love them all.
Great stories perfect for my child’s reading
Great stories I like them all.
These are awesome and amazing short Hindi stories with great moral values for kids. Thank you so much
It was nice reading these stories!!!
sahi mein yrr rail ghari wala awesome….hahahah
I like these Hindi stories very much. Please add more
बहुत ही अच्छी कहानियाँ हैं। शेर जो हाथी पर बैठा था वो सबसे ज्यादा मस्त था। ऐसी ही अच्छी अच्छी कहानियाँ और लिखें।
Nice and very helpful for story readers like us.
Thank you so much for the interesting stories. Please add more in the future
Best stories for kids… very good website… loved it
बहुत ही अच्छी कहानियां लिखी है आपने.. शानदार कहानियां.. बहुत बहुत धन्यवाद
So nice I am so glad that I read this blog really amazing!
We are living in England and so do not have exposure to Hindi Literature. Because of this website, I was able to make my son read Hindi. Thank you very much. But it is very little. I wish there were many more stories like this. Please try to upload them. Thank you again.
Great for kids and the morals are amazing
Bahut hi achchi story sab hai Aur bhi likhen good job
who is the author of Maa ki mamta story
Nishikant Sir is the author of these stories and also the owner of this website
अच्छा लगा कहानी पढ़कर. आपकी सभी कहानी सच में बहुत अच्छी है. दिल को छू गई.
This story is very short and helps in completing my assignment and also interesting for kids
सभी की सभी कहानियां बहुत अच्छे तरीके से लिखी गई हैं. इसे पढ़कर ना सिर्फ मजा आता है बल्कि प्रेरणा भी मिलती है. आपको खुद का स्टोरी बुक भी बना सकते हैं.
नमस्ते सर, आपने बहुत ही अच्छी-अच्छी शॉर्ट स्टोरीज लिखीं हैं। आगे भी ऐसे ही लिखते रहिएगा सर
आप बहुत अच्छी कहानियां लिखते हैं मैंने आपकी बहुत सारी कहानियों की पोस्ट पड़ी है आपकी वेबसाइट पर. यहां पर और कहानियां लिखकर बहुत अच्छा काम किया है मैं आपको इसके लिए धन्यवाद करना चाहूंगा. हिंदी कहानियां इतने अच्छे तरीके से बहुत कम लोग लिखते हैं इंटरनेट पर. आप उनमें से एक है और काफी सक्षम है.
Thank you Hindivibhag for the best Hindi short stories that are so beautiful. Please keep adding and writing more.
सभी की सभी कहानियां बहुत अच्छी है. दिखने में और पढ़ने में छोटी हैं परंतु उनके नैतिक शिक्षा बहुत ही अच्छे हैं और लाभदायक है हमारे समाज के लिए. इस लेख के पीछे जो भी लेखक हैं उनको हम धन्यवाद करना चाहते हैं.
मुझे सभी कहानियां बहुत अच्छी लगी है और मैं इन कहानियों को प्रिंट करके अपने पास रख लूंगा.
These Short Hindi stories with moral values are awesome but who is the writer of these stories? tell me, please
Amazing stories. I am a hindi learner and it helps me a lot. But I have some doubts like in this sentence मुर्गा की अकल ठिकाने. Why it is “ki” and not “ka”? Another one is कालिया को मिली सजा. Why it is “mili” and not “mila”?
आपके ब्लॉग पर हमेशा ही बहुत अच्छी जानकारी दी जाती है ऐसे ही लिखते रहिये, भगवान का आशीर्वाद आप पर हमेशा बना रहे
This is a very good Hindi story website and have knowledgeable stories Nice website keep it up.
Awesome stories for kids. Please add some more stories which are short; easy to read for small children. thank you for helping us.
बहुत ही अच्छी कहानियाँ है. ऐसे ही और कहानियाँ लिखते रहे, धन्यवाद
These are actually the Best Hindi stories ever with moral values which fit according to our society. Thank you so much Hindi vibhag
बहुत अच्छे हिंदी कहानियां है और नैतिक शिक्षा भी आपने बहुत अच्छे से लिखी है परंतु मेरे को एक बात बतानी है। आप सभी कहानियों में नैतिक शिक्षा क्यों नहीं लिखे, कृपा करके सभी कहानियों में नैतिक शिक्षा लिखिए
सभी कहानियां बहुत छोटी है परंतु नैतिक शिक्षा बहुत अच्छे से दी गई है और अच्छे से लिखी भी गई है परंतु हम चाहते हैं कि आप को बड़ी कहानियां भी डालें जिसे पढ़कर और मजा आए एवं ज्यादा ज्ञान प्राप्त कर सकें
Every hindi story wirtten here is just awesome and behold true moral values necessary for the society, Thank you so much Hindi vibhag.
Lovely stories.short and nice
I loved these Hindi stories so much Moral values were good Thank you so much
बहुत अच्छी कहानियां है पढ़कर अच्छा लगा
These short stories are actually very inspirational, helpful for my kid
All Stories are very good and there is something to learn from everyone. Thanks
Really great stories. I actually loved them.
Hello Arabinda It is great to know that all stories are loved by you.
Thank you for sharing such good stories.
Dhanyavaad in kahaniyon ke liye. Saari kahaniya bohut hi sundar hai. Badi hi saral bhasha ka prayog hua hai in kahaniyon me. Bacchon aur badon ke liye seekhne wali kahaniyaan hain. Ati sundar.
aapki sabhi story prernadayak he apka dhnywad kyuki mere bache ye kahaniya adhte he thank you
Badi achhi stories likhin hain aapne , aise hi likhte rahiye aur aage badte rahiye
Leave a Comment Cancel reply
Grehlakshmi
The Hindi Womens magazines on Fashion, Beauty, Entertainment, Travel, Health, Parenting , cookery religion , astrology – daily dose for the smart housewife.
Top 30 Short Stories in Hindi : 30 सर्वश्रेष्ठ लघु कहानी
Share this:.
- Click to share on Twitter (Opens in new window)
- Click to share on Facebook (Opens in new window)
- Click to share on WhatsApp (Opens in new window)
- Click to email a link to a friend (Opens in new window)
- Click to print (Opens in new window)
लघु कहानी: “शीर्ष 30 लघु कहानियों ( Short Stories ) का संग्रह: इस पृष्ठ पर हम लाए हैं वो 30 दिलचस्प और संवेदनशील कहानियां जो हर विभाग के पाठकों को मोहित करेंगी। हर कहानी अपने विषय, संदेश, और दृष्टिकोण के साथ अनूठी है, जिससे पठन्तर करने वालों को सोचने पर मजबूर करती हैं। यह संग्रह विभिन्न विषयों पर आधारित है, जैसे कि प्रेरणादायक, भूतपूर्व, और भयानक, जिससे विचार करने वालों को एक सामाजिक और भावनात्मक सफर पर ले जाती हैं। यहां हर कहानी एक छोटा साहित्यिक रत्न है जो संबंधित सामाजिक और मानव समस्याओं पर चिंता करती है और पठकों को जीवन की सीखों से समृद्धि प्रदान करती है।”
List of Top 30 Short Stories in Hindi
1. लघु कहानियाँ : फादर्स डे विशेष
2. लघु कहानियाँ : रामू और शामू की होशियारी
3. लघु कहानियाँ : सास की सीख
4. लघु कहानियाँ : ईमानदारी
5. लघु कहानियाँ : अधूरा संसार तेरे बिन
6. लघु कहानियाँ : इंसान की कीमत
7. लघु कहानियाँ : जेठानी का प्यार
8. लघु कहानियाँ : औरत पहले हूं
9. लघु कहानियाँ : ‘खाली वक्त’
10. लघु कहानियाँ : मां का आर्शीवाद
11. लघु कहानियाँ : होली के बहाने
12. लघु कहानियाँ : खतरे की घंटी
13. लघु कहानियाँ : अपना घर
14. लघु कहानियाँ : अब तो खत्म करो ये जात पात का चलन
15. लघु कहानियाँ : डिलीवरी गर्ल
16. लघु कहानियाँ : जीते जी
17.लघु कहानियाँ : कन्या पूजन
18. लघु कहानियाँ : नवरात्रि पर शक्ति आराधना का महत्व
19. लघु कहानियाँ : “क्षितिज”
20. लघु कहानियाँ : असमंजस
21. लघु कहानियाँ : कशिश
22.लघु कहानियाँ : तनख्वाह
23. लघु कहानियाँ : जड़
24. लघु कहानियाँ : आज फिर नाराजगी
25. लघु कहानियाँ : “कुल तीन जने हैं बस”
26. लघु कहानियाँ : आकर्षण प्यार का पहला दर्पण
27. लघु कहानियाँ : समाधान
28. लघु कहानियाँ : “परिपक्वता”
29. लघु कहानियाँ : सच्चा सुख
30. लघु कहानियाँ : बुढ़ापा
1. फादर्स डे विशेष – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
आज फिर नाराजगी-लघु कहानी
Hindi Kahani: अब रविवार को दोपहर के समय भी यह नालायक फोन नही उठा रहा है ?” इस तरह ,,रूठ कर मुंह बनाकर उमा एक कुर्सी मे बैठ गई। ,”सुनो उमा,,अभी अभी ,ये ,नई कंपनी में नौकरी लगी है। उसे, कुछ काम आ गया होगा ।”,” ओहो,,तो ,,कंपनी बदल दी है तो बिजी है ,पांच…
गृहलक्ष्मी की लघु कहानी-पिताः एक रिश्ता विश्वास भरा
‘सुनो, गुड़िया आजकल बहुत खोई सी रहती है. क्या बात है?’ ‘मुझे भला वह कुछ बताती है? अपनी हर बात वह आप ही से शेयर करती है. कुछ खरीदना होगा तो आप से ही कहेगी। आपकी लाडली है, आप ही पूछिएगा.’ Read more…
2. रामू और शामू की होशियारी – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Bravery Story in Hindi: रामू और शामू दोनों अच्छे दोस्त थे । दोनों सातवीं कक्षा में पढ़ते थे । दोनों का घर पास में था । एक दिन रामू की मम्मी ने रामू से कहा, बेटा बाजार से सब्जी ले आओ । रामू बाजार से सब्जी लेकर आया । जब उसकी मम्मी ने सब्जी देखी , तो रामू से कहा कितनी बेकार सब्जी लाये हो । Read more…
3. सास की सीख – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
बड़े घर की बेटी राधा शादी करके ससुराल आई। दूसरे ही दिन आस-पड़ोस की स्त्रियां उसे देखने के लिए आई। उसे देख कर पड़ोसन बोली- “बहू, तुमने पूर्वजन्म में बहुत ही पुण्य कमाएं होंगे तभी तुम्हें इस खानदान परिवार की बहू बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।” Read more…
4. ईमानदारी – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है ऐसा तो हम सभी ने सुना है। ईश्वर भी उसका ही साथ देते हैं जो इमानदारी से अपनी राह पर चलकर अपना मुकाम बनाते हैं बेईमानी की राह में क्षणिक सुख तो संभव है, लेकिन ईमानदारी के साथ चला हुआ हर कदम सफलता के नए आयाम खोलता है। आपने लकड़हारा और उसकी कुल्हाड़ी वाली ईमानदारी की कहानी तो अवश्य सुनी होगी,चलो आज मैं आपको चार मित्रों की कहानी सुनाती हूं। Read more…
5. अधूरा संसार तेरे बिन – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
बादल आसमान में घूमर घूमर कर मौसम को खूबसूरत बना रहे थे। मैं एक कप चाय के साथ बालकनी में बैठ कर मौसम का आनंद ले रही थी। अचानक चाय पीते पीते कहीं खो सी गई यादों की दुनिया में , पहली बार जब मैं मां बनने वाली थी तो परिवार वालों ने मेरा अल्ट्रासाउंड करवाया और पता चला कि लड़की है उन्होंने मेरा अबॉर्शन करवा दिया।मेरे ना चाहने के बावजूद मैं बहुत मना की फिर भी किसी ने मेरी नहीं सुनी । Read more…
6. इंसान की कीमत – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
इंसान की कीमत-दीनू के बेटे की तबीयत खराब थी । सरकारी अस्पताल में इलाज कराकर वह थक चुका था । काफी रुपये खर्च कर चुका था । इसके बावजूद उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था । काफी जांच के बाद पता चला कि उसके बेटे का एकमात्र इलाज ऑपरेशन है । ऑपरेशन में एक लाख रुपये खर्च होने का अनुमान था । Read more…
7. जेठानी का प्यार – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Hindi story : “माँजी! देखिये मैं आप सब के लिए क्या लेकर आयी हूँ!” शालिनी ने अपनी सास उमा जी से कहा| शालिनी सास, ससुर, पति, ननद जेठ सबके लिए महंगे कपड़े लेकर आयी थी सिवाय जेठानी रमा के| शाम को किचन में रमा को जाते देख कर शालिनी ने कहा “भाभी सुनिये ना! ये लीजिये जेठ जी और बच्चों के लिए नया टैबलेट लेकर आयी थी। ” Read more…
8. औरत पहले हूं – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Women Story: चलो जीजी ओर बताओ और क्या बनाना है? अपना राघव आता ही होगा, पूरे चार बरस बाद आ रहा है, शहर से पढ़ाई करके। बहुत सही करा जीजी जो तुमने उसे सही समय पर पढ़ने भेज दिया। मुझे तो बहुत फिक्र होती है, अपने बेटे सूरज की । आपके देवर ने उसे शुरू से ही लड़के होने के गुरुर के साथ पाला है कि वो लड़का है तो कुछ भी कर सकता है। Read more…
9. ‘खाली वक्त’ – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Free Time Story: आज फिर हमेशा की तरह मूड ऑफ था सजंना का, नोक-झोंक कोई नई चीज नहीं थी उसके लिए। सजंना का पति अमित बड़ा ऑफिसर था। सुख-सुविधा की कोई भी कमी नहीं थी। लेकिन संजना की जिंदगी में हर चीज की कमी थी। Read more…
10. मां का आर्शीवाद – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Mother’s Blessing Story: अनिल आज बहुत खुश था आज वह अपने परिवार के साथ अपने रिश्ते की बात करने जाने वाला था। लड़की को वह नहीं जानता था पर उसके लड़की से उसके पापा से परिचित थे। और अनिल को पापा पर भरोसा था। उसकी मम्मी के जाने के बाद पापा ने ही तो मम्मी और पापा दोनों का प्यार अनिल को दिया था । Read more…
11. होली के बहाने – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Holi Story: “दीदी, रमैया कल से काम पर नहीं आएगी अब वह 15 दिन के बाद ही वापस काम पर आएगी।”
मेरे घर में काम करने वाली 18 वर्षीय रमैया की मां सावित्री बाई ने जब मुझे यह बात बोली तो मैं हैरान हो गई । तब मुझे यही लगा कि शायद रमैया की तबीयत खराब है या उसे कहीं जाना होगा,इसलिए उसने 15 दिन की छुट्टी के लिए कहलवाया है। Read more…
12. खतरे की घंटी – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Hindi Kahani: छुट्टियों में इंजिनियरिंग कॉलेज से घर आया तो मोहल्ले का माहौल बदला दिखा। पड़ोस की खिड़की हया से गुलजार थी। हया,एक प्यारी सी लड़की जिसे देखते ही होश गुम होता था। एक रोज क्रिकेट की बॉल उछलकर उसके कैंपस में पहुंची तो उसने बड़ी अदा से मुस्कुराकर गेंद लौटाया। अब यह रोज का क्रम बन गया था। Read more…
13. अपना घर – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
House Story: मुग्धा रूप रंग में साक्षात सौंदर्य की देवी प्रतीत होती थी। गौर वर्ण, श्यामल केश,सुराही जैसी गर्दन और चाल ऐसी लुभावनी की हिरणी भी शर्मा जाए। पाक कला में दक्ष मुग्धा ,पढ़ाई में सामान्य रही थी। Read more…
14. अब तो खत्म करो ये जात पात का चलन – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Caste System Story: प्रतिदिन मुंह अंधेरे सुबह सुबह माला आ जाती है बर्तन धोने। कभी साढ़े चार तो कभी पांच,बहुत झुंझलाहट भी होती है,मन नही करता की उठकर गेट खोलूं । लेकिन फिर ये लगता है की वो भी तो काम करने निकली है,अब तक पांच घरों में बर्तन मांज चुकी होती है। Read more…
15. डिलीवरी गर्ल – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Hindi Kahaniya: अपने पति और बच्चों के साथ पोर्टिको में बैठकर , हम सभी गप्पे मार रहे थे । साथ में चाय नाश्ता चल रहा था । गप्पे और ठहाके इतनी तगड़ी चल रही थी। बाहरी दुनिया की कोई खबर नहीं हम लोग खुद में इतने मशगूल थे । Read more…
16. जीते जी – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Life Lesson Story: आज रामसहाय की आंखों से आंसू थम नहीं रहे थे। उसकी पत्नी की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी। वह अपनी पत्नी कान्ति के गुणों का बखान कर बहुत तेज रो रहा था। वह ऐसी थी उसके रहते हुए मुझे कभी किसी बात की चिंता नहीं थी । Read more…
17. कन्या पूजन – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Kanya Puja Story: शांता भाभी ओ शांति भाभी कैसी हो,जरा अपनी पोती खुशी को हमारे घर कन्या पूजन के लिए तो भेज देना, यहां आसपास कन्या कोई दिखती ही नही,बस एक तुम्हारी पोती ही नजर आवे है। Read more…
18. नवरात्रि पर शक्ति आराधना का महत्व – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Navratri Story: नवरात्रि यानी शक्ति की पूजा आराधना , शक्ति की आराधना हमारे समाज में दर्शाती है कि स्त्री एक शक्ति है और शक्ति के बिना तो शिव भी अधूरे हैं, फिर हम सामान्य इंसान की तो बात ही क्या करें? Read more…
19. “क्षितिज” – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Family Story: अनुप्रिया व राजीव के शादी की रिसेप्शन पार्टी चल रही थी। राजीव की मां सुनन्दा अपने डॉक्टर बेटे और वैज्ञानिक बहू को सभी आने जाने वाले दोस्त रिश्तेदारों से मिला रही थी।
पार्टी समाप्त होने के बाद उनकी बड़ी ननद ने कहा ,”भाभी,बुरा मत मानना…..लेकिन आप ने इस शादी के लिए हाँ कैसे और क्यों कह दी?कहाँ अपना स्मार्ट गोरा चिट्टा बेटा?और कहाँ ये मीडिल क्लास घर की सांवली छोटे कद की लड़की। Read more…
20. असमंजस – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Hindi Short Kahani: “आशा मैडम, मै अंदर आ सकती हू क्या?” फुसफुसाकर, रजनी ने कहा तो आशा मैडम ने झाक कर देखा ।,”अरे,,रजनी, आओ ,सबकी छुटटी हो गई है पर तुम घर नही गई अब तक ।”आशा मैडम ने उसे स्नेहिल भाव से यह सब कहा । Read more…
21. कशिश – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Girl Story Hindi: पिछली रात बेचैनी से कटी। इस दौरान करवटें बदलती एक बात बार बार मुझे चुभती कि आखिर मधु ने कल मुझे अपने घर बुलाया क्येां? माना कि पहल मैंने की। लेकिन वह भी दोशमुक्त नहीं हो सकती। Read more..
22. तनख्वाह – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Tankhwa Hindi Kahani: शुभम मां की हालत देखकर परेशान हुआ जा रहा था। अभी दो महीने तो गुजरे थे.. पिताजी को गुजरे हुए और दो महीने में ही लगता था मां एकदम सूख गई है। शुभम किसी तरह चाहता था कि मां नॉर्मल जिंदगी में वापस लौट आए । Read more…
23. जड़ – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Moral Kahani: सौंदर्य की प्रतिमूर्ति स्वंय को सर्वगुण सम्पन्न समझने वाली लेखा जी का मानना था कि दुनिया की किसी भी उपलब्धि और सफलता पर सिर्फ उनका ही अधिकार हो सकता है। स्वयं को स्थापित करने की होड़ में वे किसी भी हद को पार कर लेती थी साम दाम दंड भेद की इस कला के उनके पति भी पारखी थे। Read more…
24. आज फिर नाराजगी – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Hindi Kahani: अब रविवार को दोपहर के समय भी यह नालायक फोन नही उठा रहा है ?” इस तरह ,,रूठ कर मुंह बनाकर उमा एक कुर्सी मे बैठ गई। ,”सुनो उमा,,अभी अभी ,ये ,नई कंपनी में नौकरी लगी है। Read more…
25. “कुल तीन जने हैं बस” – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Short Story in Hindi-
कुल तीन जने हैं बस… कितना अच्छा है न.. अम्मा, पापा और बेटा तुम फटाक से खाली हो जाती होगी। Read more…
26. आकर्षण प्यार का पहला दर्पण – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
First Love Story: अचानक से जब कोई बेगाना अपना अपना सा लगने लगता है। साथ ही अनेक तरह की भावनाओं का ज्वार जब हमारे अंदर उमरने लगता है। जो हमें विपरीत लिंग के प्रति तेजी से आकर्षित करने लगता है। यही आकर्षण प्यार का पहला दर्पण है, जिसकी वजह से कोई साधारण सा भी मेरे लिए खास हो जाता है। Read more …
27. समाधान – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Samadhan Story: राम लाल की पत्नी सुनंदा के गुजर जाने के बाद उनका पुत्र राजेश उन्हें अपने पास शहर में ले आया था। और घर की ऊपर की मंजिल में बने एक कमरे में उनके रहने की व्यस्था कर दी थी। किंतु राजेश की पत्नी रमा को ये बात फूटी आंख नहीं सुहा रही थी। Read more…
28. “परिपक्वता” – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Hindi Maturity Story: पूरे घर में जब से पता चला है कि उनकी प्यारी श्रेया किसी अबराम फल वाले को पसंद करती है, मिलती है, अभी उम्र ही क्या है श्रेया की, अभी पिछले महीने ही तो 18 वर्ष की पूरी हुई है। Read more….
29. सच्चा सुख– लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Saccha Sukh Story: हर कोई सच्चे सुख की तलाश में भटकते रहता है। जिंदगी इतनी भी आसान नहीं होती,आखिर सच्चा सुख मिलता कहां है???आज मोनिका के पति को बिजनेस के सिलसिले में गए हुए तीसरा दिन था।एक महीने की ये ट्रिप थी………। Read more….
30. बुढ़ापा – लघु कहानी: Short Stories in Hindi
Short Story: श्याम के पापा ने आवाज लगाई । आ रही हूं दोनों साथ में खाना खाते हैं और घर को देखते हुए। कितने ही प्यार से हम लोगों ने यह घर बनाया। जब हमारे बच्चे बड़े होंगे । सबका शादी ब्याह होगा, पूरा परिवार भरा पूरा होगा। Read more…
Short Stories in Hindi
- How to Write Story
एक अच्छी कहानी कैसे लिखे – How to Write a Good Story in Hindi
by Short Stories · Published April 8, 2020 · Updated April 8, 2020
दोस्तों हमें खाली समय पर कहानियां पढ़ना काफी पसंद होता है। कहानियां काफी मजेदार होती है और समय आराम से कट जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कहानियों को पढ़ना जितना आसान है उसे लिखना उतना ही कठिन है। अगर आपके जीवन में भी कोई कहानी हैं और आप उसे शेयर करना चाहते हैं, तो आज मैं आपको कहानी लिखने के अच्छे टिप्स बता रहा हूँ..
Story writing with hints in hindi
1). शार्ट स्टोरी एक बार में लिखें.
अपनी कहानी को हो सके तो कम समय में लिखें। यदि आप एक छोटी कहानी लिख रहे हैं, तो इसे एक बार में लिखने का प्रयास करें। यदि आप एक उपन्यास लिख रहे हैं, तो इसे एक सीज़न (तीन महीने) में लिखने का प्रयास करें। कोशिश करें कि एक बारी की सेटिंग में, मतलब एक ही बार बैठ कर आप एक पूरी शार्ट स्टोरी को लिख पाए। इससे आप एक अच्छी स्टोरी तैयार कर सकते हैं। अगर आप शार्ट स्टोरी के लिए समय तोड़-तोड़ के लिखेंगे, तो कहानी के पात्र भूल सकते हैं।
2). अपने कहानी के हीरो का विकास करें
ज्यादातर कहानियां हीरो के बारे में होती हैं, और यदि आपके पास एक अच्छा हीरो नहीं है, तो आपके पास एक अच्छी कहानी नहीं है। तो इसलिए फोकस स्टोरी के हीरो पर करे। अपने हीरो को और विकसित करने के लिए, खलनायक की तरह अन्य चरित्र का उपयोग करें, नायक का विपरीत, या मूर्ख, चरित्र जो नायक के नरम पक्ष को दिखाता हो।
3). कहानी में सस्पेंस और ड्रामा बनाएं
कहानी को और ज्यादा मजेदार बनाने के लिए कहानी में सस्पेंस और ड्रामा को बनाए रखें। यह पाठकों को ज्यादा समय तक अपनी ओर खींच कर रखेगा। और उन्हें कहानी पढ़ने के लिए ज्यादा प्रभावित करेगा।
4). दिलचस्प बनाये
जब आपकी कहानी में कुछ दिलचस्प होता है जो आपके चरित्र के भाग्य को बदलता है, तो इसके बारे में जल्दी न बताएं। बल्कि उस दृश्य को दिखाने की कोशिश करें, उसमें इमोशन डालने की कोशिश करें। इस प्रकार से लोगों की दिलचस्पी आप की कहानी में बढ़ेगी और उनके भी इमोशंस आपकी कहानी के साथ जुड़ जाएंगे।
5). कहानी में डायलॉग डाले
हर कहानी में डायलॉग होना बहुत जरूरी है। वह उस किरदार को ज्यादा खूबसूरत और ज्यादा प्रभावशाली बनाता है। कहानी के हर कैरेक्टर की अलग-अलग डायलॉग सुने चाहिए जो कि उसका किरदार अच्छी तरह से दिखाता हो।
6). कहानी में जॉनर तय करे
आपको कहानियों के इमोशन्स तय करना है, जैसे कहानी का मुख्य भाव क्या है, कॉमेडी, रोमांटिक, एक्शन इत्यादि। इसका मतलब यह है कि अगर आप कोई मोटिवेशनल कहानी लिख रहे हैं तो आपको यह तय करना होगा कि यह कहानी का जॉनर क्या है? और आगे तक उस से ले कर जाना होगा।
7). प्रभावशाली और संतोषजनक अंत
कहानी का अंत बहुत ही प्रभावशाली और संतोषजनक होना चाहिए। कहानी का अंत जितना ही रहस्यमई होगा, वह पाठकों को उतनी देर तक अपनी ओर खींच कर रखेगा।
8). प्रेरणा डालने की कोशिश करे
कहानी लिखने समय ध्यान रखे की कहानी का कुछ मतलब हो। कहानी पढ़ने के बाद लोगो को कुछ प्रेरणा मिले।
9). सरल भाषा में लिखे
अपनी कहानी सरल भाषा में लिखने की कोशिश करे। जितनी सरल भाषा में कहानी होगी, उतनी लोगो को समझ आएगी।
10). कहानी पढ़े
हर किसी के लाइफ में कुछ कहानी होती हैं, लेकिन उस कहानी लिखना बहुत कठिन हैं। कहानी लिखने का सिखने का सबसे अच्छा तरीका हैं दूसरे के द्वारा लिखी कहानी पढ़े।
इस लेख को भी देखे – एक अच्छी कहानी लिखें (How to write the word story in hindi)
अपनी कहानी हमें भेजे – Send Your Story
kahani kaise likhe से सम्बंधित और भी कोई सवाल हो तो हमें कमेंट में बताये.
Short Stories in Hindi Editorial Team. If you want to publish your story then please contact – [email protected] . Like us on Facebook .
39 Responses
- Comments 39
- Pingbacks 0
Sir enosnal story likhane ke liye kya kya hona chahiye please help me.mobile no_8271615986 Nice story hai sir.
सबसे पहले खुद से सुरु करो और देखो जो मेरे मन मे है उसे कैसे लोगो के सामने प्रदर्षित करे।
Apni story apko kaise bhje
बहुत ही अच्छी तरह से समझाया है आपने सर। मै जब भी कहानी लिखने की प्रयास करता हूँ, उसे बीच मे ही छोड़ देता हूँ। लेकिन आज आपने मुझे बहुत ही अच्छी बात बताई। मैने एक कहानी लिखी है। Mujhe जरूर बताएँ की ये कैसी है। Thankyou sir
Sir Mujhe ak story likhna h apko kaise bheju
मैं एक कहानी लिखना चाहता हूं ……………….एक लड़के के ऊपर
कहानी कहॉं से लिखते हो भाई
bhai apni khani mujhe dikha sakte ho
Khani kya likhi hai batao
सर क्या आप guest post लेते है । backlink के साथ। please जरूर बताये।
माफ़ कीजियेगा, बैकलिंक्स के लिए फ्री गेस्ट पोस्ट एक्सेप्ट नहीं करते हैं।
Nice but I want big and so difficult. Stories
Sir do you give any incentives to your story writers or not….?
sir mai real story likhna chahti hu please help
Aap Ise Padhe – https://shortstoriesinhindi.com/how-to-write-a-good-story/
Hello friends kese ho
YES AAP MUJHE BATA SAKTE HAI APKO KIS PRAKAR KI HELP CHAHIYE ,BAISE ME BATA DU I AM A WRITER . POETRESS BHI MENE BHI EK REAL STORY KO DIFINE KIYA H ,BUT OR KAFI POEMS OR THOUGHTS ,
आपका यह जानकारी मेरे जीवन में बहुत महत्व रखता है।
My story my personal blog pr study kre
Sar main apni kahani likhna chahta hun kya aap usko Book mein takdeer kar sakte ho bahut acchi aur sacchi kahani Hai sar han ya na ka jawab call per dena mera contact number 8847419248
Main use apni site par publish kar sakta hun.
आपका बहुत बहुत धन्यवाद कहानी लिखने का तौर तरीका समझाया. आगे जो भ लिखूंगा आपको प्रेषित करूँगा.
आपके सुझाव का स्वागत है.
Sir kahani kaise likhe mujhe likhne ka bhut shok h bt pta nhi kaise likhe
Board ki ki
Surya Singh ki kahani acchi aur sacchi kahani Hai kya aap meri kahani main madad karoge is kahani Ko Book mein takdeer karva sakte ho contact number 8847419248
Main Surya Singh ki kahani acchi aur sacchi kahani Hai kya aap meri madad karoge kahaniyan likhane mein aur meri kahani Ko Book mein takdeer kara sakte ho contact number 8847419248
यह सारी बातें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है सर कहानी कविता लिखने में 🙏 आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर
Sir mai kahani likhna chahti hon mera sapna hai pls help kren
Sir , thank you for learning how to write story.
Thank you so much sir
Hamare paas her mushkil ka samadhan hota h per use shant mind se samajhna jaruri hai isliye thoda sa time mile to is par dhyan de na
Sir mujhe bhai kahaniya likhna bhut psand h lekin kaise kare plz help me
Sir main ek real story likhna chati hu apni sister ke liye jo ki is duniya me nhi h
Wonderful line-up. On our website, a link will be placed to this excellent content. Write well in the future.
Leave a Reply Cancel reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Telegram पर हमसे जुड़े.
Mobile App पर ऑफलाइन कहानी पढ़े
Recent Posts
- “भूत की कहानी” Bhoot ki kahani
- पढ़िए Red Bus की Inspirational Business Story in Hindi
- Akbar Birbal Stories in Hindi
- Army ki Kahaniya
- Biographies
- Dharmik Kahaniya
- Dharmik Katha
- Essay in Hindi
- Fairy Tales Stories in Hindi
- Funny Stories
- Hindi Jokes
- Hindi Kahani
- Urdu Ghazal
- Child Story in Hindi
- Horror Story in Hindi
- Motivational Articles in Hindi
- Interesting
- Friendship Story in Hindi
- Life Stories
- Love Letters
- Love Story in Hindi
- Make Money in Hindi
- Moral Stories in Hindi
- Mulla Nasruddin Stories in Hindi
- Heart Touching Story in Hindi
- Sinhasan Battisi ki Kahani
- Tenali Raman Stories in Hindi
- Uncategorized
- विक्रम बेताल की कहानियां- Vikram Betaal Story in Hindi
बिना परमिशन कॉपी नहीं कर सकते
IMAGES
VIDEO
COMMENTS
Creative Writing को हिंदी में रचनात्मक लेखन भी कहा जाता है, लेखन का एक प्रकार है । इसमें मजबूत लिखित दृश्यों के माध्यम से कहानी कहने के लिए कल्पना, रचनात्मकता और नवीनता का उपयोग कि…
विधि 1. प्रेरणा पाना (Getting Inspired) आर्टिकल डाउनलोड करें. 1. दुनिया की तरफ और अपने आसपास के माहौल पर ध्यान दें: अगर आप एक अच्छी, छोटी …
We are writing 101 Hindi short stories with moral values for kids here. 151 Short Hindi stories with moral values – शिक्षाप्रद लघु कहानियाँ. नीचे लिखी गयी सभी कहानियां शिक्षाप्रद होने के साथ पढ़ने में भी मजेदार है। …
Hindi Story Writing Topics. आपको Hindi Story Writing Topics की सूची में से जो भी विषय पसंद आए, उन्हें आप अपने कॉपी में नोट कर लें । इसके बाद आप अपने imagination power और creativity की ...
List of Top 30 Short Stories in Hindi. 1. लघु कहानियाँ : फादर्स डे विशेष. 2. लघु कहानियाँ : रामू और शामू की होशियारी. 3. लघु कहानियाँ : सास की सीख. 4. लघु कहानियाँ : ईमानदारी. 5. लघु कहानियाँ : अधूरा संसार तेरे बिन. …
1# शेर और चूहा (Very Short Story in Hindi) एक बार की बात है जब एक शेर जंगल में सो रहा था। उस समय एक चूहा उसके शरीर में उछल कूद करने लगा अपने मनोरंजन के लिए। इससे शेर की नींद ख़राब हो गयी और वो उठ गया साथ में …
कहानी पढ़े. हर किसी के लाइफ में कुछ कहानी होती हैं, लेकिन उस कहानी लिखना बहुत कठिन हैं। कहानी लिखने का सिखने का सबसे अच्छा तरीका हैं दूसरे के द्वारा लिखी कहानी पढ़े।. इस लेख को भी देखे – एक अच्छी कहानी …
Story Writing in Hindi Format, Examples. कहानी लिखना एक कला है। हर कहानी-लेखक अपने ढंग से कहानी लिखकर उसमें विशेषता पैदा कर देता है। See Story Writing in Hindi Format, Examples, and tips to ...
Storytelling यानि कहानी कहना एक कला है जिसकी मदद से विचारों, अनुभवों और भावनाओं का संप्रेषण ज्यादा आसानी से और रोचक ढंग से हो पाता है । इसके लिए कहानीकार शब्दों, ध्वनियों और छवियों की मदद लेता है । …
How to Write a Story in Hindi – कहानी कैसे लिखें. कहानी लिखने के नियम क्या है? कहानी एक ऐसा चीज है जिसे माध्यम से हम एक से अधिक लोगों तक अपनी बातों को तथा अपने विचारों को पहुंचाने का प्रयास करते हैं। इसमें से …