Earth Day Speech in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस पर आसान भाषण
Earth Day Speech in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस पर भाषण
पृथ्वी दिवस के महत्व के बारे में जानें और हम अपने ग्रह की रक्षा के लिए कैसे कार्रवाई कर सकते हैं। छात्रों के रूप में, हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने दैनिक जीवन में ऐसे परिवर्तन करें जिनका पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। हमें हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करने और आज जीवन में बदलाव लाने के लिए वैश्विक आंदोलन में शामिल होना होगा। अधिक जानने के लिए एक छात्र द्वारा पृथ्वी दिवस पर यह भाषण पढ़ें।
Earth Day Speech : पृथ्वी दिवस के दिन स्कूलों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के भाषण और स्पीच
Earth Day Speech in Hindi : आदरणीय अध्यापक गण, प्रिंसिपल सर एवं मेरे प्यारे साथियों, सबको सुप्रभात, आज मैं आपसे पृथ्वी दिवस के बारे में बात करना चाहता हूं, जो 22 अप्रैल को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस पर्यावरण के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और एक स्थायी भविष्य की दिशा में कार्रवाई करने का दिन है।
पृथ्वी दिवस पहली बार 1970 में मनाया गया था, और तब से, यह एक वैश्विक आंदोलन बन गया है जो हमारे अपने ग्रह की रक्षा के लिए लोगों को एक साथ लाता है। युवा छात्रों के रूप में, हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने पर्यावरण की देखभाल करें और यह सुनिश्चित करें कि आने वाली पीढ़ियां उसी सुंदरता और संसाधनों का आनंद ले सकें जो आज हमारे पास हैं।
पृथ्वी दिवस हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह हमें याद दिलाता है कि हमारे रोज़ाना कार्यों का ग्रह पर क्या प्रभाव पड़ता है। यह हमारे द्वारा पर्यावरण को हुए नुकसान को प्रतिबिंबित करने और उस नुकसान को दूर करने की दिशा में कदम उठाने का एक महत्वपूर्ण दिन है। पृथ्वी दिवस के प्रेरणा भरे कार्यक्रमों में भाग लेकर हम पर्यावरण के मुद्दों के बारे में समाज को जागरूक कर सकते हैं और दूसरों को अपने दैनिक जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।
पृथ्वी दिवस 2023 की थीम “हमारी पृथ्वी की पुनर्स्थापन” “इनवेस्ट इन ऑवर प्लेनेट” है, जो ग्रह को पुनर्स्थापित करने की दिशा में कार्रवाई करने की आवश्यकता पर जोर देती है। यह विषय स्वीकार करता है कि हमने पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाया है, और अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे बेहतर बनाने की दिशा में कार्रवाई करें। यह व्यक्तियों, समुदायों और सरकारों के लिए एक स्थायी भविष्य की दिशा में मिलकर काम करने का आह्वान है।
छात्रों के रूप में, ऐसे कई कार्य हैं जो हम बदलाव लाने के लिए कर सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक जो हम कर सकते हैं वह है अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करना। हम सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करके या ड्राइविंग के बजाय जहाँ तक संभव हो पैदल चलें। लाइट और इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग नहीं होने पर उन्हें बंद करके अपनी ऊर्जा की खपत को कम कर सकते हैं। हम सामुदायिक सफाई कार्यक्रमों में भी भाग ले सकते हैं और पर्यावरण को फिर से हरा भरा करने के लिए पेड़ लगा सकते हैं।
अंत में, पृथ्वी दिवस हमारे ग्रह पर हमारे कार्यों के प्रभाव को प्रतिबिंबित करने और एक स्थायी भविष्य की दिशा में कार्रवाई करने के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। हमें धरती को हरा भरा और बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आने वाली पीढ़ियां उसी सुंदरता और संसाधनों का आनंद ले सकें जो आज हमारे पास हैं।
युवा छात्रों के रूप में, हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम अपने पर्यावरण का ध्यान रखें और अपने दैनिक जीवन में ऐसे परिवर्तन करें जिनका ग्रह पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। आइए हम एक साथ काम करें और अपनी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें।
याद रखें, हर छोटा कार्य एक बड़ा बदलाव ला सकता है। आइए हम सब अपने ग्रह की रक्षा करने में अपना योगदान दें। धन्यवाद।
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- नैतिक मूल्य का महत्व: Jeevan Me Naitik Shiksha Ka Mahatva
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विश्व पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध हिंदी में । Speech & Essay on Earth Day in hindi
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Earth Day Speech & Essay २०२३ : आज का यह निबंध पृथ्वी दिवस पर दिया गया है। इस में निबंध के साथ साथ भाषण भी शामिल है। इसमें आप जानेंगे की पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? पृथ्वी दिवस का इतिहास? पृथ्वी दिवस 2023 की थीम? पृथ्वी दिवस का महत्व? पृथ्वी दिवस का ध्वज? आप सभी को पृथ्वी दिवस के बारे में और भी रोचक तथ्य जानने को मिलेंगे। तो आइये दोस्तों पढ़ते है इस निबंध और भाषण को।
पृथ्वी दिवस एक वार्षिक पर्व है जिसका आयोजन हम हर साल विश्व भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए करते हैं। विश्व भर में पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभावों के बारे में लोगो में जागरूकता फैलाना है। यह हर वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस की स्थापना सन् 1970 में अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने पर्यावरण शिक्षा के रूप में की थी। पृथ्वी दिवस को अब 192 से भी अधिक देशो में हर वर्ष मनाया जाता है।
पृथ्वी दिवस का संक्षिप्त विवरण (Speech & Essay on Earth Day in hindi)
पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध (Speech & Essay on Earth Day in hindi)
पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है.
पृथ्वी दिवस को अब इंटरनेशनल दिवस के रूप में मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस को अब हर वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है पृथ्वी दिवस मानाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि मनुष्य अपने जीवन में पर्यावरण का महत्व समझ सकें। पृथ्वी हम सभी के लिए कितनी ज़रूरी है। पृथ्वी को स्वच्छ बनाये रखना, प्रदूषण कम करना इत्यादि। इस दिन पृथ्वी को बचाने तथा स्वच्छ रखने का संकल्प (RESOLUTION) लिया जाता है।
यह दिवस सभी स्कूल तथा कॉलेज में मनाया जाता है जिससे सभी बच्चों को पृथ्वी को बचाये रखने का महत्व समझ आ सके। इस दिन कई कार्यक्रम भी किये जाते है जैसे – भाषण देना, नाटक के द्वारा लोगो में जागरूकता फैलाना, पृथ्वी बचाओं से सम्बंधित गीत, स्लोगन , पोस्टर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है है। जैसे जैसे पर्यावरण में परिवर्तन के दुष्परिणाम सामने आते जा रहे है, तो इसके महत्व पर ज़्यादा ध्यान दिया जाने लगा है। यह एक दिन है जहा करोडो लोग मिल कर पर्यावरण की चुनौतियां जैसे -ग्लोबल वार्मिंग , प्रदूषण और जैव विविधता संरक्षण के लिए प्रयास करने लम्हे और जागरूक हो और तेज़ी लाए।
पृथ्वी से हमे कई प्रकार के प्राकृतिक संसाधन प्राप्त है। प्राकृतिक संसाधन प्रकृति से प्राप्त होते है तथा उनका उत्पादन सीमित होता है। परन्तु मनुष्य इन संसाधनों का तेज़ी से दोहन कर रहे हैं, यह संसाधन ख़तम होने की कागार पर हैं और इसी के कारण केवल मनुष्य जीवन नहीं बल्कि पूरी पृथ्वी के जीवों विनाश हो सकता है। पृथ्वी पर हर दिन प्रदूषण की मात्रा में निरंतर वृद्धि हो रही है इससे तापमान में भी बदलाव आ रहे हैं जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है , बड़े-बड़े ग्लेशियर पिघल रहे हैं।
आईपीसीसी के रिर्पोर्ट के मुताबिक 19वीं सदी तक समुंद्र का 20 प्रतिशत जलस्तर बढ़ चुका है पर्यावरण शोधकर्ताओं के अनुसार 2100 तक पृथ्वी के छोटे बड़े द्वीप समूह लक्षद्वीप पूरी तरह डूब जाएंगे।। यदि मनुष्य ने समय रहते इसे न रोका तो पृथ्वी का एक बड़़ा हिस्सा जल मग्न हो जाएगा।
पृथ्वी दिवस का इतिहास? (Earth Day History in hindi)
पृथ्वी दिवस ( WORLD EARTH DAY) सबसे पहले 1970 में मनाया गया था। अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन ने सबसे पहले अर्थ डे की शुरुआत शिक्षा के रूप में की थी। इस दिवस की घोषणा से 1 वर्ष पहले 1969 में सांता बारबरा कैलफोर्निआ में तेल का रिसाव हुआ था। इस कारण उस समय बहुत नुकसान हुआ था। इस घटना को देखकर नेल्सन ने एक कार्यक्रम किया था।
यह कार्यक्रम पर्यावरण की समस्या को सुलझाने के लिए और लोगो में पर्यावरण की जागरूकता फ़ैलाने लिए किया गया था तथा नेल्सन मंडेला ने 22 अप्रैल 1970 को पहली बार यह दिवस मनाया। इस दिवस को मानाने का मुख्या कारण तेल रिसाव, विषैले पदार्थ, प्रदूषण फैलाने वाली फैक्टीरिया, जंगलों का कटाव तथा जीवों के विलुप्ती की समस्या थी। तथा अन्य पर्यावरण से सम्बंधित अन्य मुद्दों को भी लाया गया। 1970 से हर वर्ष पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत ऋतु और दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु में मनाया जाता है।
पृथ्वी दिवस थीम? (Earth Day 2023 Theme)
इस वर्ष के विश्व पृथ्वी दिवस की थीम, “हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें”( RESTORE OUR EARTH ) ग्रह के सामने आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर देती है। विषय मानता है कि पर्यावरण और प्राकृतिक दुनिया को होने वाली क्षति वनों की कटाई, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसी मानवीय गतिविधियों का परिणाम है। विषय ग्रह के प्राकृतिक संतुलन को बहाल करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की रक्षा के लिए कार्रवाई करने का आह्वान करता है।
पृथ्वी दिवस का महत्व?
जिस धरती पर हम रह रहे है जो हमे जीवित रहने के प्राकृतिक संसाधन प्रदान कर रही है , उसी धरती को साफ़ – सुथरा और हरा – भरा रखना हमारा परम कर्त्तव्य है। यह प्रकृति हमे जीवित रहने के जो संसाधन देती है वे सब मुफ्त होते है जैसे – सूर्य , जल , वायु , हरयाली और भी बहुत सी चीज़े जो इस धरती ने हमे एक तोहफे के रूप में दी है। इस पृथ्वी पर हर वो वस्तु उपलब्ध है जिसकी हम सबको ज़रुरत है , कुछ वस्तुए ऐसी है जो मानव निर्मित है और बहुत से प्रकृति की देंन है , प्राकृतिक वस्तुए सीमित है। इन वस्तुओं का उपयोग हमे केवल अवश्यक कामो के लिए करना चाहिए।
यदि हम अपने जीवन को स्वस्थ ,और खुशहाल चाहते है तो इसके लिए हम सभी को पृथ्वी और पर्यावरण के प्रति आम जनता में जागरूकता फैलानी होगी , परन्तु यह कुछ लोगो के जागरूक होने से नहीं होगा इसके लिए पूरी मानव जाती को सहयोग करना होगा ,बताए गए समाधानों पर कार्य करना होगा और इस धरती को हरा – भरा बनाने के लिए पेड़ – पौधे लगाने होंगे। यह सब कार्यो का लाभ भी हम सभी को मिलेगा। एक स्वस्थ जीवन , प्रदूषण मुक्त वातावरण , सांस लेने योग्य शुद्ध वायु और भी बोहत से लाभ है जो हमे इस धरती को स्वच्छ बनाने से मिलेंगे।
एक जागरूक नागरिक के रूप में हमे ऐसी वस्तुओ का उपयोग नहीं करना होगा जिससे इस पर्यावरण और हमारी पृथ्वी को नुक्सान हो जैसे – प्लास्टिक की चीज़ो का उपयोग न करना इत्यादि।
पृथ्वी दिवस पर भाषण (SPEECH ON EARTH DAY IN HINDI )
नमस्ते दोस्तों , आज मई आप सभी के समक्ष पृथ्वी दिवस के उपलक्ष में एक भाषण प्रस्तुत करना चाहती/चाहता हूँ ,
जैसा की आप सब जानते हैं आज 22 अप्रैल यानी की पृथ्वी दिवस है, आप सब जानते है की जिस पृथ्वी पर हम रह रहे है उसे स्वच्छ रखना , प्रदूषण रहित रखना कितना ज़रूरी है। जैसे की अगर हम अपने आस पास स्वछता नहीं रखेंगे तो हम बीमार हो सकते है जिसका नुक्सान केवल हम ही को होगा , ऐसे ही हमरी यह पृथ्वी है इसे भी साफ़ रखना , प्रदूषण रहित रखना आवश्यक है वर्ण इसके काफी बुरे प्रभाव हो सकते है जिससे केवल कुछ लोगो को ही नहीं अपितु पृथ्वी को तथा यहाँ रह लोगो को नुक्सान पोहोंच सकता है। यदि हम बात करे प्राकृतिक संसाधनों की तो वह प्रकृति की देंन है और सीमित भी है ,जिनके समाप्त होने से इस पृथ्वी के कुछ महत्वपूर्ण कार्य रुक सकते है। मनुष्य प्राकृतिक संसाधनों को समाप्त कर रहा है, जिससे हमे ही नुकसान पहुंचेगा। आप सभी के मन में यह प्रश्न ज़रूर होगा की इस दिन को मानाने का उद्देश्य क्या है ?
इस दिन को मानाने का उद्देश्य लोगो को पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। पृथ्वी एक ऐसा ग्रह है जहां मनुष्य, पशु , पक्षी , प्राकृतिक वनस्पति और पेड़ – पौधो का जीवन संभव है। पृथ्वी पर जीने के लिए वायु, पानी और भोजन की आवश्यकता होती है। पृथ्वी से हमे हवा, पानी , पेड़-पौधे, नदियां और अनेक प्रकार के खनिज संपदा जैसे: सोना, कोयला, हीरा, लोहा, एल्युमीनियम, स्टील, पेट्रोल, डीज़ल आदि सम्मिलित है यह हमे ज़मीन या समुद्र तल से ही मिलते है।
धरती पर बढ़ते प्रदूषण की वजह से ओजोन की परत को भी नुक्सान हो रहा है जो हम मनुष्यो के लिए खतरनाक है। धरती की रक्षा के लिए हमे नए-नए और ज़्यादा से ज़्यादा पेड़-पौधे उगने चाहिए , जितना हो सके उतनी स्वछता बनाये रखनी है, बिजली, पानी की बचत करनी चाहिए, जंगलो को काटने व जलाना नहीं चाहिए, जनसँख्या वृद्धि पर रोक लगानी चाहिए। ऐसा करने से वातावरण में ऑक्सीज़न की मात्रा बढ़ेगी और कार्बनडाईऑक्साइड की मात्रा कम होगी। पेड़ लगाकर अपने आस-पास वातावरण को स्वच्छ तथा सुन्दर बनाने के साथ पशु-पक्षी के आवास, पानी और भोजन भी प्रदान कर सकते है। हम सभी नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोंतों (Recycled Energy Resources) को अपनाना चाहिए। इस प्रकार पृथ्वी को संरक्षित किया जा सकता है। केवल इसी के महत्व को समझने के लिए हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। हम आशा करे हैं की आप सभी ने इस दिन के महत्व को समझा होगा और पृथ्वी को बचाने के लिए बताए गए सभी समाधानों पर कार्य करेंगे और अपनी इस सुन्दर पृथ्वी को बचाए रखेंगे।
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पृथ्वी दिवस पर निबंध 10 lines (Essay On Earth Day in Hindi) 100, 200, 300, 500, शब्दों में
Essay On Earth Day in Hind i – हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। इस दिन की स्थापना पर्यावरण सुरक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। पृथ्वी दिवस पहली बार 1970 में सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन द्वारा मनाया गया था। नेल्सन ने कई बड़े पैमाने पर आंदोलनों को जन्म दिया, विरोध किया और अमेरिकी जनता को पर्यावरण की देखभाल शुरू करने के लिए प्रेरित किया। यहां पृथ्वी दिवस पर कुछ नमूना निबंध दिए गए हैं।
बच्चों के लिए पृथ्वी दिवस पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines On Earth Day For Kids in Hindi)
- पृथ्वी ग्रह लाखों लोगों और असंख्य पौधों और जानवरों की प्रजातियों का घर है।
- पृथ्वी दिवस ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक संसाधनों की कमी जैसे मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करता है।
- विश्व पृथ्वी दिवस द्वारा मानव अस्तित्व के लिए पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला गया है।
- पृथ्वी पर महासागर और भूमि असंख्य जानवरों को घर प्रदान करते हैं। हमें इस ग्रह को बचाना होगा।
- विश्व पृथ्वी दिवस को पहली बार 1990 में अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिली।
- पहला पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया था।
- पृथ्वी दिवस मनाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- सबसे महत्वपूर्ण बात, चाहे आप पृथ्वी दिवस मनाने का निर्णय किसी भी प्रकार से लें, वह है हमारी दुनिया को बचाने के लिए कुछ करना। प्रत्येक छोटा सा अंश मायने रखता है!
- पृथ्वी 4.5 अरब वर्ष पुरानी मानी जाती है। पृथ्वी दिवस उत्सव मानवता के लिए अपने कार्यों की जाँच करने और आगे की क्षति को रोकने के लिए एक आदर्श अनुस्मारक है।
- 2022 में, हमने ‘हमारे ग्रह में निवेश करें’ थीम पर पृथ्वी दिवस मनाया।
पृथ्वी दिवस पर 100 शब्द निबंध (100 Words Essay On Earth Day in Hindi)
विश्व पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लगातार बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों पर ध्यान आकर्षित करना, इस बारे में खुली बहस करना कि यह हमारे दैनिक जीवन को कैसे प्रभावित करता है और आगे होने वाले नुकसान को रोकने के तरीकों पर ज्ञान फैलाना है। साथ ही जो पहले ही किया जा चुका है उसे पूर्ववत करना। इस दिन सार्वजनिक रूप से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाती है, जिनमें जलवायु परिवर्तन, समुद्र के बढ़ते स्तर, ओजोन परत का पतला होना और अंधाधुंध वनों की कटाई शामिल है। इस दिन को मनाने के लिए कई सम्मेलन, जागरूकता अभियान आदि आयोजित किए जाते हैं। कुछ स्वयंसेवक पड़ोसी संपत्ति पर पेड़ लगाना पसंद करते हैं, जबकि अन्य निकटवर्ती सड़कों या नदियों को साफ करना पसंद करते हैं।
पृथ्वी दिवस पर 200 शब्द निबंध (200 Words Essay On Earth Day in Hindi)
दुनिया भर के कई देश विश्व पृथ्वी दिवस मनाते हैं। यह जागरूकता फैलाने और हमारे गृह ग्रह पृथ्वी के प्रति सराहना दिखाने का दिन है।
पहला पृथ्वी दिवस समारोह | पृथ्वी दिवस सबसे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया गया और अंततः यह दुनिया भर में मनाया जाने लगा। यह आबादी को शिक्षित करने की मजबूत प्रतिबद्धता के साथ 193 से अधिक देशों द्वारा मनाया जाता है। पहला पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल, 1970 को मनाया गया था। अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने 1990 में इस दिन की आवश्यकता को पहचाना, पहले विश्व पृथ्वी दिवस को आधिकारिक तौर पर वैश्विक स्तर पर मान्यता दी गई थी।
मतलब | किंवदंती है कि 1969 में सेंट बारबरा तेल रिसाव से वनस्पतियों सहित अरबों जलीय प्रजातियां नष्ट हो गईं और परिणामस्वरूप, पृथ्वी दिवस की शुरुआत की गई। पृथ्वी दिवस का उद्देश्य लोगों को ग्रह के संसाधनों के प्रति अधिक जागरूक और सराहना करने की आवश्यकता की याद दिलाना है।
की गई गतिविधियाँ | सभी से आग्रह है कि सभी अनावश्यक लाइटें बंद कर दें। कुछ स्वयंसेवक इस दिन पेड़ लगाने के लिए पड़ोसी संपत्तियों में जाते हैं, जबकि अन्य पास के जलमार्गों या सड़कों की सफाई करते हैं। खुली मानसिकता को बढ़ावा देने के लिए, कई विशेषज्ञ बैनर, ओरिगेमी रचनाएँ, या कलात्मक टुकड़े बनाने के लिए टीम बनाते हैं। हमने जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है, उसकी भरपाई करना हमारी जिम्मेदारी है।
पृथ्वी दिवस पर 300 शब्द निबंध (300 Words Essay On Earth Day in Hindi)
पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण के प्रति जागरूकता और प्रशंसा को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। यह इस बात पर विचार करने का दिन है कि हमने ग्रह के लिए क्या किया है और इसे बेहतर बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं। इस दिन लोगों को पेड़ लगाने, कूड़ा-कचरा साफ करने और रीसाइक्लिंग के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। हम सभी ग्रह की देखभाल में अपना योगदान देकर बदलाव ला सकते हैं। आज पृथ्वी दिवस है और यह विचार करने का समय है कि हम अपने ग्रह की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं। हम जीवाश्म ईंधन पर अपनी निर्भरता कम करके और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर स्विच करके शुरुआत कर सकते हैं। हम पुनर्चक्रण और खाद बनाकर भी अपने कचरे को कम कर सकते हैं। और हम वन्यजीवों और उनके आवासों की सुरक्षा के लिए कदम उठा सकते हैं। एक साथ काम करके, हम ग्रह के लिए बदलाव ला सकते हैं। गेलॉर्ड नेल्सन ने पहली बार 1970 में पृथ्वी दिवस का विचार पेश किया था। उन्होंने यह दिन तब चुना जब एक तेल विस्फोट के कारण सांता बारबरा की पारिस्थितिकी बुरी तरह प्रभावित हुई। पर्यावरण का सम्मान करने वाले एक दिन का विचार जल्द ही 193 से अधिक देशों में फैल गया, जिसमें सरकारों और स्कूलों ने भाग लिया। इस दिन आमतौर पर पर्यावरण संरक्षण को समर्पित नाटक प्रस्तुत किये जाते हैं।
पृथ्वी दिवस पर पास की भूमि पर जाकर पेड़ लगाने, या जलमार्गों या सड़कों को साफ करने में स्वयंसेवा करें। विशेषज्ञ एक साथ आएंगे और बैनर और ओरिगेमी परियोजनाओं के माध्यम से खुली मानसिकता पैदा करेंगे। आपको पर्यावरण का ध्यान रखना होगा क्योंकि इस बारे में हमसे संपर्क करने वाला कोई नहीं बचा है, लेकिन हर किसी को पृथ्वी दिवस पर स्वयंसेवा जैसे अतिरिक्त प्रयास करने होंगे।
अंत में, पृथ्वी दिवस हमारे ग्रह और उसमें मौजूद सभी चीज़ों का जश्न मनाने का दिन है। यह हमारे ग्रह की देखभाल के महत्व को याद दिलाने का भी दिन है। हम जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम करके, अधिक पुनर्चक्रण करके और पेड़ लगाकर ऐसा कर सकते हैं। अपने ग्रह की देखभाल करना न केवल पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य और आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।
पृथ्वी दिवस पर 500 शब्द निबंध (500 Words Essay On Earth Day in Hindi)
ग्रह के स्वास्थ्य के लिए समर्थन दिखाने और समस्या के बारे में सार्वजनिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस के रूप में मान्यता दी गई है। 1970 से अब तक 190 से अधिक देश इसे मनाते आ रहे हैं। इस वर्ष पेरिस समझौते पर हस्ताक्षर होने से विश्व पृथ्वी दिवस का महत्व बढ़ गया है। इस समझौते पर अमेरिका और चीन सहित लगभग 120 देशों ने हस्ताक्षर किए हैं, जो ऐसे नियम बनाने का वादा करते हैं जो वायुमंडल में ओजोन-क्षयकारी यौगिकों की रिहाई को कम करेंगे।
चिंता के मुद्दों
विश्व पृथ्वी दिवस हर साल लगातार बढ़ते वैश्विक खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाने, हमारे दैनिक जीवन पर पड़ने वाले विनाशकारी प्रभावों पर खुलकर चर्चा करने और सभी को आगे की क्षति को रोकने और पहले ही हो चुकी मरम्मत के बारे में निर्देश देने के लिए मनाया जाता है। पर्यावरण परिवर्तन, लगातार बढ़ता समुद्र स्तर, ओजोन परत का ह्रास और निर्मम वनों की कटाई चर्चा के कुछ प्रमुख मुद्दे हैं।
पृथ्वी दिवस की स्थापना
पृथ्वी दिवस की आवश्यकता 1970 के दशक में देखी जाने लगी। यह तब था जब लोग ग्रह के प्रति संवेदनशील होने लगे और इसकी रक्षा के लिए कुछ प्रयास करने लगे। पृथ्वी दिवस का उद्घाटन समारोह 1970 में हुआ था। इसमें लाखों लोग शामिल थे। लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर सरकार से पर्यावरण की सुरक्षा की गुहार लगाई.
गेलॉर्ड नेल्सन का योगदान
पृथ्वी दिवस समारोह की मुख्य प्रेरक शक्ति अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं, छात्रों, पर्यावरणविदों और आम जनता के साथ पर्यावरण के समर्थन में कार्रवाई की मांग की। साथ ही उन्होंने इस मुद्दे को राजनीतिक स्तर पर लाने के लिए भी काफी प्रयास किये.
सीनेटर नेल्सन अपने उद्देश्य में सफल रहे और सरकार और आम जनता दोनों ने पहले पृथ्वी दिवस का उत्साहपूर्वक समर्थन किया। इस आयोजन में भाग लेने वाले सभी लोगों – अमीर, गरीब, एथलीट, किसान, व्यवसायी और अन्य – ने पृथ्वी ग्रह को संरक्षित करने की प्रतिबद्धता जताई।
पृथ्वी दिवस का महत्व
एकमात्र ग्रह जहां जीवन मौजूद है वह पृथ्वी है। यह विशेष है और हमारे पास एकमात्र स्थान है। यदि हम इसे सुरक्षित नहीं रख सके तो यह हमारे अस्तित्व को ही खतरे में डाल देगा।
- पृथ्वी पर जीवन के लिए अनेक कारक आवश्यक हैं। पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए भूमि, जल, मिट्टी, जंगल और हवा का होना आवश्यक है। लेकिन अनियमित संसाधन खपत, वनों की कटाई, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और अन्य कारकों ने पृथ्वी के पर्यावरण को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है।
- पृथ्वी दिवस एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है कि पारिस्थितिक संतुलन के लिए टिकाऊ जीवन अब पहले से कहीं अधिक आवश्यक है। यह एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है कि पारिस्थितिक तंत्र, प्रकृति और जीवन के अन्य रूपों को संरक्षित करना कितना महत्वपूर्ण है।
- पृथ्वी दिवस पर, हमें जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभावों को रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करने की याद दिलाई जाती है।
हमने स्कूल में पृथ्वी दिवस कैसे मनाया
पिछले वर्ष, मेरे विद्यालय ने उत्साहपूर्वक पृथ्वी दिवस मनाया। एक विशेष सभा आयोजित की गई जिसमें छात्रों ने इस बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए कि पृथ्वी की रक्षा कैसे की जा सकती है और सतत विकास को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है। प्रत्येक कक्षा ने एक पौधा लगाया और उसकी देखभाल करने का वादा किया। बच्चों ने “पृथ्वी दिवस” विषय पर पोस्टर भी बनाए जिन्हें पूरे स्कूल में कई डिस्प्ले बोर्ड पर लगाया गया। गतिविधियों से छात्रों को ग्रह के संरक्षण के महत्व और ऐसा करने के तरीकों को समझने में मदद मिली।
पृथ्वी दिवस पैराग्राफ पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
विश्व पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है.
विश्व पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत अमेरिका से हुई और बाद में इसे पूरी दुनिया में लगभग 193 देशों में मनाया जाने लगा।
पृथ्वी दिवस क्यों मनाया जाता है?
पर्यावरण को बचाने और पृथ्वी को विभिन्न प्रकार के प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, अतिदोहन आदि से बचाने के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।
पृथ्वी दिवस पर भाषण | निबंध – Earth Day Speech – Essay Hindi
विश्व पृथ्वी दिवस ( World Earth Day ) प्रतिवर्ष 22 April को आयोजित किया जाता है. पृथ्वी गृह सिर्फ हमारा निवासस्थान ही नहीं भारतीय संस्कृति में इसे माँ का दराज्जा दिया गया है. अमानवीय कृत्यों की वजह से हमारी पृथ्वी को बचाना जरुरी हो जाता है. आज हम आपको इस लेख में पृथ्वी दिवस पर भाषण के लिए एक script hindi में दे रहे है. किसी कार्यक्रम में आप इसका इस्तेमाल कर सकते है. Earth Day Speech in hindi के साथ साथ आपको पृथ्वी दिवस पर निबंध भी यहाँ से मिल जायेगा. इस Essay को आप किसी प्रतियोगिता एवं भाषण के रूप में प्रस्तुत कर पाएंगे.
पृथ्वी दिवस का इतिहास
भारत में पृथ्वी दिवस कब क्यों मनाया जाता है?
आज पृथ्वी दिवस है, हमारे ग्रह का एक अविश्वसनीय उत्सव है. दिन भविष्य की पीढ़ियों के लिए इसे बचाने में मदद करने के लिए कार्रवाई का आह्वान करने का दिन है। Wisconsin के Senator Gaylord Nelson ने 1970 में पृथ्वी दिवस की शुरुआत की थी। पृथ्वी दिवस की शुरुआत का श्रेय अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन को जाता है। अमेरिका में 1970 के दशक में जहां एक तरफ वियतनाम युद्ध को लेकर विद्यार्थियों का आंदोलन जोर पकड़ रहा था। वहीं दूसरी ओर एक तबके में पर्यावरण संरक्षण को लेकर चेतना जाग रही थी। 21 मार्च, 1971 को संयुक्त राष्ट्र महासचिव यू थैंट ने पृथ्वी दिवस को अंतरराष्ट्रीय समारोह घोषित कर दिया। वर्ष 1990 में पहली बार आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस मनाया गया। विश्व पृथ्वी दिवस यानि अस्तित्व की रक्षा और उसके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने और उसे मनाने का महापर्व है। हमें समझना होगा कि जो कुछ भी हमें जन्म से प्रकृति प्रदत्त निशुल्क मिला है वह बहुत अनमोल है और जिसका ऋण उतारें बिना जीवन की आशा करना बेमानी होगा।
क्या आपको पता है इस पृ थ्वी दिवस को मनाने का तात्पर्य क्या है ? महत्व क्या है ? वैसे आजकल हर दिन का फैशन है, पर पृथ्वी दिवस की महत्ता इसलिए बढ़ जाती है कि यह पृथ्वी और पर्यावरण के बारे में लोगों को जागरूक करता है. यदि पृथ्वी ही नहीं रहेगी तो फिर जीवन का अस्तित्व ही नहीं रहेगा. हम कितना भी विकास कर लें, पर पर्यावरण की सुरक्षा को ललकार किया गया कोई भी कार्य समूची मानवता को खतरे में डाल सकता है.
हमने जबसे याद सम्भालीं है तब से यही सुनते चले आ रहे हैं कि पृथ्वी हमारी माता है और सुबह जागते ही पृथ्वी पर पांव रखने से पहले पृथ्वी माता के पांव छूओ। यह हैं हमारे भारतीय संस्कृति और संस्कार पर कहते हैं न पूर्वजों की कहीं बातें सिर्फ हमने सुनी और लिखीं पर अफसोस! अमल में न ला सके। आज हमारी महत्वाकांक्षायें अंतरिक्ष के साथ-साथ पृथ्वी माँ का भी कलेजा चीरती हुई दिखाई पड़ती है कि आज जंगल न के बराबर बचे हैं।
एक समय था हर भारतीय चंदन लगाता था पर आज चंदन की लकड़ी के दर्शन दुर्लभ हैं। जरा सोचो! कि जब वन नही रहे तो शुद्ध वायु नही रही और भूक्षरण बढ़ा, वर्षा की अनियमितता दिखी और रही बची कसर हमारे लालच के परिणामस्वरूप इन प्रदूषणों ने पूरी कर दी।
सबसे बड़ी बीमारी की वजह जल प्रदूषण है जो हमारे तन मन को मौत के मुंह में हर पल खीचें जा रहा है। आज भी भारत के कुछ गांव जहाँ पानी में फ्लोराइड व आर्सेनिक की अधिकता के कारण वहां के 70%बच्चे विकलांग पैदा होते हैं। एक अध्ययनानुसार जल प्रदूषण व जल की कमी को पांच वर्ष तक की उम्र के बच्चों के लिए ’नंबर वन किलर’ करार दिया है। आंकड़े बताते हैं कि पांच वर्ष से कम उम्र तक के बच्चों की 3.1 प्रतिशत मौत और 3.7 प्रतिशत विकलांगता का कारण प्रदूषित पानी ही है।
किंतु इसका उपाय, आरओ, फिल्टर या बोतलबंद पानी या बाजार नहीं हो सकता। हमें पेड़ लगाने होगें। पर्यावरण – प्रकृति की रक्षा करनी होगी. प्रदुषण पर नियंत्रण करना होगा. हमारे कुदरती संशाधनो का मर्यादित और विवेकपूर्ण इस्तेमाल करना होगा. जनसँख्या नियंत्रण के कदम भी उठाने पड़ेंगे. ग्लोबल वोर्मींग के साथ साथ मिलकर लड़ाई लड़नी होगी. आज देखने में आता है कि हम स्वार्थी इंसानों द्वारा फेंकी गयी पॉलीथिन जिन्हें आवारा जानवर और गायें खा लेती है वह भी दस – दस किलो के एवज में और बेमौत मारीं जातीं हैं। आज दिल्ली जैसे बड़े शहरों में हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि कारण वहां बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल जाना पड़ता है।और हालत यह है कि हर दूसरे व्यक्ति को श्वांस की घातक बीमारियों ने घेरा हुआ है।
हम कहां जा रहे हैं क्या यही है आधुनीकरण? और फिर जब प्रदूषण बढ़े तो गम्भीर और लाइलाज महाभयंकर बीमारियों ने हम इंसानों सहित पूरे जीव और पादप जगत को अपनी कभी न बुझने वाले प्यासे खूनी पंजों में जकड़ लिया जिसका परिणाम यह हुआ कि तनाव बढ़ा, उम्र कम हुई और मृत्युदर बढ़ गयी। और इसीलिए हम अवसरवादी इंसानों ने पृथ्वी माता को दिये अनेकों घाव और आघातों की माफी मांगने और इन्हीं गल्तियों को सुधारनेे हेतु पृथ्वी दिवस जैसे दिनों को सामूहिक व सार्वजनिक रूप से विश्व स्तर पर मनाये जाने की घोषणाएं की।
पृथ्वी दिवस चिंतन-मनन का दिन
विश्व पृथ्वी दिवस महज़ एक मनाने का दिन नहीं है। इस बात के चिंतन-मनन का दिन है कि हम कैसे अपनी वसुंधरा को बचा सकते हैं। धरती को बचाने में ऐसे कई तरीक़े हैं जिसे हम अकेले और सामूहिक रूप से अपनाकर योगदान दे सकते हैं। हर दिन को पृथ्वी दिवस मानकर उसके संरक्षण के लिए कुछ न कुछ करते रहना चाहिए, लेकिन अपनी व्यस्तता में व्यस्त इंसान यदि विश्व पृथ्वी दिवस के दिन ही थो़ड़ा बहुत योगदान दे तो धरती के ऋण को उतारा जा सकता है। हम सभी जो कि इस स्वच्छ श्यामला धरा के रहवासी हैं उनका यह दायित्व है कि दुनिया में क़दम रखने से लेकर आखिरी साँस तक हम पर प्यार लुटाने वाली इस धरा को बचाए रखने के लिए जो भी कर सकें करें, क्योंकि यह वही धरती है जो हमारे बाद भी हमारी निशानियों को अपने सीने से लगाकर रखेगी। लेकिन यह तभी संभव होगा जब वह हरी-भरी तथा प्रदूषण से मुक्त रहे और उसे यह उपहार आप ही दे सकते हैं।
आओ आज के दिन संकल्प और प्रतिज्ञा करे की पृथ्वी को बचाने के लिए मैं अपना यथासंभव योगदान करूँगा. प्रतिवर्ष एक नया पेड़ लगाऊंगा और इसकी रक्षा करूँगा. कुदरती संसाधनों का लघुत्तम इस्तेमाल करूँगा. प्रदुषण को रोकने में हर कदम आगे रहूँगा.
पृथ्वी दिवस पर कविता
पृथ्वी दिवस जमकर मनाइए, क्रान्ति का बिगुल फिर बजाइये साहित्यकारों सुलेखानी चलाइये, पर्यावरण -बचाइये | चाहत की जिन्दगी संवारिये, औ औरत क इज्जत बचाइये बच्ची – बेटी क सम्मान बढायें, भारतीय मर्यादाए बचायें | शिक्षा में कमी को हटाइए, बच्चे मुजरिम न हों जाए समझाएं टूटता परिवार हो बचाएं ,सभ्यता – सिस्टाचार निभायें | पृथ्वी दिवस जमकर मनाइए, क्रान्ति का बिगुल फिर बजाइये नारी -इज्जत है धर्म बतायें,सम्हलो सबको समझाओ ||
विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध – बच्चो के लिए – Short Essay in World Earth Day
‘विश्व पृथ्वी दिवस’ प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को सम्पूर्ण विश्व में मनाया जाता है। यह एक वार्षिक आयोजन है, जिसे विश्व भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्थन प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया जाताा है। विश्व पृथ्वी दिवस की स्थापना अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन के द्वारा 1970 में एक पर्यावरण शिक्षा के रूप में की गयी और अब इसे 192 से अधिक देशों में प्रति वर्ष मनाया जाता है।
पृथ्वी हमारी धरोहर है, इसकी रक्षा करना हमारा कर्त्तव्य है। प्रकृति द्वारा कुछ चीजें उपहार के रूप में मिली हैं। प्रकृति ने हमें सूर्य, चाँद, हवा, जल, धरती, नदियां, पहाड़, हरे-भरे वन और धरती के नीचे छिपी हुई खनिज सम्पदा धरोहर के रूप में हमारी सहायता के लिए प्रदान किये हैं। मनुष्य अपनी मेहनत से धन कमा सकता है लेकिन प्रकृति की धरोहर को अथक प्रयास करने के पश्चात भी बढ़ा नहीं सकता। प्रकृति द्वारा दी गई ये सभी वस्तुएं सीमित हैं।
विश्व पृथ्वी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण सुरक्षा के बारे में लोगों के बीच जागरुकता बढ़ाना है। यह दिन इस बात के चिंतन-मनन का दिन है कि हम कैसे अपनी वसुंधरा को बचा सकते हैं। इस दिन लोग धरती की सुरक्षा से संबंधित अनेक बाहरी गतिविधियों में शामिल होते हैं जैसे नये पेड़-पौधों को लगाना, पौधा रोपण, सड़क के किनारे का कचरा उठाना, गंदगियों का पुर्नचक्रण करना, ऊर्जा संरक्षण आदि। विभिन्न समाज सेवी संगठनों द्वारा इस दिन अनेक जन जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
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क्या आपने कभी सोचा है की पृथ्वी को क्या हुआ है और इसे बचाने की बाते क्यों हो रही है. हम जिस जमीं पर रहते है ये कुदरत का अभिन्न हिस्सा पृथ्वी ग्रह है. अमानवीय प्रवृत्ति और औधोगिकीकरण के चलते बीते कई वर्षो में वातावरण में बदलाव आया है. और ये बदलाव फायदेमंद नहीं बल्कि मानवजात के लिए नुकसान करता है. वैज्ञानिको ने पुष्टि की है की अगर ऐसे ही बढ़ता रहेगा पृथ्वी का प्रदुषण और तापमान तो आने वाली पीढ़ियों के लिए हम खुद खतरा मोड़ रहे है. पृथ्वी पर रहना मानवजात के लिए पडकार रूप होगा.
ग्लोबल वार्मिंग आज पूरी दुनिया के लिए एक भयावह चुनौती बन गई है। ग्लोबल वार्मिंग एवं इससे संबंधित विभिन्न समस्याओं जैसे प्रदूषित होता पर्यावरण, जीवों व वनस्पतियों की प्रजातियों का विलुप्त होना, उपजाऊ भूमि में होती कमी, खाद्यान्न संकट, तटवर्ती क्षेत्रों का क्षरण, ऊर्जा के स्रोतों का कम होना और नयी-नयी बीमारियों का फैलना आदि संकटों से पृथ्वी ग्रह पर विनाष के बादल मंडरा रहे हैं।
आज मानव अधिकाधिक भौतिक सुविधाएं जुटाकर आरामदायक और वैभवशाली जिन्दगी बिताने की इच्छा रखता है। और इस राह में चलते हुए विकास और प्रगति की दौड़ में हर कोई आगे निकलना चाहता है जिससे प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन करना आम बात हो गई है। आज शुद्ध जल, शुद्ध मिट्टी और शुद्ध वायु हमारे लिए अपरिचित हो गए हैं। आज विकास की राह सिर्फ इंसान के लिए राह बनाई जा रही है, इसमें प्रकृति कहीं नहीं है।
आज पृथ्वी के जीवनदायी स्वरूप को बनाए रखने की सर्वाधिक जिम्मेदारी मानव के कंधों पर ही है। ऐसे में मानव को ऐसे व्यक्ति या उसके विचारों का अनुसरण करने की आवश्यकता है, जिसनें प्रकृति को करीब से जाना-समझा हो और सदैव प्रकृति का सम्मान किया हो। दुनिया में प्रकृति के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने वाले लोगों में कुछ भारतीय नाम जैसे महात्मा गांधी, सुंदरलाल बहुगुणा, बाबा आम्टे, का नाम भी शामिल है।
आज सभी को मानवीय मूल्यों और पर्यावरण में होते ह्रास के कारण पृथ्वी और यहां उपस्थित जीवन के खुशहाल भविष्य को लेकर चिंता होने लगी है। ऐसे समय में महात्मा गांधी के विचार हमारा विश्वास कायम रख सकते हैं। इस समय गांधीजी के “सादा जीवन उच्च विचार” वाली विचारधारा को अपनाने की आवश्यकता है। गांधीजी के विचारों का अनुकरण करने पर मानव प्रकृति के साथ प्रेममयी संबंध स्थापित करते हुए इस पृथ्वी ग्रह की सुंदरता को बरकरार रख सकता है।
10 lines on earth day in Hindi
World Earth Day – विश्व पृथ्वी दिवस को सबसे पहले 22 अप्रैल 1970 को पूरे अमेरिका में मनाया गया था। फिर तो स्वच्छ पर्यावरण के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए पूरे विष्व में प्रतिवर्ष पृथ्वी दिवस मनाया जाने लगा। अपनी मातृ स्वरूप पृथ्वी को जल परिवर्तन और प्रदुषण के खतरों से बचाने की जागरूकता के लिए विश्व में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है. ये पृथ्वी दिवस सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने को प्रेरित कर रहा है। पृथ्वी दिवस के अवसर पर प्रत्येक व्यक्ति को प्राकृतिक संसाधनों का किफायत से उपयोग करना सीखना होगा तभी यह धरती हमारी आवश्यकताओं को पूरा करती हुई जीवन के विविध रूपों के साथ खिलखिलाती रहेगी। हम भी अपना छोटा योगदान दे है प्रति वर्ष एक नया पेड़ लगाने का संकल्प करे.
हमें पृथ्वी पर रह रहे है तो हर हाल में पृथ्वी की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी – कर्त्तव्य है. आओ हम सब साथ मिलकर पृथ्वी की रक्षा के लिए यथा शक्ति योगदान प्रदान करे.
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पृथ्वी दिवस: आओ संवारे अपनी पृथ्वी.
पृथ्वी दिवस (Earth Day) इतिहास और उसका महत्व
पृथ्वी दिवस सबसे पहले 1970 को पूरे अमेरिका में मनाया गया। फिर तो स्वच्छ पर्यावरण के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए पूरे विश्व में प्रतिवर्ष पृथ्वी दिवस मनाया जाने लगा। इस साल पृथ्वी दिवस की 45वीं वर्षगांठ की वैश्विक थीम ‘नेतृत्व करने की अब हमारी बारी’ सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने को प्रेरित कर रही है।
-नवनीत कुमार गुप्ता
लेख अच्छा है‚ बधाई
बहुत अच्छा लिखा आपने.... (h)
Nice and helpfull
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Earth Day Essay in Hindi : स्कूल में ऐसे लिखें विश्व पृथ्वी दिवस पर 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध
- Updated on
- अप्रैल 22, 2024
पृथ्वी दिवस पहली बार 22 अप्रैल 1970 को पर्यावरण कार्यकर्ताओं के एक समूह द्वारा मनाया गया था। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण को लेकर जागरूक करना है। यह दिवस World earth day 2024 पहली बार शांति कार्यकर्ता जॉन मैककोनेल द्वारा प्रस्तावित किया गया था और संयुक्त राज्य अमेरिका के सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन द्वारा इसे और लोकप्रिय बनाया गया था जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। इस ब्लॉग में आपको 100, 200 और 500 शब्दों में विश्व पृथ्वी दिवस (Earth Day Essay in Hindi) पर निबंध पढ़ने को मिलेंगे।
This Blog Includes:
विश्व पृथ्वी दिवस क्या है, विश्व पृथ्वी दिवस पर 100 शब्दों में निबंध, विश्व पृथ्वी दिवस पर 200 शब्दों में निबंध, विश्व पृथ्वी दिवस, विश्व पृथ्वी दिवस मनाने की शुरुआत कब से हुई, विश्व पृथ्वी दिवस का महत्व, हमारे सामने आने वाली चुनौतियाँ, विश्व पृथ्वी दिवस से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें, हम क्या कर सकते हैं, विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध कैसे तैयार करें , विश्व पृथ्वी दिवस पर 10 लाइन्स.
इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारी पृथ्वी कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रही है। जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, वनों की कटाई और जैव विविधता की हानि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनका हमें समाधान करने की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन शायद हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। बढ़ते वैश्विक तापमान के कारण हीटवेव, सूखा और बाढ़ जैसी मौसम की घटनाएं अधिक बार और गंभीर हो रही हैं। इन घटनाओं का इकोसिस्टम और उन पर निर्भर समुदायों पर गलत प्रभाव पड़ता है।
प्रदूषण भी एक बड़ी चिंता का विषय है। हमारे महासागर, वायु और मिट्टी सभी प्रदूषण से प्रभावित हैं, जो वन्यजीवन और मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। एकल-उपयोग प्लास्टिक और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों का उपयोग प्रदूषण में एक प्रमुख योगदानकर्ता है। इन्ही सभी चीजों के कारण विश्वभर में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।
यह भी पढ़ें – April Important Days in Hindi : यहाँ देखिए अप्रैल 2024 के महत्वपूर्ण दिनों की पूरी लिस्ट
Earth Day Essay in Hindi 100 शब्दों में कुछ इस प्रकार है :
हमारी पृथ्वी को प्रदूषण और वनों की कटाई जैसी चीज़ों से बचाने के लिए हर साल 22 अप्रैल को एक अरब से अधिक लोग पृथ्वी दिवस (World earth day 2024) मनाते हैं। कूड़े को उठाने और पेड़ लगाने जैसी गतिविधियों में भाग लेकर, हम अपनी पृथ्वी को रहने के लिए एक खुशहाल, स्वस्थ जगह बना सकते हैं और इस दिन को मनाने की शुरुआत 1970 में हुई थी जब विस्कॉन्सिन के एक संयुक्त राज्य सीनेटर ने पर्यावरण संबंधी मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय प्रदर्शन का आयोजन किया था। पूरे देश में रैलियाँ हुईं और साल के अंत तक अमेरिकी सरकार ने पर्यावरण संरक्षण एजेंसी बनाई थी। 1990 तक, पृथ्वी दिवस दुनिया भर के 140 से अधिक देशों द्वारा मनाया जाने वाला एक कार्यक्रम बन चुका था।
यह भी पढ़ें : Facts About Earth in Hindi : जानिए पृथ्वी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
Earth Day Essay in Hindi 200 शब्दों में कुछ इस प्रकार है :
पृथ्वी दिवस (World earth day 2024) हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन 1970 में शुरू हुए आधुनिक पर्यावरण आंदोलन की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस की स्थापना प्रदूषण, वनों की कटाई और जैव विविधता के नुकसान जैसे कुछ पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी। तब से हर साल विश्व स्तर पर पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। यह दिन लोगों को पर्यावरण की देखभाल करने के लिए प्रेरित करता है।
इस दिन माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों को प्रकृति के महत्व के बारे में पढ़ाना शुरू करना चाहिए और यह भी बताना चाहिए कि उनके कार्य पर्यावरण को कैसे मदद या नुकसान पहुंचा सकते हैं। भावी पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए छोटे बच्चों को पेड़ लगाने और उन्हें प्रकृति से जुड़ाव महसूस करने के लिए प्रेरित करने जैसी गतिविधियों में शामिल करना महत्वपूर्ण है।
पृथ्वी दिवस बच्चों को पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण खतरों के बारे में सिखाता है, जैसे पर्यावरण में बदलाव, प्राकृतिक संसाधनों का प्रत्यक्ष दोहन, भूजल दोहन (Direct Exploitation, Groundwater Exploitation ) और अत्यधिक मछली पकड़ना। इसके अलावा पृथ्वी दिवस बच्चों को दैनिक कार्यों की जिम्मेदारी लेना भी सिखाता है जो पर्यावरण की बेहतरी के लिए बदलाव लाने में मदद करते हैं। लाइट बंद करना, रीसाइकलिंग, री यूज, खाद बनाना और पौधे लगाने में उनकी मदद करना जैसे सरल कार्य बच्चों को बदलाव लाने का मौका देते हैं।
इस प्रकार, पृथ्वी दिवस (World earth day 2024 ) बुजुर्गों के बीच पर्यावरण जागरूकता को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ बच्चों को पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं के बारे में सिखाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है। यह भविष्य के लिए पर्यावरण की सक्रिय भागीदारी, सुरक्षा और संरक्षण के लिए दोनों पीढ़ियों में जिम्मेदारी और प्रेरणा की भावना पैदा करता है।
यह भी पढ़ें : पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है? जानिए क्या हैं पृथ्वी दिवस मनाए जाने के कारण और इसका महत्व और इतिहास
विश्व पृथ्वी दिवस पर 500 शब्दों में निबंध
Earth Day Essay in Hindi 500 शब्दों में कुछ इस प्रकार है :
हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोग पृथ्वी दिवस मनाते हैं। हम सभी पृथ्वी को एक बेहतर जगह बनाने के लिए कचरा उठाना और पेड़ लगाना जैसे काम करते हैं। पृथ्वी दिवस एक विशेष दिन है जब हम याद करते हैं कि हमारे ग्रह की देखभाल करना कितना महत्वपूर्ण है। यह दिवस हमारी पृथ्वी को प्रदूषण और वनों की कटाई जैसी चीजों से बचाने के लिए लोगों को जागरूक करता है।
विश्व पृथ्वी दिवस एक ऐसा दिन है जब दुनिया भर के लोग ग्रह का जश्न मनाने और हमारे सामने आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक साथ आते हैं। यह ग्रह पर हमारे प्रभाव को प्रतिबिंबित करने और कार्बन को कम करने के लिए कार्रवाई करने का एक अवसर है।
विश्व पृथ्वी दिवस पहली बार 22 अप्रैल 1970 में मनाया गया था। इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 1970 से हुई जिसका उद्देश्य हमारे ग्रह की रक्षा करने और इसे सभी लोगों और जानवरों के रहने के लिए एक अच्छी जगह बनाने में मदद करना है।
Earth Day Essay in Hindi का महत्व कुछ इस प्रकार है :
- विश्व पृथ्वी दिवस पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देता है।
- यह दिवस व्यक्तियों, संगठनों और सरकारों को हमारे ग्रह की रक्षा के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- पृथ्वी दिवस लोगों को हमारे ग्रह की देखभाल के बारे में सीखने में मदद करता है।
- यह हमें हवा को गंदा न करने और पेड़-पौधों की रक्षा करना सिखाता है।
- इस दिन स्कूलों में छात्रों को यह सिखाने के लिए विशेष गतिविधियाँ होती हैं कि बड़े होकर पृथ्वी की रक्षा कैसे करें और अच्छे नागरिक कैसे बनें।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारा ग्रह कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रहा है। जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, वनों की कटाई और जैव विविधता की हानि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनका हमें समाधान करने की आवश्यकता है।
जलवायु परिवर्तन शायद हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। बढ़ते वैश्विक तापमान के कारण हीटवेव, सूखा और बाढ़ जैसी मौसम की घटनाएं अधिक बार और गंभीर हो रही हैं। इन घटनाओं का पारिस्थितिक तंत्र और उन पर निर्भर समुदायों पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है।
प्रदूषण भी एक बड़ी चिंता का विषय है। हमारे महासागर, वायु और मिट्टी सभी प्रदूषण से प्रभावित हैं, जो वन्यजीवन और मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। एकल-उपयोग प्लास्टिक और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों का उपयोग प्रदूषण में एक प्रमुख योगदानकर्ता है।
- विश्व पृथ्वी दिवस हर वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है।
- वर्ष 1960 को पहली बार विश्व पृथ्वी दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया था।
- इस दिन को मनाने की शुरुआत वर्ष 1970 में अमेरिका में की गई थी।
- पृथ्वी दिवस को मनाने के पीछे का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण आदि के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
22 अप्रैल को ही क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस
1960 के दशक में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ रही थी। इसको लेकर यूनिब्वर्सिटीज़ में स्टूडेंट्स आंदोलन भी कर रहे थे। वे प्रदूषण और प्रकृति संरक्षण की बात कह रहे थे। इसी बात को देखते हुए 22 अप्रैल 1970 को 20 मिलियन से अधिक लोगों ने 150 देशों में प्रथम पृथ्वी दिवस मनाया
पृथ्वी के सामने आने वाली चुनौतियाँ के लिए हम नीचें दी गई चीजें करके अपनी पृथ्वी को बचा सकते हैं :
- यह स्पष्ट है कि हमें इन चुनौतियों से निपटने के लिए कार्रवाई करने की आवश्यकता है और बदलाव लाने के लिए हम कई चीजें कर सकते हैं। हम सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करके ड्राइविंग के बजाय साइकिल चलाकर या पैदल चलकर और अपने घरों में ऊर्जा-कुशल उपकरणों (Energy-Efficient Appliances) का उपयोग करके ऐसा कर सकते हैं।
- प्लास्टिक के हमारे उपयोग को कम करना एक और महत्वपूर्ण कदम है।
- हम इकोसिस्टम और वाइल्डलाइफ की रक्षा के लिए काम करने वाले संगठनों का समर्थन करके संरक्षण प्रयासों का भी समर्थन कर सकते हैं।
- हम पेड़ लगा सकते हैं और सफाई प्रयासों में भी भाग ले सकते हैं।
विश्व पृथ्वी दिवस एक महत्वपूर्ण दिन है जो हमें हमारे ग्रह के महत्व और इसकी रक्षा के लिए कार्रवाई करने की आवश्यकता की याद दिलाता है। हम कई चुनौतियों का सामना करते हैं, लेकिन बदलाव लाने के लिए हम कई चीजें कर सकते हैं। आइए यह सुनिश्चित करने के लिए आज और हर दिन कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हों कि हम भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ ग्रह छोड़ें।
यह भी पढ़ें : Amazing Facts in Hindi About Nature : जानिए प्रकृति से जुड़े अद्भुत तथ्य
Earth Day Essay in Hindi (विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध) कैसे लिखें के बारे में नीचे बताया गया है :
- निबंध लिखते समय आपकी भाषा एकदम सरल होनी चाहिए।
- निबंध के शीर्षक को आकर्षक बनाए।
- निबंध में प्रस्तावना और निष्कर्ष को जोड़ने का खास ध्यान रखें।
- अपने निबंध में विषय विस्तार को जोड़े।
- शब्द चिन्ह का विशेषकर ध्यान रखें।
- किसी भी तरह की जानकारी देने से पहले उसपर अच्छे से रिसर्च जरूर करें।
- अलग-अलग पैराग्राफ को एक दूसरे से जोड़े।
- निबंध की शुरुआत और अंत में स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ पंक्तियाँ भी जोड़ सकते है।
यह भी पढ़ें : Nature Quotes In Hindi: नेचर कोट्स इंसान को प्रकृति से जोड़ेंगी
Earth Day Essay in Hindi से जुड़ी 10 लाइन्स यहाँ दी गई हैं :
- पृथ्वी ग्रह लाखों लोगों, कई प्रकार के पौधों और जानवरों की प्रजातियों का घर है।
- पृथ्वी दिवस ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक संसाधनों की कमी जैसे मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करता है।
- विश्व पृथ्वी दिवस द्वारा मानव अस्तित्व के लिए पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला गया है।
- विश्व पृथ्वी दिवस को पहली बार 1990 में अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिली।
पहला पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया था।
- पृथ्वी दिवस मनाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- 2024 में विश्व पृथ्वी दिवस की थीम Planet vs. Plastics रखी गई है।
- विश्व पृथ्वी दिवस की स्थापना संयुक्त राज्य अमेरिका के सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने की थी।
- विश्व पृथ्वी दिवस दुनिया भर के 190 से अधिक देशों में मनाया जाता है।
- व्यक्ति पेड़ लगाकर, वेस्ट को कम करके और पर्यावरण संगठनों का समर्थन करके विश्व पृथ्वी दिवस के उद्देश्य में योगदान दे सकते हैं।
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विश्व पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है।
लोगों और ग्रह के लिए परिवर्तनकारी परिवर्तन लाने के लिए दुनिया के सबसे बड़े पर्यावरण आंदोलन के निर्माण के लिए पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।
पृथ्वी दिवस 2024 की थीम Planet vs Plastics है।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको Earth Day Essay in Hindi (विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध) से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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पृथ्वी दिवस पर निबंध- World Earth Day Essay in Hindi
In this article, we are providing World Earth Day Essay in Hindi पृथ्वी दिवस पर निबंध | Nibandh। Essay in 200, 300, 500 words For Class 7,8,9,10,11,12 Students. विश्व पृथ्वी दिवस का महत्व Speech & Importance of Earth Day
पृथ्वी दिवस पर निबंध- World Earth Day Essay in Hindi
Prithvi Diwas Par Nibandh in 500 words
पृथ्वी दिवस क्या है और इसकी स्थापना?
पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस की स्थापना पर्यावरण और इसकी सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन ने 1970 में की थी। सबसे पहले गेलार्ड नेल्सन ने अमेरिकी औद्योगिक विकास के कारण पर्यावरणीय दुष्प्रभावों पर अमेरिका का ध्यान आकर्षित किया।
इसके लिए नेल्सन ने अमेरिकी समाज को संगठित किया, विरोध किया और कई जन आंदोलन किए। इस आंदोलन के परिणामस्वरूप, सरकार को इन आंदोलनकारियों की मांगों को सुनना पड़ा और सरकार द्वारा कई पर्यावरण के अनुकूल फैसले देखकर इस मुद्दे को विश्व स्तर पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र में रखा गया था। संयुक्त राष्ट्र में 192 से अधिक देशों ने इस मुद्दे का समर्थन किया।
पृथ्वी और पर्यावरण के बीच संबंध
पर्यावरण संरक्षण एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। पृथ्वी पर मौजूद सभी प्राकृतिक चीजें जैसे हवा, पानी, पेड़, पौधे और ये सभी मिलकर हमारा पर्यावरण बनाते हैं। ये सभी चीजें एक-दूसरे के साथ मिलकर पर्यावरण को संतुलित करती हैं। अपने पर्यावरण की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। प्रकृति ने हमें हमारी मदद के लिए पृथ्वी के नीचे मौजूद हवा, पानी, पेड़, पौधे, नदियाँ, पहाड़ और खनिज दिए हैं
पृथ्वी दिवस का इतिहास
बहुत से लोग पृथ्वी दिवस को पर्यावरण चेतना से जोड़कर अमेरिका का उपहार मानते हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन के प्रयासों से बहुत पहले, महात्मा गांधी ने भारतीयों को आधुनिक तकनीकों को अंधा करने के खिलाफ चेतावनी दी थी। गाँधीजी का मानना था कि पृथ्वी, वायु, जल और भूमि हमारे पूर्वजों की संपत्ति नहीं हैं जबकि वे हमारे बच्चों और आने वाली पीढ़ियों की धरोहर हैं। हम उनके विश्वसनीय हैं हमें भविष्य की पीढ़ी को वैसा पर्यावरण सौंपना होगा जैसा हमें मिला है।उनका यह भी मानना था कि पृथ्वी लोगों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है लेकिन लालच की पूर्ति के लिए नहीं।
आधुनिक विकास से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान के लिए कई बार क्षतिपूर्ति करना संभव नहीं होता। कुछ लोगों का मानना था कि गरीबी और प्रदूषण के बीच गहरा संबंध है और वे एक-दूसरे के पोषक हैं। गरीबी दूर करने के लिए प्रदूषण मुक्त समाज और देश का निर्माण करना होगा।
पृथ्वी दिवस का मकसद और निष्कर्ष
हम अपनी मेहनत से पैसा कमा सकते हैं, लेकिन न तो हम प्राकृतिक चीजें बना सकते हैं और न ही बढ़ा सकते हैं। प्रकृति द्वारा दी गई ये सभी चीजें सीमित हैं। प्रकृति की गुणवत्ता को कम करने के पीछे बढ़ती जनसंख्या भी कारण है। मानव निर्मित निर्माण स्थल प्रकृति के संतुलन को खराब कर रहे हैं; यह विश्व पृथ्वी दिवस मनाने के प्रमुख कारणों में से एक है।
विश्व पृथ्वी दिवस समारोह का मुख्य फॉक्स पृथ्वी को प्रदूषण और अन्य हानिकारक तत्वों से बचाना है। पृथ्वी के महत्व और प्रकृति के उपहार को याद दिलाने के लिए, विश्व पृथ्वी दिवस को सालाना मनाया जाता है। इसलिए पृथ्वी दिवस पर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है। इस दिन लोग अपने घर के आसपास और सड़क के किनारे सफाई करते हैं और कई लोग इस दिन पौधे लगाते हैं। यह उन लोगों के लिए एक प्रकाश स्तम्भ की तरह है जो पृथ्वी दिवस मनाते हैं।
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Earth Day Speech in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस पर दें यह आसान भाषण, जल्दी से हो जाएगा याद
Earth day speech : पृथ्वी दिवस के दिन स्कूलों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से कार्यक्रम आयोजित होते है। अगर भाषण देने का मन बना रहे हैं तो नीचे लिखी स्पीच से आइडिया ले सकते है.
Earth Day Speech in Hindi : हर साल 22 अप्रैल का दिन विश्व भर में पृथ्वी दिवस ( Earth Day ) के तौर पर मनाया जाता है। पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने, पृथ्वी को संरक्षित करने और ग्लोबल वॉर्मिंग के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से यह दिन मनाया जाता है। दुनिया भर में आज के दिन पृथ्वी व पर्यावरण को बचाने का संकल्प लिया जाता है। यह दिन जलवायु संकट और पर्यावरण के सामने पैदा हुए संकट की ओर ध्यान दिलाता है। पहली बार पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया था। अमेरीकी सीनेटर व पर्यावरणविद् गेलॉर्ड नेल्सन की पहल पर पहली मर्तबा पृथ्वी दिवस मनाया गया था। विश्व पृथ्वी दिवस के दिन स्कूलों और कई जगहों पर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से कार्यक्रम आयोजित होते है। स्कूलों में भाषण, निबंध, पोस्टर, स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित होती हैं। अगर आप भाषण देने का मन बना रहे हैं तो नीचे लिखी स्पीच से आइडिया ले सकते हैं।
World Earth Day Speech in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस पर भाषण
आदरणीय अध्यापक गण, प्रिंसिपल सर एवं मेरे प्यारे साथियों, आज पृथ्वी दिवस है यानी पृथ्वी और इसके पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेने का दिन। हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर में इसे मनाया जाता है। इसे मनाने की शुरुआत 1970 से हुई। 1960 के दशक में विकास की होड़ में पेड़ काटे जाने लगे थे। नदियों का जल प्रदूषित होने लगा था। 1970 के आसपास अमेरिका समेत कई देशों ने बिगड़ते पर्यावरण के मद्दे की गंभीरता को समझा और पृथ्वी बचाने के लिए एक अभियान की शुरुआत हुई। पिछले कुछ सालों में इस दिन की लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा हुआ है। लगातार पेड़ों के काटे जाने से जगंलों का कम होना, बढ़ता वायु व जल प्रदूषण, धरती का बिगड़ता संतुलन दुनिया भर के देशों के लिए सिर दर्द बन गया है। बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग सभी देशों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। धरती और पर्यावरण संकट में है।
विश्व पृथ्वी दिवस 2023 की थीम है - इनवेस्ट इन ऑवर प्लेनेट यानी हम अपनी पृथ्वी को बचाने के लिए प्रयास करें। साथियों पूरे सौरमंडल में सिर्फ पृथ्वी पर जीवन संभव है। और कोई ग्रह नहीं है जहां जीवन जीना मुमकिन है। पृथ्वी पर ही सांस लेने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन व पीने योग्य जल समेत विभिन्न जरूरी तत्व हैं। पृथ्वी के पर्यावरण की अनुकूल स्थितियों से ही यहां जीवन जीना संभव हो सका है। लेकिन मनुष्य की कुछ गलतियों की वजह से अब ये पर्यावरण बिगड़ रहा है।
पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए इस धरती व पर्यावरण को बचाना बहुत जरूरी है। इस पृथ्वी दिवस पर हम सभी को अपनी धरती को हरा भरा और बेहतर बनाने का संकल्प लेना चाहिए। हमें प्रण लेना चाहिए कि हम वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण को कम करने के लिए प्रयास करेंगे। हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ उगाने चाहिए। जंगल बचाने होंगे। वन्य जीवन की रक्षा करनी होगी। जीव जंतुओं को बचाना होगा। पॉलिथिन पर बैन के नियम का पालन करना चाहिए क्योंकि यह पर्यावरण के लिए खतरनाक है। हमें गैर-नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करने के बजाय नवीकरणीय संसाधनों जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल विद्युत आदि पर फोकस करना चाहिए।
साथियों, पृथ्वी दिवस और पर्यावरण दिवस जैसे दिन हर साल मनाए जाते हैं। जबकि इस काम के लिए हमें किसी दिन की जरूरत नहीं है। हम कोई एक दिन या कुछेक दिनों की मेहनत से पृथ्वी व पर्यावरण के नहीं बचा सकते। हम सभी को इसके संरक्षण के लिए जीवन भर के लिए संकल्प लेना होगा। लगातार प्रयास करने होंगे। ऐसा करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित पर्यावरण दे सकेंगे। हमारे आज के प्रयासों से आगामी पीढ़ियों का अच्छा जीवन जीना सुनिश्चित होगा।
धन्यवाद।
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Earth Day Speech in Hindi : आदरणीय अध्यापक गण, प्रिंसिपल सर एवं मेरे प्यारे साथियों, सबको सुप्रभात, आज मैं आपसे पृथ्वी दिवस के बारे में बात करना चाहता हूं, जो 22 अप्रैल को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस पर्यावरण के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और एक स्थायी भविष्य की दिशा में कार्रवाई करने का दिन है।.
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अमानवीय कृत्यों की वजह से हमारी पृथ्वी को बचाना जरुरी हो जाता है. आज हम आपको इस लेख में पृथ्वी दिवस पर भाषण के लिए एक script hindi में दे रहे है.
पृथ्वी दिवस सबसे पहले 1970 को पूरे अमेरिका में मनाया गया। फिर तो स्वच्छ पर्यावरण के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए पूरे विश्व में प्रतिवर्ष पृथ्वी दिवस ...
जानिए स्कूल में ऐसे लिखें 100, 200 और 500 शब्दों में विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध (Earth Day Essay in Hindi) और इससे जुड़ी अन्य जानकारी।
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Earth Day Speech in Hindi : हर साल 22 अप्रैल का दिन विश्व भर में पृथ्वी दिवस ( Earth Day ) के तौर पर मनाया जाता है। पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने, पृथ्वी को ...
पृथ्वी दिवस का महत्व (Earth Day Significance and Importance in Hindi) इसका महत्व इसलिए बढ़ जाता है, कि ग्लोबल वार्मिंग के बारे में पर्यावरणविद के माध्यम से हमें पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का पता चलता है. जीवन संपदा को बचाने के लिए पर्यावरण को ठीक रखने के बारे में जागरूक रहना आवश्यक है.